Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में जारी सियासी घमासान के बीच विधायकों की खरीद फरोख्त से सम्बंधित आॅडियो वायरल होने के बाद से कांग्रेस-बीजेपी नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. केंद्रीय मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत का इस वायरल आॅडियो में नाम सामने आने के बाद बीजेपी नेता इस फोन टैपिंग केस की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रही है. इसको लेकर रविवार दोपहर कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री अजय माकन ने बीजेपी से पांच सवाल पूछे.
कांग्रेस नेता अजय माकन ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए बीजेपी से सवाल करते हुए कहा कि जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत शेखावत द्वारा यह कहा गया कि ऑडियो टेप में आवाज उनकी नहीं है तो फिर गजेंद्र सिंह अपना वॉईस सैंपल देने से इंकार क्यों कर रहे हैं? गजेंद्र सिंह को आगे आकर वॉईस सैंपल देना चाहिए. ऐसे में भ्रष्टाचार निरोधक कानून में मामला दर्ज होने के बाद भी गजेंद्र सिंह शेखावत को अपने पद से बर्खास्त क्यों नहीं किया जा रहा? क्या यह प्रधानमंत्री का राजधर्म नहीं कि जांच पूरी होने तक गजेंद्र सिंह शेखावत को पदमुक्त करें, ताकि वो जांच पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभाव न डाल पाएं?
माकन ने आगे सवाल करते हुए कहा कि भाजपा की हरियाणा और दिल्ली की पुलिस, गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवर लाल शर्मा व विश्वेंदर सिंह के वॉईस सैंपल लेने से क्यों रोक रही है? अगर ये तीनों दोषी नहीं, तो सामने आकर वॉईस सैंपल देने में क्या खतरा है? क्या केंद्रीय भाजपा सरकार सीबीआई की धमकी इसलिए दे रही है कि विधायक खरीद घोटाले के तार में अन्य कई आला पदों पर बैठे केंद्र सरकार के लोग शामिल हैं व निष्पक्ष जांच उनका चेहरा बेनकाब कर देगी?
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क्या देश को नहीं बताना चाहिए कि विधायकों की खरीद फरोख्त के लिए काला धन कहां से आ रहा है, यह काला धन कौन मुहैया करवा रहा है, हवाला से कैसे ट्रांसफर किया जा रहा है, किस किस को दिया जा रहा है? क्या राजस्थान सरकार गिराने के इस काला धन आदान प्रदान में लोगों का चेहरा बेनकाब नहीं होना चाहिए? अगर भाजपा की गहलोत सरकार गिराने में कोई भूमिका नहीं, तो केंद्र सरकार से लेकर हरियाणा सरकार, इंकम टैक्स, ईडी, हरियाणा पुलिस, दिल्ली पुलिस कांग्रेस विधायकों को विशेष सुरक्षा चक्र देने तथा राजस्थान पुलिस की जांच से अलग रखने को इतनी मशक्कत क्यों कर रहे हैं?
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि राजस्थान की बहादुर जनता के सम्मान को चुनौती देकर राजस्थान की चुनी हुई कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश व षंडयंत्र का चेहरा आए दिन बेनकाब हो रहा है. भाजपाई साजिश की परतें दिन प्रतिदिन खुल रही हैं. विधायकों की निष्ठा खरीदने और प्रजातंत्र को धूमिल करने का कुकृत्य एक राजनैतिक कलंक के तौर पर षडयंत्रकारियों के माथे पर लिखा साफ नज़र आ रहा है. राजस्थान की 8 करोड़ जनता इस साजिश को कभी माफ नहीं करेगी.
माकन ने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस के विधायकों को भाजपा की हरियाणा सरकार की मेहमान नवाज़ी में मानेसर, गुड़गांवा के होटल व रिसॉर्ट में रखा गया, यह अपने आप में भाजपा की सांठगांठ को साबित करता है. हरियाणा की खट्टर सरकार द्वारा राजस्थान कांग्रेस विधायकों को सुरक्षा घेरे में रखना इस बात का प्रमाण है कि साजिश के असली सरदार भाजपा हैं. भाजपा की हरियाणा सरकार ने पुलिस लगाकर जिस तरह एसओजी को विधायक भंवर लाल शर्मा व विश्वेंदर सिंह का वॉईस सैंपल लेने तथा जांच करने से रोका, यह अपने आप में इस मिलीभगत का जीता जागता सबूत है. हद तो तब हो गई जब भाजपा की हरियाणा सरकार चोर दरवाजे सेरं कांग्रेस के विधायकों को भगा ले गई ताकि जांच नहीं हो सके.
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कांग्रेस के विधायकों को अमित शाह द्वारा संचालित दिल्ली पुलिस अलग-अलग 5 सितारा होटल में दिल्ली में रखे हुए है. राजस्थान पुलिस की जांच को बाधित करते हुए उनकी जगह बार बार बदली जा रही है. कभी खबर आती है कि कांग्रेस विधायकों को भाजपा शासित कर्नाटक ले जाया जाएगा या भाजपा शासित मध्यप्रदेश. यह अपने आप में भाजपा की सांठगांठ, साजिश व षडयंत्र का पुख्ता प्रमाण है. कभी भाजपा सरकार सीबीआई की धमकी देती है, तो कभी कांग्रेस नेताओं पर ईडी और इंकम टैक्स की फर्जी रेड करवाती है.