देशभर में लोकसभा चुनाव के 6 चरणों का मतदान हो चुका है. 19 मई को आखिरी चरण की वोटिंग होनी है. इसी बीच हर कोई चुनाव परिणाम को लेकर खासा उत्साहित नजर आ रहा है. जिसके चलते सोशल मीडिया पर चुनाव परिणाम की भविष्यवाणी संबधी पोस्ट धड़ाधड़ वायरल हो रही हैं. चुनाव आयोग को इस संबध में कई शिकायतें मिलने के बाद आयोग ने ट्वीटर को निर्देश दिए हैं. जिसमें कहा गया है कि ट्वीटर से एग्जिट पोल संबधी सभी ट्वीट हटाए जाएं.
जानकारी के अनुसार निर्वाचन विभाग द्वारा ट्विटर को एग्जिट पोल संबधी सभी ट्वीट हटाने को कहा गया है. आयोग को लगातार इस संबध में शिकायतें मिल रही थी जिसमें एक शिकायत में यूजर द्वारा एग्जिट पोल संबधी एक ट्वीट पोस्ट किया गया था. हालांकि उसके बाद उसने जल्दी ही इसे हटा भी लिया. इस संबध में आयोग ने ऐसे किसी सामान्य आदेश जारी करने से इनकार किया है. वहीं आयोग द्वारा बताया गया कि ऐसा एक मामला उनके सामने आया है.
इसमें यूजर ने एग्जिट पोल संबधी एक ट्वीट पोस्ट किया था लेकिन फिर उसे हटा लिया गया. हाल ही में चुनाव आयोग ने तीन मीडिया हाउस को कथित तौर पर लोक अधिनियम के विरूद्ध एग्जिट पोल संबधी भविष्यवाणी का सर्वे जारी करने को लेकर कारण बताओ नोटिस थमाया था. इन मीडिया हाउस ने लोकसभा चुनाव के परिणाम की भविष्यवाणी करने वाला एक सर्वे जारी किया था.
बता दें कि लोक अधिनियम का प्रतिनिधित्व की धारा 126ए के अनुसार कोई भी व्यक्ति न तो एग्जिट पोल आयोजित करेगा और न ही कोई प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से इन नतीजों को प्रकाशित या प्रचारित करेगा. इस नियम के अनुसार यदि कोई भी व्यक्ति इन प्रावधानों का उल्लंघन करता है तो उसे अधिकतम दो साल की सजा या जुर्माना या फिर दोनों से उसे दंडित किया जा सकता है.
गौरतलब है कि देश में लोकसभा चुनाव के 6 चरणों का मतदान हो चुका है और सातवें व आखिरी चरण की वोटिंग 19 मई को होने वाली है. चुनाव आयोग के प्रावधान के अनुसार सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान खत्म होने के आधे घंटे बाद से ही एग्जिट पोल जारी किए जा सकेंगे. माना जाता है कि मतदान से पहले एग्जिट पोल का असर मतदाता पर पड़ता है. जिसके बाद आयोग ने इस संबध में बड़ा कदम उठाते हुए मतदान से पहले एज्गिट पोल के प्रसारण या प्रकाशन पर प्रतिबंध लगा दिया. इससे पहले के नियम के अनुसार चुनाव शुरू होने से पहले भी एग्जिट पोल के सर्वे जारी किए जा सकते थे.