Politalks.News/Rajasthan. कोरोना प्रबन्ध और वैक्सिनेशन में राजस्थान को देश के अग्रणी राज्यों में रखने के बाद अब ग्राम पंचायत स्तर तक कम से कम समय मे अधिक से अधिक वैक्सिनेशन को प्रोत्साहित करने के उद्देश से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नवाचार करने जा रहे हैं सीएम गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार कोविड वैक्सीनेशन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को विकास कार्यों के लिए अलग से फंड उपलब्ध कराएगी. कोविड वैक्सीनेशन में सहभागिता एवं जागरुकता बढ़ाये जाने के उद्देश्य से आयोजित वीसी को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वैक्सीनेशन कार्य में अग्रणी रहने वाली पंचायतों को प्रोत्साहन देने के लिए जल्द ही योजना तैयार की जाए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन ही कारगर उपाय है. वार्ड स्तर तक के जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवी संगठनों, एनसीसी, एनएसएस. स्काउट-गाइड खिलाड़ियों स्वयं सहायता समूह सहित समाज में प्रभाव रखने वाले प्रबुद्धजनों को वैक्सीनेशन अभियान में सामाजिक जिम्मेदारी निभानी होगी. वैक्सीन का सुरक्षा कवच देकर ही हम संक्रमण की अगली लहर से प्रदेशवासियों को बचाने में कामयाब हो पाएंगे.
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वैक्सीन की आपूर्ति सुनिश्चित हो तो दो माह में किया जा सकता है लक्ष्य हासिल
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए राज्य सरकार ने पूरी तैयारी कर रखी है. केन्द्र सरकार की ओर वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए तो अगले दो माह में प्रदेश में निर्धारित आयुवर्ग के शेष बचे सभी लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. सीएम गहलोत ने कहा कि जिन लोगों के वैक्सीन लग चुकी थी, उन्हें संक्रमण की दूसरी लहर ने अधिक प्रभावित नहीं किया और ऐसे लोगों के जीवन को खतरा भी कम रहा.
कोरोना के प्रबंधन में अव्वल रहा राजस्थान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान कोरोना के प्रबंधन में अव्वल रहा है. वैक्सीनेशन के मामले में भी बेहतर प्रबंधन से हम आगे बढ़ रहे हैं. प्रदेश में अब तक 2 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है और वैक्सीन वेस्टेज को एक प्रतिशत से नीचे लाने में हमें कामयाबी मिली है. सीएम गहलोत ने कहा कि राज्य में चलाए गए व्यापक जागरूकता अभियान के परिणामस्वरूप राजस्थान में वैक्सीनेशन को लेकर लोगों में भ्रांति नहीं है और लोग आगे आकर वैक्सीन लगवा रहे हैं.
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संकट के इस समय में इंसानियत ही हम सबका पहला धर्म
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ऐसे वक्त में जबकि पूरा विश्व इस महामारी की मार झेल रहा है और वायरस लगातार अपने स्वरूप में बदलाव कर मेडिकल साइंस के समक्ष चुनौती प्रस्तुत कर रहा है. ऐसे में राज्य सरकार तमाम आशंकाओं को ध्यान में रखकर चिकित्सा व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ कर रही है. गहलोत ने कहा कि संकट के इस समय में इंसानियत ही हम सभी का पहला धर्म है.
मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना से बेसहारा बच्चों को मिलेगा संबल
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में आगे कहा कि कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को सहारा देने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना लागू की है. इस योजना में अनाथ बच्चों को 18 वर्ष की उम्र तक प्रतिमाह ढाई हजार रूपये एवं 18 वर्ष पूरे होने पर 5 लाख रुपये दिए जाएंगे तत्काल सहायता के रूप में राज्य सरकार एक लाख रूपये देगी. इससे इन बेसहारा बच्चों को संबल मिलेगा. इस दौरान सीएम गहलोत ने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि कोरोना के कारण अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों तक इस योजना का लाभ पहुंचाने में आगे बढ़कर सहयोग करें.
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वैज्ञानिक विश्लेषण कर आगे के लिए और भी बेहतर रणनीति तैयार करे स्वास्थ्य विभाग- सी.पी. जोशी
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के समय ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने अन्य राज्यों से लौटने वाले श्रमिकों एवं प्रवासियों के क्वारन्टाइन तथा उनका होम आइसोलेशन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने सुझाव दिया कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना से जुड़े विभिन्न पहलुओं एवं आंकड़ों का वैज्ञानिक विश्लेषण कर आगे के लिए और भी बेहतर रणनीति तैयार करे.
86 नगरीय निकायों में लगाये जा रहे 131 ऑक्सीजन प्लांट
बैठक में मौजूद नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्धता के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से 86 नगरीय निकायों में 131 ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं. इससे जुलाई माह तक 120 मैट्रिक टन अतिरिक्त ऑक्सीजन उपलब्ध होने लगेगी.
वैक्सीनेशन के लिए 18 हजार सेंटर्स बनाये गये
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश प्रतिदिन करीब 7 लाख वैक्स डोज लगाने की क्षमता विकसित कर ली है. वैक्सीन वेस्टेज को लगातार कम कर हम मात्र 08 प्रतिशत के स्तर पर ला चुके हैं और इसे शून्य तक लाने के लिए प्रयासरत है. रघु शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप राज्य में वैक्सीनेशन के लिए 18 हजार सेंटर्स बनाये गये हैं. वैक्सीन की डोज को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त स्टोरेज क्षमता उपलब्ध है और स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रही.