Politalks.News/Rajasthan. राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी और पूर्व मंत्री गोलमा देवी बुधवार को आमागढ़ दुर्ग में स्थित शिव मंदिर में अभिषेक कर विवाद का पटाक्षेप करने पहुंची. लेकिन एक और विवाद यहां उनका इंतजार कर रहा था. दरअसल 1 अगस्त को डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के द्वारा लगाए गए मीन भगवान के ध्वज को ना पाकर गोलमा देवी और डॉ किरोड़ी मीणा समर्थक बिफर गए. पूजा अर्चना के बाद गोलमा देवी अपने समर्थकों के साथ सीधे कमिश्नरेट ऑफिस पहुंचीं और धरना शुरू कर दिया.
मीन भगवान का झंडा नहीं मिलने पर बिफरी गोलमा ने दिया धरना
कमिशनरेट ऑफिस में धरने पर बैठी पूर्व मंत्री गोलमा देवी ने पुलिस पर आमागढ़ दुर्ग से मीन भगवान का झंडा हटाने का आरोप लगाया. गोलमा देवी का कहना था कि आमागढ़ दुर्ग पर पुलिस का पहरा था इसलिए बिना उनकी मिलीभगत के झंडा हटना संभव नहीं है. गोलमा देवी ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश को मुख्यमंत्री के नाम दिए ज्ञापन में आमागढ़ दुर्ग पर मत्स्य भगवान का ध्वज स्थाई रूप से लगाने की मांग की है. गोलमा देवी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने यहां जल्द ही ध्वज नहीं लगाया तो समाज को मजबूरन सड़क पर उतरना पड़ेगा. पुलिस समझाइश के बाद गोलमा काकी ने अपना धरना खत्म कर दिया.
किरोड़ी मीणा की पहल पर खुली सुलह की राह
इससे पहले राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की पहल पर जिला प्रशासन और पुलिस कमिश्नरेट ने 3 अगस्त को एक आदेश जारी कर आमागढ़ किले पर मौजूद प्राचीन शिव मंदिर के ताले खोलने की इजाजत दी. इसके बाद ही भाजपा से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा की पत्नी और कांग्रेस सरकार में मंत्री रहीं गोलमा देवी ने बुधवार सुबह आमागढ़ किले पर शिव मंदिर में पूजा करने पहुंची. उनके साथ पारंपरिक परिधान में आई महिलाएं और समाज के कुछ लोग भी शामिल थे.
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मीणावाटी गीतों के बीच हुआ भोले बाबा का अभिषेक
वहीं पूर्व मंत्री गोलमा देवी का गलता गेट पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने जोरदार स्वागत किया. इसके बाद गाड़ियों से आमागढ़ दुर्ग के लिए रवाना हुईं. मंदिर पहुंचकर विधिवत तरीके से गोलमा देवी ने भगवान शिव का अभिषेक किया. यहां से गोलमा देवी अंबा माता मंदिर गई और पूजा-अर्चना की. पूजा-अर्चना के दौरान मंदिर परिसर और बाहर मीणावाटी के गीतों पर महिलाओं ने जोरदार नृत्य किया. मंदिर के दर्शनों से रोक हटने के बाद आमागढ़ टूरिस्ट पैलेस सा बन गया है. बड़ी संख्या में अन्य श्रद्धालु भी वहां दर्शनों के लिए पहुंचे.
पूजा अर्चना पर नहीं होनी चाहिए रोक- गोलमा
गोलमा देवी ने पूजा अर्चना के बाद कहा कि, ‘पूजा-अर्चना पर किसी की रोक नहीं होनी चाहिए’. गोलमा देवी ने कहा कि, ‘मीणा हिंदू ही हैं और जो मीणा समाज के लोग अपने आप को हिंदू नहीं मानते, उन्हें अपने बच्चों की शादी भी दूसरे समाज में करनी चाहिए’. वहीं कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा एसटी मोर्चा के जितेंद्र मीणा ने कहा कि, ‘यह सब विवाद गंगापुर विधायक रामकेश मीणा के इशारे पर हुआ है. मजहबी ताकतों को रोकने के लिए हिंदू मंदिरों पर ऐसी घटनाएं शर्मनाक हैं’.
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1 अगस्त को पुलिस को चकमा देकर सांसद किरोड़ी ने फहराया था झंडा
आपको बता दें कि मंदिर में मीणा समाज का झंडा और भगवा ध्वज हटाने के साथ ही आमागढ़ किले पर बने प्राचीन शिव मंदिर में तोड़फोड़ और प्रशासन द्वारा ताले लगाने पर दो महीनों से विरोध चल रहा था. इसके बाद कुछ सामाजिक संगठन आमने सामने हो गए थे. इस बीच सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने 1 अगस्त को पुलिस को चकमा देकर आधी रात को करीब साढ़े तीन बजे दूसरे पहाड़ी रास्तों से चढ़कर आमागढ़ पर मीणा समाज का झंडा फहरा दिया था. किरोड़ी मीणा द्वारा झंडा फहराए जाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किरोड़ी मीणा और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया. उनको विद्याधर नगर थाने ले जाया गया. दोपहर करीब 3 बजे किरोड़ीलाल मीणा को छोड़ा गया. तब उन्होंने आमागढ़ किले पर शिव मंदिर के ताले नहीं खोलने पर आंदोलन की चेतावनी दी. तब पुलिस कमिश्नरेट व प्रशासन ने सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद 4 अगस्त को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक शिव मंदिर में पूजा करने के लिए वहां लगे ताले खोलने का निर्णय लिया.