Politalks. News/Delhi/Farmers Protest. केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन का आज 17वां दिन है और आज ही हंगामा बढ़ने की पूरी आशंका है, क्योंकि किसान संगठनों ने 12 दिसंबर यानि आज दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक ठप करनी की चेतावनी दी है. वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में किसानों ने टोल प्लाजा को घेरने का भी आह्वान किया है. लिहाजा, गुरुग्राम और फरीदाबाद में पुलिस अलर्ट है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
आपको बता दें, एक तरफ किसानों की चेतावनी है तो दूसरी तरफ कानून वापस ना लेने की सरकार की जिद. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि 12 दिसंबर को किसान दिल्ली-जयपुर हाइवे को ब्लॉक करेंगे. इस दौरान किसान जिला कलेक्टर्स, बीजेपी नेताओं के घरों के सामने प्रदर्शन करेंगे तो टोल प्लाज भी जाम करेंगे. हालांकि राजेवाल ने यह भी कहा कि किसानों का रेल ट्रैक जाम करने का कोई प्लान नहीं है. बहरहाल, भारत बंद के बाद किसान संगठनों के दिल्ली से सटे तमाम बॉर्डर को सील करने की चेतावनी के मद्देनजर गुरुग्राम के जिलाधीश अमित खत्री ने आदेश जारी कर विभिन्न इलाकों में 60 ड्यूटी मजिस्ट्रेटों की तैनाती के आदेश दिए हैं.
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वहीं किसानों के टोल प्लाजा को घेरने के आह्वान पर फरीदाबाद पुलिस अलर्ट है. आंदोलन की आड़ में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी. प्रदर्शन के दौरान लोगों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. इस दौरान करीब 3,500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. फरीदाबाद जिले के हर टोल प्लाजा पर एक-एक सहायक पुलिस आयुक्त और संबंधित थाना के पुलिस बल के अलावा रिजर्व पुलिस बल की तैनाती की गई है.
डीसीपी मुख्यालय डॉ. अर्पित जैन ने बताया कि कानून के साथ खिलवाड़ करने वालों की खैर नहीं होगी. किसान आंदोलन के चलते 12 दिसंबर 2020 को टोल प्लाजा को घेरने के आह्वान पर फरीदाबाद पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव शुक्रवार रात अचानक सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने टीकरी बॉर्डर पहुंच गए. बॉर्डर पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों से उन्होंने मुलाकात की. कमिश्नर के पहुंचने का मकसद रात के वक्त सुरक्षा में तैनात जवानों से मिलना और उनकी हौसला अफजाई करना था. इस दौरान कमिश्नर ने जॉइंट सीपी से टीकरी बॉर्डर और आसपास की सुरक्षा के लिए तैयार रोड मैप को भी समझा. शनिवार को किसानों ने टोल बंद करने का एलान भी किया है. इसलिए कमिश्नर ने देर रात सभी सीनियर अफ़सरों से मुलाकात भी की.
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आपको बता दें, इससे पहले शुक्रवार को सुबह यह भी खबर आई है कि अल्ट्रा-लेफ्ट नेताओं और समर्थक वामपंथी चरमपंथी तत्वों ने किसानों के आंदोलन को हाईजैक कर लिया है. खुफिया सूत्रों का कहना है कि अतिवादी संगठन आने वाले दिनों में किसानों को हिंसा, आगजनी और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाने की योजना बना रहे हैं.
वहीं खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर किसान नेता राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया सामने आई है. राकेश टिकैत ने कहा, ‘हमें तो यहां पर ऐसे लोग नजर नहीं आ रहे हैं. फिर भी अगर खुफिया एजेंसियों की निगाहें इस आंदोलन पर है तो वो उन्हें पकड़े वो कर क्या रही है.’ टिकैत ने कहा, ‘हमारी सेंट्रल इंटेलीजेंस इतनी कमजोर नही है, जो इन्हें पकड़ नहीं सकती. जो लोग गलत प्रचार कर रहे है. उन पर एजेंसी निगाहें बनाए रखे.’