Politalks.News/Haryana. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हाल ही में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय चौटाला के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफे दिए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि आम जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए केवल दो मंच हैं, एक एसेंबली और दूसरा पार्लियामेंट, लेकिन अभय चौटाला असेंबली से पीठ दिखाकर भाग आए और इस्तीफा दे दिया. हुड्डा ने कहा दरअसल वह अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन तलाशने की कोशिश कर रहे हैं.
आपको बता दें, इनेलो विधायक अभय चौटाला ने किसान आंदोलन के पक्ष में ऐलान किया था कि 26 जनवरी तक अगर केंद्र सरकार ने कानून वापस नहीं लिए तो वह विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे. अभय चौटाला खुद पिछले कई दिनों से फील्ड में हैं और तीन कानूनों का विरोध कर रहे हैं. कई जिलों में तो विभिन्न विधायकों का विरोध हो चुका है, लेकिन अभय चौटाला एकमात्र ऐसे विधायक हैं, जिन्हें किसानों व लोगों का व्यापक समर्थन हासिल हो रहा है. अभय चौटाला के इस्तीफा स्वीकार होने के के बाद ऐलनाबाद सीट खाली हो गई है और नियमानुसार वहां छह माह के भीतर उपचुनाव कराया जाना है. यह उपचुनाव बरोदा विधानसभा के उपचुनाव से भी ज्यादा रोचक होने की संभावना रहेगी.
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गुरुवार को फरीदाबाद में कांग्रेसी नेता जगन डागर के घर व्यक्तिगत कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने किसानों और महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार को जमकर घेरा. हुड्डा ने कहा कि सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए. किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 3 महीनों से अपना घर छोड़कर धरने पर बैठे हैं और सरकार उनकी सुन नहीं रही है. हुड्डा ने कहा कि सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी मांगे माननी चाहिए. इसके साथ ही प्रदेश की खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ऐसी सरकारें खुद अपने वजन से गिर जाती हैं.
वहीं देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही अप्रत्याशित वृद्धि को लेकर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी की केन्द्र सरकार पर वार करते हुए कहा कि कांग्रेस के समय में कींमतें काफी कम थीं. हुड्डा ने कहा कि डीजल पर और पेट्रोल पर टैक्स बेहद कम था लेकिन आज लोग महंगाई की मार से त्रस्त हैं. अमीर और गरीब के बीच की खाई बढ़ती जा रही है. गरीब आदमी के लिए दो जून की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो चला है. हुड्डा ने कहा कि किसानों की फसल उगाने की लागत बढ़ रही है, बीज महंगा हो रहा है, यूरिया महंगा हो रहा है और आमदनी घट रही है. पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि सरकार को आगे बढ़ कर किसानों से बात करनी चाहिए और उनकी मांग स्वीकार करनी चाहिए.