Politalks.News/BiharPolitics. मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद सोमवार को पहली बार पटना पहुंचे केंद्रीय इस्पात मंत्री राम चन्द्र प्रसाद सिंह का जदयू केे कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान आरसीपी सिंह ने खुद को मंत्री बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद देते हुए कहा कि हम लोग सहयोगी दल हैं, बीजेपी से नाम मांगा गया था, नीतीश कुमार से बात हुई उसके बाद सहमति बनी और तब मेरा शपथग्रहण हुआ है. सिंह ने कहा कि 2019 और 2021 में फर्क नही है क्या. आज भारतीय जनता पार्टी के 303 एमपी है, ऐसे में हमारी जरूरत है क्या वहां, यह तो पीएम मोदी का बड़प्पन है यह उनकी दरियादिली और उदारता है उन्होंने अपने सहयोगी दलों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कराया है.
वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने से लेकर नए पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह के साथ अपने संबंधों को लेकर पार्टी के नेताओं के साथ चाय पर चर्चा के दौरान आरसीपी सिंह ने खुलासा करते हुए कहा कि मीडिया में बहुत चीजें चलाई गई मेरे बारे में, कहा गया कि गए थे बरतूहारी करने और खुद दूल्हा बन गए. इस पर सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार से बिना पूछे मैंने कभी कोई काम नहीं किया है. कोई एक काम आप बता दीजिए जो मैंने नीतीश कुमार से बिना पूछे किया हो. क्या बिना नीतीश कुमार से पूछे मैं पीएम में पास चला गया और कहा कि मुझे मंत्री बना दीजिए?
संगठन को मजबूत करने की होगी कोशिश
केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जदयू के संगठन विस्तार और संगठन को मजबूत करने की चर्चा करते हुए कहा कि संगठन कैसे मजबूत हो, इस पर काम होना चाहिए. पार्टी के पदाधिकारी का बोर्ड गाड़ी में नहीं घर पर लगाए. सिंह ने कहा मैं निकलूंगा मजिस्ट्रेट चेकिंग में. आप लोग झंडा यहां लहरा रहे हैं, लेकिन अपने-अपने घर पर पार्टी का झंडा लगाइए. यह मत समझिए कि अब मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं हूं तो दौरा नहीं करूंगा. मैं जिला मुख्यालय पर नहीं जाऊंगा बूथ पर पार्टी के साथी के घर जाऊंगा. मैं मंत्रालय में भी काम करूंगा और यहां भी काम करूंगा. पार्टी के दूसरे प्रदेश में भी काम करूंगा.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने सोमवार को यह ऐलान भी कर दिया कि जल्द ही बिहार में बोर्ड और निगम का गठन होगा जिसमें पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं और नेताओं को जगह दी जाएगी. आरसीपीसी ने यह भी कहा कि इसके लिए बीजेपी और सीएम नीतीश कुमार से उनकी बातचीत हो चुकी है..
जातीय जनगणना पर दिया बड़ा बयान
जातीय जनगणना पर केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने कुछ वर्ष पहले विशेष दर्जा के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मिलने के लिए समय मांगा था. उस वक्त उन्हें समय नहीं मिला था. जातीय जनगणना की मांग आज से नहीं बरसों से की जा रही है. देश के कई पार्टियों ने इसकी मांग की है. नीतीश कुमार ने बिहार में जो मॉडल स्थापित किया है वह समावेशी विकास का है. सेंसेक्स का काम गृह मंत्रालय को करना है. 2011 में मनमोहन सिंह की सरकार ने सोशियो इकोनामिक सर्वे कराया. जातिगत जनगणना कराने की मांग हमारी पार्टी की रही है. हमारे नेता ने इस मांग को रखा है. लेकिन नीतीश कुमार अब इससे बहुत आगे चले गए हैं. नीतीश कुमार का समावेशी विकास यह दिखाता है कि हम समाज के सब लोगों का विकास चाहते हैं. वहीं जातीय जनगणना पर बीजेपी के विरोध करने के सवाल पर आरसीपी सिंह ने कहा कि इस मामले में बाल का खाल निकाला जा रहा है.
इसके साथ जदयू में गुटबाजी और पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह से अपने संबंधों को लेकर आरसीपी सिंह ने कहा कि ललन बाबू और मुझ में क्या संबंध है यह विपक्ष को क्या पता रहेगा. ललन बाबू आए उनका स्वागत हुआ तो विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है. सिंह ने कहा कि आज हम आए हैं फिर पेट में दर्द होगा. जदयू में सिर्फ एक नेता नीतीश कुमार. जदयू में कोई गुटबाजी नहीं है. सब एक है सब के नेता नीतीश कुमार हैं.