पहले ताजमहल तक कार तो अब 70 लाख लोगों से हो सत्कार, ‘नमस्ते ट्रंप’ पर जारी विवाद, ‘ट्रंप हैं भगवान थोड़े हैं’- विपक्ष का शुरू हुआ वार

राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार भारत आ रहे ट्रंप बोले अगर स्वागत समारोह में एक करोड़ लोग नहीं आए तो नहीं होंगे संतुष्ठ, यहां 70 लाख की भी नहीं लग पा रही पार

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के दिन जैसे जैसे करीब आते जा रहे हैं, कोई ना कोई विवाद खड़ा होता जा रहा है. पहले ताजमहल के अंदर तक ट्रंप की कार ले जाने को लेकर बवाल खड़ा हुआ था. वो अभी तक सुलझा भी नहीं कि अब एक नया विवाद ट्रंप के स्वागत समारोह में दर्शक दीर्घा में खड़े लोगों की संख्या को लेकर शुरू हो गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति के कि पीएम मोदी ने उनसे स्वागत समारोह में 70 लाख लोग होने की बात कही है. जबकि हाल में उन्होंने अपने एक ताजा बयान में कहा कि अगर स्वागत समारोह में एक करोड़ लोग नहीं आए तो हम संतुष्ठ नहीं होंगे. वहीं अहमदाबाद महानगर पालिका के आयुक्त विजय नेहरा ने बताया कि रोड शो के दौरान गणमान्य का स्वागत करने के लिए करीब एक से दो लाख लोग इकट्ठा होंगे. बता दें, ट्रंप अपनी पत्नी संग 24 फरवरी को दो दिन के लिए भारत के दौरे पर आ रहे हैं. राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप का ये पहला भारत दौरा है. वे अहमदाबाद की कुल आबादी के बराबर स्वागत कर्ताओं की बात का दावा कर रहे हैं.

ट्रंप पीएम मोदी के साथ अहमदाबाद में रोड शो भी करेंगे. मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम में राजनीति, बॉलीवुड और क्रिकेट जगत से जुड़ी कई जानी मानी हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है. बता दें, मोटेरा स्टेडियम को दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बताया जा रहा है जिसका उदघाटन ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी मिलकर करेंगे. इस कार्यक्रम के लिए पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदूलकर, सुनील गावस्कर, कपिल देव, विरेंद्र सहवाग, अमिताभ बच्चन, अनिल कपूर, सोनम कपूर, कंगना रानोत, विवेक ओबराय, खान तिगड़ी सहित कई हस्तियों को न्यौता भेजा है.

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इससे पहले ट्रंप की कार को ताजमहल परिसर में एंट्री को लेकर भी काफी बवाल मच चुका है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, कोई भी पेट्रोल और डीज़ल वाहन ताजमहल परिसर के 500 मीटर के दायरे के अंदर नहीं आ सकता. ताजमहल की सुरक्षा और खूबसूरती को लेकर ये आदेश जारी किया गया है. जबकि ट्रंप की सुरक्षा एजेंसी इस बात को लेकर अड़ी हुई है कि ट्रंप की ‘द बीस्ट’ ताजमहल परिसर के अंदर तक आए. इस मसले पर भारत और अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी की बात चल रही है.

बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ‘नमस्ते ट्रंप’ पर 100 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है जिस पर विपक्ष जमकर सवाल उठा रहा है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तो यहां तक कहा है कि ट्रंप भगवान थोड़े ही हैं जो उनके लिए इतना दिखावा किया जा रहा है. वहीं कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इतने भारी फंड को ट्रंप के स्वागत में खर्च करने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने वाली रोड के किनारे बसी झुग्गी-झोपड़ियों के आगे बड़ी दीवार उठाने को लेकर शिवसेना भी केंद्र सरकार पर निशाना साध चुकी है.

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वहीं कार्यक्रम को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने बताया कि ‘नमस्ते ट्रंप’ डोनाल्ड ट्रंप नागरिक अभियान समिति की तरफ से आयोजित किया जा रहा है. आमंत्रण के बारे में फैसले भी समिति ही ले रही है. आतंकवाद को लेकर भारत और अमेरिका के बीच मजबूत सहयोग है. हम आशा करते हैं कि यह सहयोग और मजबूत होगा. इस दौरान क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत होगी. रवीश कुमार ने ट्रेड डील के बारे में कहा कि हम कोई सौदा जल्दबाजी नहीं करना चाहेंगे क्योंकि इसमें शामिल मुद्दे जटिल हैं. हम कृत्रिम डेडलाइन नहीं पैदा करना चाहते हैं. हमारे लिए लोगों का हित सर्वोपरि है.

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