Politalks.News/Rajasthan. कोरोना के आपातकाल के दौरान खरीदे गए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने प्रदेश की अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा है. गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आरोप लगाते हुए पूछा कि नमक-मिर्च की कंपनियों से कंसंट्रेटर खरीदने का क्या तुक? शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना संक्रमण की आड़ में ‘आपातकाल’ के हालात पैदा किए, और जनता की जान बचाने का हवाला देकर नीचे से ऊपर तक व्यवस्था में जमे सभी रसूखदारों ने अपने घर भरे. शेखावत ने कहा कि नमक-मिर्च और एलईडी बनाने वाली कंपनियों से 32 हजार रुपये के कंसंट्रेटर 50 हजार में खरीदे गए. गजेन्द्र सिंह ने यह भी कहा कि जीएसटी भी एडवांस में पांच प्रतिशत की जगह 12 प्रतिशत दिया गया.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने आगे कहा कि राजस्थान सरकार जनता के सामने आकर साफ करे कि यह घोटाला नहीं तो और क्या है? इसे क्या समझा जाए? क्या सरकार की तरफ से सौदा करने वाले प्रतिनिधि इतने भोले हैं? नमक-मिर्च की कंपनियों से कंसंट्रेटर खरीदने का क्या तुक? आपको बता दें कि एक दिन पहले भी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रदेश सरकार पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटरों की खरीद में हुई धांधली को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने यहां तक कहा था कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अब ‘आपदा में भी भ्रष्टाचार कैसे करें’ शीर्षक से किताब लिखनी चाहिए.
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गौरतलब है कि इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए वेंटिलेटर स्कोर को राज्य सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को दी जाने पर गंभीर आपत्ति जताई थी. शेखावत ने तब राज्य सरकार के इन आरोपों का भी खंडन किया था जिसमें कहा गया था कि केंद्र सरकार ने राजस्थान को जान-बूझकर खराब क्वालिटी के वेंटिलेटर भेजे.



























