देश में 7वें चरण के मतदान के तुरंत बाद तमाम न्यूज़ चैनल्स ने अपने-अपने एग्ज़िट पोल पेश कर दिए हैं. इन चैनल्स में जो तथ्य सभी एग्ज़िट पोल में एक जैसे निकलकर सामने आए हैं, वो यह है कि देश में एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है. एग्ज़िट पोल में यह तो बता दिया कि किस राज्य में किसकी कितनी सीटें आ रही हैं, लेकिन देश की बड़ी सीटों के परिणाम के बारे में पूरी तरह चुप रहे. हमारे इस खास आर्टिकल में हम आपको देश की बड़ी सीटों के बारे में बताएंगे कि कौन कहां से जीत रहा है…
वाराणसी
देश की सबसे चर्चित सीट वाराणसी, जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चुनाव लड़ रहे है. यहां विपक्षी दल मोदी के खिलाफ कहीं मुकाबले में नजर नहीं आए. आकलन यह है कि मोदी यहां 2014 से भी ज्यादा मतों से चुनाव जीतेंगे. कांग्रेस और सपा के बीच दूसरे नंबर की लड़ाई दिख रही है.
रायबरेली
यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी इस बार भी रायबरेली से आसानी से चुनाव जीतती हुई दिखाई दे रही है. बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह यहां सोनिया गांधी के खिलाफ कहीं मुकाबले में नहीं दिखे.
अमेठी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार अमेठी के साथ-साथ वायनाड से भी चुनावी मैदान में है लेकिन परम्परागत सीट अमेठी में ही उनकी प्रतिष्ठा दांव पर है. हमारे अनुमान के अनुसार, यहां राहुल और स्मृति के बीच मुकाबला बहुत करीबी रहने वाला है. हालांकि यहां थोड़ा सा पलड़ा राहुल गांधी का भारी दिखाई दे रहा है.
कन्नौज
यहां से सपा की तरफ से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही है. उनका मुकाबला बीजेपी के सुब्रत पाठक से है. 2014 में डिंपल ने पाठक को करीबी अंतर से हराया था. लेकिन हमारे आकलन में इस बार सुब्रत उलटफेर करते हुए दिखाई दे रहे है. उन्हें यहां करीबी मुकाबले में जीत हासिल हो सकती है. डिंपल इससे पूर्व फिरोजाबाद से राजबब्बर के खिलाफ चुनाव हार चुकी है.
गोरखपुर
गोरखपुर में इस बार यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर है. हमारा अनुमान यह है कि वो अपनी प्रतिष्ठा बचाने में कामयाब हुए है. यह सीट बीजेपी के खाते में जाती दिखाई दे रही है.
बेगूसराय
देश की चर्चित सीटों में से एक बेगूसराय में मुकाबला काफी दिलचस्प रहा. कन्हैया कुमार ने यहां अपने पक्ष में माहौल बनाने की काफी कोशिशे की. लेकिन उनका यह अथा प्रयास गिरिराज सिंह को कमजोर नहीं कर पाया. यहां से बीजेपी के गिरिराज सिंह आसानी से चुनाव जीतते दिखाई दे रहे है.
पाटलिपुत्र
पाटलिपुत्र में मुकाबला इस बार भी 2014 के उम्मीदवारों के बीच देखने को मिल रहा है. यहां चुनावी टक्कर बीजेपी से केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और राजद से मीसा भारती के बीच है. मीसा भारती बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालु यादव की बेटी है. 2014 में मीसा भारती को रामकृपाल यादव से हार का सामना करना पड़ा था. हमारे अनुमान के अनुसार, इस बार भी नतीजे 2014 की तरह ही रहने वाले है. यहां बीजेपी के रामकृपाल यादव जीतते हुए दिखाई दे रहे है.
भोपाल
भोपाल के चुनावी नतीजों पर पूरे देश की निगाहें हैं. यहां कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशियों ने चुनाव को हिंदुत्व को मुद्दे के आस-पास लड़ा. लेकिन हमारे अनुमान में बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह पर भारी पड़ती नजर आ रही हैं. यह सीट आसानी से बीजेपी के खाते में जाते हुए दिख रही है.
रोहतक
यहां मुकाबला कांग्रेस के वर्तमान सांसद दीपेन्द्र हुड्डा और बीजेपी के अरविंद शर्मा के मध्य है. यह सीट बीजेपी 2014 की मोदी लहर में भी नहीं जीत पाई थी. लेकिन इस बार यह सीट बीजेपी के खाते में जाती दिखाई दे रही है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के पुत्र को इस बार हार का सामना करना पड़ रहा है. यह उनके लिए बड़ा झटका होगा.
सोनीपत
सोनीपत में मुकाबला इस बार त्रिकोणीय दिखाई दिया. यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के भूपेंद्र हुड़डा, बीजेपी से रमेश कौशिक और जजपा के दिग्विजय चौटाला के बीच है. हमारे अनुमान के अनुसार सोनीपत भी 2019 में मोदी लहर पर सवार है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड़डा को यहां हार का सामना करना पड़ सकता है.
फिरोजाबाद
यहां मुकाबला चाचा-भतीजे के बीच रहा. यहां से सपा के टिकट पर अक्षय यादव मैदान में है. सामने उनके चाचा शिवपाल यादव प्रसपा से ताल ठोक रहे है. बीजेपी ने यहां से चंद्रसेन जादौन को उम्मीदवार बनाया है. हमारे अनुमान के अनुसार, यह सीट सपा की तरफ जाती हुई नजर आ रही है. यहां भतीजा यानि अक्षय यादव अपने चाचा के उपर भारी पड़ रहे हैं.
गुरदासपुर
पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर पहले दावा कांग्रेस का मजबूत था. लेकिन सनी देओल की बीजेपी से उम्मीदवारी घोषित होने के बाद यहां के चुनावी समीकरण पुरी तरह से बदल गए हैं. पॉलिटॉक्स के अनुसार, यहां सनी देओल और सुनील जाखड के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.