Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले सत्ताधारी कांग्रेस और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. वहीं मंगलवार को जयपुर आए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा प्रदेश भाजपा नेताओं को दिए एकजुटता के सन्देश के बाद बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने अलग-अलग मुद्दों पर गहलोत सरकार निशाना साधा. मैडम राजे ने जहां प्रदेश में बढ़ते अपराध के साथ नौकरी के नाम पर युवाओं को धोखा देने का गहलोत सरकार पर आरोप लगाया तो वहीं पूनियां ने बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरा.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट्स के जरिए गहलोत सरकार को घेरते हुए लिखा कि, ‘वादा था हर वर्ष लाखों नौकरियां देने का लेकिन दिया सिर्फ धोखा, एक मुख्य परीक्षा दिसंबर 2019 में आयोजित की गई थी, लेकिन 15 माह बीत जाने के बावजूद भी अब तक परिणाम जारी नहीं किया गया है.’ मैडम राजे ने कहा कि, ‘गहलोत सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया है, बेरोजगार युवाओं के सपनों पर कांग्रेस का यह कैसा कुठाराघात है. एईएन के पदों पर मुख्य परीक्षा 3-5 दिसंबर तक आयोजित की गई थी और अब तक 15 महीने पूरे हो चुके हैं. जल्द परिणाम जारी करने के लिए अभ्यर्थी कई जगह अपनी गुहार भी लगा चुके हैं, उसके बाद भी इसका रिजल्ट जारी नहीं हो पाया है.
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इससे पहले एक अन्य ट्वीट में प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने लिखा कि, ‘ ‘रामसीन थाना क्षेत्र, जालोर में नाबालिग बेटी के अपहरण मामले में पुलिस की लापरवाही से निराश मां ने आत्मदाह कर लिया, प्रदेश में ये कैसा गुंडाराज है, जहां व्यवस्था ही अपराध का संरक्षण करे तथा पीड़ित न्याय की मांग से भी बचने लगे, कांग्रेस सरकार जवाब दे, आखिर कब होगा न्याय?’
गृह विभाग नहीं संभलता तो सौंपें किसी ओर को- पूनियां
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी ट्वीट के जरिए राज्य की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था के साथ जालौर जिले में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. पूनियां ने लिखा कि, ‘अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण के मामले में कार्रवाई न होने से त्रस्त जालौर जिले की थूर निवासी हविया कंवर का आत्मदाह पूरे प्रदेश की घोर असुरक्षा का संदेश है.’ पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जो प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं, उनसे कई बार आग्रह कर चुका हूं कि जब आपसे गृह विभाग नहीं संभलता है तो योग्य हाथों में सौंपिए. सतीश पूनियां ने आगे कहा कि गहलोत सरकार ने किसानों, युवाओं, संविदाकर्मियों से तो वादाखिलाफी की है. इसके अलावा महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में भी पूरी तरह विफल साबित हो चुकी है ये सरकार.