राजस्थान में स्टांप पर बिक रहीं लड़कियों के मामले में एक बार फिर गरमाई सियासत, एक दैनिक समाचार पत्र के स्टांप पेपर पर बिक रही लड़कियों के खुलासे के बाद सक्रिय हुए महिला आयोग व अन्य जांच एजेंसियां, वहीं अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले गहलोत सरकार में खेल मंत्री अशोक चांदना ने इस मामले में दिया विवादित बयान, मंत्री चांदना के इलाके में हो रही लड़कियों की खरीद फरोख्त से जुड़े सवाल पर मीडिया से बोले चांदना- ‘किस दुनिया में जीते हो, 10 हजार रुपये में तो जूता भी नहीं मिलता, लड़की कहां से मिलेगी? इस तरह को कोई मामला नहीं आया है सामने, अगर आएगा तो की जाएगी कार्रवाई,’ वहीं मंत्री अशोक चांदना के इस गैर-जिम्मेदाराना बयान पर अब बीजेपी हो गई है हमलावर, पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा- ‘खेल मंत्री अशोक चांदना ने ग़ैर ज़िम्मेदारीपूर्ण बयान देकर बेटियों पर हो रहे अपराधों की तुलना जुतो से करते हुए ऐसा कहना कि 10 हज़ार में जूते तक नहीं मिलते इंसान कहाँ से मिलेगा, उनकी अमानवीय सोच का है परिचायक,’ बीते चार नवंबर को भीलवाड़ा जिले की दो महिलाओं ने कलेक्टर से अपनी शिकायत में कहा था कि उसके ससुर और पति ने कर्ज चुकाने के लिए दो ननदों को बेच दिया है दलालों को, ये दलाल लड़कियों से देह व्यापार कराने का करते हैं काम