राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, दूसरे चरण के मतदान से ठीक 2 दिन पहले गहलोत के पूर्व OSD लोकेश शर्मा ने फ़ोन टैपिंग मामले को लेकर कर दिया बड़ा खुलासा, अशोक गहलोत को लेकर भी लोकेश शर्मा ने किया है बड़ा खुलासा, गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने की प्रेसवार्ता, इस दौरान उन्होंने कहा- आज भारी मन से सच कह रहा हूं, जिस व्यक्ति ने यह सब मढ़ा, जिस कृत्य को मैंने किया ही नहीं, उस बोझ को मैं कब तक उठाऊ, मुझे कई बार प्रताड़ित किया गया, मैं और मेरा परिवार इस प्रताड़ना को कब तक झेलूँ, आज तक मैं यही कहता रहा सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे मिली, पर यह सत्य नहीं है, मैंने सारी ऑडियो क्लिप्स आपको भेजी, जिसमें सरकार को गिराने की थी बात, मुझसे जो कहा गया वो मैंने किया, जिस होटल में विधायक रह रहे थे, उस होटल में सुबह शाम पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत आते थे, मुझे गहलोत ने उस समय मुख्यमंत्री निवास बुलाया, उस दौरान मुझे एक पेन ड्राइव और एक प्रेस नोट दिया, इस पेन ड्राइव में सब कुछ था, मुख्यमंत्री ने कहा आप तुरंत इस प्रेस नोट और पेन ड्राइव को मीडिया को दे दीजिए, मैंने लैपटॉप के माध्यम से मीडिया को क्लिप्स सर्कुलेट कर दिया, यह क्लिप्स मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से नहीं अशोक गहलोत द्वारा दी गई थी, इसके पीछे मंशा यह थी कि सचिन पायलट और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और भाजपा ने सरकार गिराने की कोशिश की, उस दौरान सचिन पायलट ने कहा हमारी सुनवाई नहीं हो रही वो अपनी बात रखना चाहते थे आलाकमान के पास, लेकिन उसे उस तरह किया गया पेश, पायलट सहित तमाम लोगों को किया जा रहा था ट्रेप, उन लोगों की ट्रेकिंग की जा रही थी, इस दौरान लोकेश शर्मा ने मुख्यमंत्री गहलोत व उनकी उस दौरान हुई बातचीत को भी सुनाया मीडिया कर्मियों को, जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत लोकेश शर्मा से पूछ रहे हैं कि ऑडियो क्लिप्स का हो गया है ना इस्तेमाल, लोकेश शर्मा ने आगे कहा- जब खबर चली तो मुझे पता चला कि इन ऑडियो में क्या है, खुद मुख्यमंत्री मुझे मेरा फ़ोन नष्ट करवाने की बोल रहे है, मेरा लैपटॉप कहीं और भेजने की बात कह रहे है, लैपटॉप और पेन ड्राइव ओर ऑडियो क्लिप सुनने के बाद स्पष्ठ हो गया होगा कि यह सब किसने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया, मैंने उन्हें अपना राजनीतिक गुरु माना, वो हमेशा कहते थे मेरी तरह सबको यूज़ लिया कर और उन्होंने मुझे ही यूज ले लिया, गहलोत अपने राजनीतिक फायदे के लिए लेते है सबको यूज, मुझे कहा गया कि चिंता मत करो, हम सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे लेकिन उसकी बात ही नहीं कि गई, मैं और मेरा परिवार 3 साल से इस केस को झेल रहा हूं, मेरे ऑफिस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने SOG की रेड करवाई, यह सब मेरा नहीं अशोक गहलोत का था कृत्य, आगे खुलासा करते हुए लोकेश शर्मा ने आगे कहा- पायलट समर्थित विधायकों सहित इनके साथ रह रहे विधायकों के फ़ोन भी करवाये जा रहे थे टेप, मुख्यमंत्री निवास पर हमेशा यही षडयंत्र रचा जाता था कि सचिन पायलट और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि को किया जाए खराब, इसीलिए सिल सिलेवार संजीवनी का मुद्दा लाया गया