भारतीय अर्थव्यवस्था के साल 2018 में सुस्त रहने का खामियाजा भारत को भुगतना पड़ा है. अब भारत के सिर से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का ताज छिन गया है. अर्थव्यस्था की दृष्टि से भारत अब 7वें पायदान पर काबिज है. ब्रिटेन और फ्रांस की अर्थव्यवस्था में भारत के मुकाबले ज्यादा ग्रोथ रिकॉर्ड की गई. इस वजह से ब्रिटेन 5वें और फ्रांस छठे स्थान पर पहुंच गया है. अमेरिका टॉप पर बरकरार है. अर्थशास्त्रियों की मानें तो अर्थव्यवस्था पिछड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना है. मोदी सरकार ने अगले पांच सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने की बात कही गई है. ऐसे में विश्व बैंक का ये ताजा आंकड़ा परेशान करने लगा है.
भारतीय अर्थव्यवस्था के दो पायदान खिसकते ही विपक्ष को मौका मिल गया और उन्होंने दोनों हाथों से इसे भुनाने की कोशिश भी की है. पटरी से उतरती अर्थव्यवस्था की गाड़ी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. बातों ही बातों में राहुल गांधी ने मोदी 2.0 सरकार में फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारण पर भी तंज कसा है. लेकिन सोशल मीडिया पर मोदी सरकार नहीं बल्कि खुद राहुल गांधी ट्रोल हो रहे हैं. एक यूजर ने तो यहां तक कहा है कि अगर आप इतने बड़े अर्थशास्त्री हैं तो 2007 में आपने अपना ज्ञान मनमोहनजी को क्यों नहीं दिया. अगर ऐसा करते तो देश में रिशेसन न आता.
@RahulGandhi
Mr PM, The economy has derailed and there seems to be no light at the end of the tunnel. If your incompetent FM is telling you there is light, trust me it’s the train of recession coming at full throttle.https://t.co/ewoVj5m27X
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 1, 2019
@kkshastri_IYC
राहुल जी अगर इनको आपके ऊपर विश्वास होता तो, ये नोटबन्दी और जीएसटी के समय अपनी भूल स्वीकार कर, सुधारवादी कदम उठाते और देश में आज बेरोजगारी का रिकार्ड 45 साल से ऊपर न होता, #Auto #Rail #IT छटनी न करते।
ये बात आपको देश को समझानी होगी।#SatymevJayate
— K K Shastri (@kkshastri_IYC) August 1, 2019
अरे राहुलजी आपको economy भी
समझ आ जाती हैं?? हमको तो लगता था
आप कार्टून नेटवर्क से ही खुश रहते हैं।
वो आपकी @ShilpiSinghINC बता
रही थी..कार्टून नेटवर्क पर तो आपका
ही कब्जा हैं और आप economy
की बात कर रहे हैं?????— किरन जैन ( देशप्रेमी ) (@Jainkiranjain1) August 1, 2019
अबे,
अगर ये ज्ञान तूने मंदमोहन को दे दिया होता तो २००८ में रिसेशन ना आता ??
— शरद मिश्रा ?? (@thesharad) August 1, 2019
India needs a new economic settlement pic.twitter.com/dPUMZInMOY
— INCian (@INCTharoorian) August 1, 2019