Politalks.News/Rajasthan/FarmersProtest. अलवर के शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन हिंसक झड़प में तब्दील हो गया. किसान आंदोलन में शामिल श्रीगंगानगर से आये युवाओं ने हरियाणा पुलिस की ओर से बॉर्डर पर लगाए गए बेरिकेट्स तोड़ दिए और जबरदस्ती सैकड़ों ट्रेक्टर ट्रॉलियों को हरियाणा सीमा में ले गए. हरियाणा पुलिस के जवान जब तक किसानों को रोकते तब तक 10 से 15 ट्रैक्टर बॉर्डर से आगे निकल गए. इससे हरियाणा पुलिस प्रशासन और किसान आंदोलनकारियों में झड़प हो गई. उसके बाद हुई हरियाणा की पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया और आंसूगैस के गोले छोड़े. इससे कई किसान घायल हो गये. पुलिस ने करीब तीन दर्जन से ज्यादा किसानों को हिरासत में लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार किसानों के शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन के दौरान आज कुछ युवाओं ने एकजुट होकर रणनीति बनाई गई. तय योजना के अनुसार आज दोपहर डेढ़ बजे के आसपास उन्होंने हरियाणा की सीमा पर लगे बैरिकेट्स को तोड़कर में जबरन दर्जनों ट्रैक्टरों को एक साथ हरियाणा के बॉर्डर में प्रवेश करा दिया. 10 से 15 ट्रैक्टर लेकर किसान एक साथ हरियाणा पुलिस की तरफ से बॉर्डर पर लगाए गए बैरियर हटाते हुए आगे निकल गए तो कुछ सर्विस लेन की ओर से आगे बढ़ गए. काफी किसान एक साथ ट्रैक्टर लेकर आगे निकले तो पुलिस तुरंत हरकत में आ गई और हल्का बल प्रयोग करके प्रदर्शनकारी किसानों को खदेड़ा. ट्रैक्टरों को रोकने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों के बीच जमकर झड़प हुई. बाद में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया जिससे माहौल गरमा गया. कुछ ही देर में राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर अफरातफरी का माहौल हो गया, इसमें कई किसानों को चोट आई है, हालांकि बाद में काफी किसानों के ट्रैक्टरों को रोक दिया गया.
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राजस्थान और हरियाणा पुलिस-प्रशासन ने समझाइस कर मामला शांत करवाया है. बाद में किसान नेताओं ने भी माइक से शांति बनाये रखने की अपील की. फिलहाल बातचीत का दौर चल रहा है. हरियाणा पुलिस ने 30-40 किसानों को बेरिकेट्स तोड़ने ओर राजकीय संपति को नुकसान पहुचाने के आरोप में हिरासत में लिया है. बताया जा रहा है कि हरियाणा पुलिस ने एक किसान ट्रैक्टर चालक को बुरी तरह से पीटा है. किसान ने भी ट्रैक्टर को पुलिस के पीछे दौड़ाया था.
आपको बता दें, शाहजहांपुर- खेड़ा बॉर्डर पर 12 दिसंबर से किसान आंदोलनरत हैं और बॉर्डर पर हाइवे पर ही डटे हैं. हाइवे पर दो किमी तक किसान तंबू लगाकर किसान पड़ाव डाल चुके हैं. प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले, तभी आंदोलन खत्म करेंगे. लेकिन, सरकार कानून वापस लेने काे तैयार नहीं है. इस कारण किसान दिल्ली कूच करना चाहते हैं. लेकिन, बीच में ही बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस आगे नहीं जाने दे रही. ऐसे में किसान बॉर्डर पर भी पड़ाव डाले हुए हैं. यहां राजस्थान व हरियाणा के अलावा गुजरात और महाराष्ट्र के भी काफी किसान हैं.