राजस्थान में इस साल के छात्रसंघ चुनाव रद्द होने पर गर्माई सियासत, छात्र नेताओं सहित दिग्गज इस फैसले पर गहलोत सरकार पर साध रहे है निशाना, राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने इस मामले पर कहा- लोकतांत्रिक व्यवस्था में छात्रसंघ चुनाव राजनीति की पहली सीढ़ी होते हैं, प्रदेश की तानाशाह सरकार इन पर रोक लगाकर युवाओं की आवाज को चाहती है दबाना, लगता है मुखिया जी को युवा शक्ति के आक्रोश का हो गया है अहसास, चुनाव होते तो कांग्रेस से जुड़े छात्र संगठन का हो जाता सफाया, राजस्थान की इस सरकार ने युवाओं को ठगा सबसे ज्यादा, सत्ता के संरक्षण से नकल माफिया निरंकुश हुआ और हर परीक्षा में हुई धांधली, या तो पेपर लीक हुए या सांठगांठ से अपने चहेतों का हुआ चयन, प्रदेश की युवा विधानसभा चुनाव में पूरा हिसाब कर देंगे चुकता, कांग्रेस की ऐतिहासिक हार है तय