देश में होने वाले लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं लेकिन हर बार की तरह पूरे देश की निगाहें फलौदी के सट्टा बाजार पर है. हमेशा सटीक परिणाम के लिए पहचान रखने वाले फलौदी का सट्टा बाजार इस बार पुनः केंद्र में मोदी की सरकार बनने का दावा कर रहा है. वहीं राजस्थान में बीजेपी की 20 से 22 सीट आने और जोधपुर सिटी में गजेंद्र सिंह शेखावत के स्पष्ट जीत के संकेत दे रहा है. आम सभा चुनाव को लेकर दोनों ही पार्टियों ने चुनाीव प्रचार में ताकत झोंक दी थी. अपने-अपने घोषणापत्र और विकास कार्यों को आधार बना दोनों ही पार्टियां मतदाताओं को मत देने की अपील की. 23 मई को चुनाव परिणाम सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर देश में किसकी सरकार बनने जा रही है.
हर बार की तरह इस बार भी फलौदी के सट्टा बाजार पर राजनीतिक विश्लेषकों की नजर है. फलोदी का सट्टा बाजार एक बार फिर एनडीए की स्पष्ट बहुमत से सरकार बनने का दावा कर रहा है. फलौदी के सट्टा बाजार की मानें तो जहां बीजेपी की 248 से 250 सीट आ सकती हैं. वहीं एनडीए करीब 338 से 340 सीटों पर कब्जा करेगी. दूसरी ओर, फलोदी का सट्टा बाजार कांग्रेस को 76 से 78 सीट और यूपीए को 105 से 115 सीट दे रहा है.
राजस्थान में लोकसभा सीटों की बात की जाए तो फलौदी का सट्टा बाजार इस बार बीजेपी को 20 से 22 सीट मिलने की बात कह रहा है. वहीं कांग्रेस के चार से पांच सीटों पर विजश्री का अनुमान है. प्रदेश की सबसे हॉट सीट जोधपुर लोकसभा सीट पर भले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन फलोदी का सट्टा बाजार यहां गजेंद्र सिंह शेखावत की जीत तय मान रहा है. फलौदी के सट्टा बाजार में गजेंद्र सिंह शेखावत की जीत के 30 पैसे के भाव हैं. वहीं वैभव गहलोत की जीत के भाव 2.50 पैसा है.
बीकानेर, जयपुर, जयपुर ग्रामीण पर भी बीजेपी की जीत तय बताई जा रही है. नागौर से एनडीए उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल की जीत पर फलोदी का सट्टा बाजार बता रहा है तो वहीं बाड़मेर पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है. विधानसभा चुनाव में भी फलौदी के सट्टा बाजार में कांग्रेस की 99 से 102 सीटों पर जीत बताई थी जो लगभग सही साबित हुई. फलौदी के सट्टा बाजार का आकलन पूरे देश में सबसे सटीक आकलन वाला जाता है. ऐसे में अब देखना होगा कि क्या इस बार फलोदी का सट्टा बाजार अपने आकलन पर सटीक साबित होता है या नहीं.