Politalks.News/Rajasthan. पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के महत्वकांक्षी द्रव्यवती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट की बदहाली को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा बीते गुरुवार को लगातार एक के बाद एक किए गए तीन ट्वीट्स का गहलोत सरकार पर तुरन्त असर हुआ है. पूर्व सीएम राजे के ट्वीट करने के बाद सरकार तुरंत हरकत में आई और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुक्रवार को द्रव्यवती नदी के आसपास की कॉलोनियों का दौरा किया और अधूरे कामों के लिए अफसरों को फटकार लगाई. इस दौरान खाचरियावास ने माना कि पिछली बीजेपी सरकार ने जिस अमानीशाह नाले को द्रव्यवती नदी का रूप दिया था, आज वो नदी सिर्फ नाला बनकर रह गई है. जिम्मेदार अफसरों और फर्म के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कहते हुए खाचरियावास ने कहा कि इस काम के लिएे जिम्मेदार जेेडीए अधिकारी जिन्होंने लापरवाही की है, वो जिम्मेदारी से नहीं बच पाएंगे.
दौरे के दौरान मौके पर ही मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से बात की जाएगी. संबंधित फर्म और अधिकारियों की लापरवाही के कारण जनता को जो परेशानी हो रही है,उसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा. इतना समय होने के बावजूद आज तक नदी का काम अधूरा पड़ा है. मामले की जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. खाचरियावास ने जेडीए अधिकारियों से कहा कि द्रव्यवती नदी का काम करने वाली टाटा कंसलटेंसी के खिलाफ जेडीए कार्यवाही करे और तुरन्त द्रव्यवती नदी के अधूरे पड़े कामोंं को पूरा किया जाए. इस दौरान खाचरियावास ने द्रव्यवती नदी के आसपास की कॉलोनियों सुन्दर नगर और मजार डेम्पर का दौरा किया.
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इसके साथ ही मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बड़े सख्त लहजे में कहा कि जेडीए और नगर निगम एक-दूसरे पर यह काम टाल नहीं सकते हैं. अगर कहीं कोई परेशानी है, तो दोनों विभाग तय करके द्रव्यवती नदी के आसपास की कॉलोनियों के विकास के अधूरे काम पूरे करें. इस दौरान मंत्री ने सुन्दर नगर को जोड़ने वाले रास्ते पर पुलिया बनानेे,नदी के आसपास बसी हुई कॉलोनियों में जेडीए को सीवरेज लाइन डालने के निर्देश भी दिए. इसके अलावा खाचरियावास ने मौके पर मौजूद जेडीए और निगम अधिकारियों को पानी की निकासी की व्यवस्था करने, सीवरेज, सड़क का काम, पीने के पानी के लिए नई लाइनें डालने के निर्देश दिए.



























