हरियाणा में पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता रामबिलास शर्मा ने विवादित बयान देते हुए क्षत्रियों को ‘आतंकवादी’ बता दिया. अब उनके बयान पर विवाद होने लगा है. दरअसल राज्य के भिवानी में आयोजित एक कार्यक्रम में बीजेपी नेता रामबिलास शर्मा भगवान परशुराम की महिमा का महिमा मंडन कर रहे थे. ऐसे में उनकी जुबान फिसली और उन्होंने कहा, भगवान परशुराम ने 21 बार पूरी धरती से ‘आतंकवाद’ समाप्त किया था. फरसा उनका हथियार था, उसे कई लोग परमाणु बम कहते थे. ये फरसा अरुणाचल प्रदेश में है, जहां पर ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम स्थान है.’ रामबिलास शर्मा महेंद्रगढ़ से 5 बार बीजेपी विधायक और मंत्री रह चुके हैं.
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बता दें कि भगवत पुराण के अनुसार, राजा सहस्त्रार्जुन और उसके बेटों ने परशुराम के पिता की हत्या कर दी थी. इससे गुस्सा होकर परशुराम ने सभी बुरे राजाओं को मारने की कसम खाई. धार्मिक मान्यताओं में कहा जाता है कि परशुराम ने 21 बार क्षत्रियों का संहार किया था.
पहलगाम घटना को शास्त्रों से जोड़ किया बवाल
दरअसल बीजेपी नेता शर्मा पहलगाम विषय पर भी लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी गई. इनमें करनाल के लेफ्टिनेंट विनय भी थे. उनके साथ उनकी पत्नी हिमांशी थी. सभी को जाति पूछकर मारा गया. प्रधानमंत्री ने 22 मिनट में लाहौर के एयरबेस को तहस नहस कर दिया. किराना हिल्स में जहां पाकिस्तान का परमाणु हथियार है, वहां मिसाइल चली गई. अब कोई पाकिस्तानी परमाणु हमले की धमकी नहीं देता क्योंकि हमारी मिसाइल ने इसे लीक कर दिया. जोश में आकर उन्होंने शास्त्रों और वर्तमान घटना को जोड़ विवादित बयान दे दिया.
विवादों में रहे हैं बीजेपी नेता रामबिलास
बीजेपी नेता रामबिलास शर्मा पहले भी कई बार विवादों में रह चुके हैं. 6 महीने पहले उनका नाम एक सुसाइड केस में आया था. महेंद्रगढ़ के बाघोत गांव निवासी एक युवा ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक के परिवार ने रामबिलास शर्मा और उनके सहयोगियों पर उसे परेशान करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था और पुलिस में शिकायत दर्ज की थी. इसी वर्ष जनवरी में हाईकोर्ट में दर्ज याचिका में रामबिलास शर्मा पर युवक को धमकाने, अपमानित करने और झूठे पॉक्सो एक्ट केस में फंसाने का आरोप लगाया था.
इससे पहले 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रामबिलास शर्मा का टिकट काट दिया था. उनकी जगह पार्टी ने कंवर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था. हालांकि टिकटों की घोषणा से पहले ही रामबिलास शर्मा ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था. बाद में उन्हें अपना नामांकन वापस लेना पड़ा था.