गोवा में चल रही सियासी उठापटक के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने आज कैबिनेट का विस्तार किया. मंत्रीमंडल में उन्होंने चार नए विधायकों को शामिल किया है. साथ ही सहयोगी कोटे से मंत्री बने तीन विधायकों को बाहर का रास्ता दिखाया है. हालांकि अभी उक्त तीनों विधायक गठबंधन में शामिल हैं लेकिन अगर ये चले भी जाते हैं तो भी गोवा सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 40 सदस्यों की गोवा विधानसभा में 27 बीजेपी विधायक मौजूद हैं.
मंत्रीमंडल में शामिल किए तीन मंत्रियों में वे विधायक शामिल हैं जो हाल में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. जेनिफर मोनसेरात, फिलिप नेरी रॉड्रिग्ज और चंद्रकांत कावलेकर को मंत्री बनाया गया है. हालांकि कावलेकर को डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा थी.
चौथे मंत्री के तौर पर माइकल लोबो को कैबिनेट में जगह दी गई है. लोबो ने आज ही विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है. गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के कोटे से मंत्री रहे तीन नेताओं को मंत्री पद से हटाया गया है. जीएफपी अध्यक्ष विजय सरदेसाई को उपमुख्यमंत्री पद से विदाई मिली है.
बता दें, कांग्रेस के 10 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद 40 सदस्यीय सदन में बीजेपी विधायकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है. यानि अब बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार है. गोवा विधानसभा में कांग्रेस के पांच विधायक बचे हैं.
इससे पहले पॉलिटॉक्स ने बताया था कि कांग्रेस बागियों को खुश करने के लिए उन्हें मंत्री पद दिया जाएगा. जैसा कि गोवा सरकार को अब उन्हें बहुमत साबित करने के लिए गोवा फॉरवर्ड और निर्दलीय विधायकों की जरूरत नहीं है. ऐसे में उन्हें साइड लाइन किया जा सकता है. ठीक ऐसा ही गोवा सरकार ने किया है.