डी वाई चंद्रचूड़ की जीवनी | DY Chandrachud Biography in Hindi

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DY Chandrachud Latest News – पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ इन दिनों में चर्चा में है. उन्हें सुप्रीम कोर्ट की ओर से अपना सरकारी बंगला खाली करने को कहा गया है. पूर्व जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ अभी दिल्ली के 5 कृष्ण मेमन मार्ग में स्थित टाइप 8 बंगले में रह रहे है. अब उन्हें यह बगला खाली करना होगा. सरकारी बंगले को खाली करने मे हुई देरी को लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को अपनी कुछ व्यक्तिगत समस्याओ का जिक्र किया है. उन्होंने यह भी कहा है वे मुश्किल से दस दिन के भीतर अपने उस बंगले को खाली कर देंगे और सरकार द्वारा दिए गए नए बंगले में चले जायेगे. इस समय पुराने बंगले में मरम्मत का काम चल रहा है. चंद्रचूड़ सीजेआई के पद से नबंबर 2024 में रिटायर हुए थे. इस लेख में हम आपको भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की जीवनी (DY Chandrachud Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

डी वाई चंद्रचूड़ की जीवनी (DY Chandrachud Biography in Hindi)

पूरा नाम धनंजय यशवंत चंद्रचूड़
उम्र 65  साल
जन्म तारीख 11 नवंबर 1959
जन्म स्थान मुंबई
शिक्षा डॉक्टर ऑफ ज्यूरिडिकल साइंस
कॉलेज हार्वर्ड लॉ स्कूल
वर्तमान पद
व्यवसाय भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश
राजनीतिक दल
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम यशवंत विष्णु चंद्रचूड़
माता का नाम प्रभा
पत्नी का नाम कल्पना दास
बेटें का नाम
बेटी का नाम दो बेटियाँ
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

डी वाई चंद्रचूड़ का जन्म और परिवार (DY Chandrachud Birth & Family)

डी वाई चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को चंद्रचूड़ परिवार में हुआ था. डी वाई चंद्रचूड़ का पूरा नाम धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ है. चंद्रचूड़ के पिता का नाम यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ था, जो भारत के सबसे लंबे समय तक मुख्य न्यायाधीश रह चुके थे. वाई चंद्रचूड़ की माँ का नाम प्रभा था. वो एक शास्त्रीय संगीतकार थीं, जो ऑल इंडिया रेडियो के लिए गाती थीं.

डी वाई चंद्रचूड़ की पहली पत्नी रश्मि की 2007 में कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी. बाद में उन्होंने वकील कल्पना दास से शादी की. उनके दो बेटे और दो बेटियाँ हैं. उनके बेटो के नाम अभिनव चंद्रचूड़ और चिंतन चंद्रचूड़ है जबकि उनकी बेटियों के नाम प्रियंका और माही हैं.

डी वाई चंद्रचूड़ की शिक्षा (DY Chandrachud Education)

डी वाई चंद्रचूड़ की प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल व दिल्ली में सेंट कोलंबा स्कूल से हुई थी.बाद में उन्होने वर्ष 1979 में सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और गणित में ऑनर्स के स्नातक किया था. इसके बाद चंद्रचूड़ ने वर्ष 1982 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से विधि में स्नातक किया. इसके बाद वर्ष 1983 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से विधि में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की. बाद में उन्होंने 1986 में हार्वर्ड लॉ स्कूल से डॉक्टर ऑफ ज्यूरिडिकल साइंस की उपाधि प्राप्त की. उनका डॉक्टरेट शोध प्रबंध सकारात्मक कार्रवाई पर था, जहां उन्होंने तुलनात्मक ढांचे में कानून पर विचार किया.

डी वाई चंद्रचूड़ का शुरूआती जीवन (DY Chandrachud Early Life)

डी वाई चंद्रचूड़ दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई से लॉ करके कुछ समय तक एक जूनियर वकील के रूप में वकीलों और न्यायाधीशों के साथ काम किया. हार्वर्ड से स्नातक करने के बाद चंद्रचूड़ ने सबसे पहले लॉ फर्म सुलिवन एंड क्रॉमवेल में काम किया. भारत लौटने पर चंद्रचूड़ ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय और बॉम्बे उच्च न्यायालय में एक वकील के तौर पर प्रैक्टिस की. उन्हें जून 1998 में बॉम्बे उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता की उपाधि दी गई थी. उस वर्ष डी वाई चंद्रचूड़ को भारत का अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था.

न्यायाधीश के रूप में डी वाई चंद्रचूड़ का करियर (DY Chandrachud’s career as a Judge)

डी वाई चंद्रचूड़ को 29 मार्च 2000 को बॉम्बे उच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. बाद में चंद्रचूड़ को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश किया गया था. मुंबई में काम करते हुए चंद्रचूड़ को महाराष्ट्र न्यायिक अकादमी का निदेशक बनाया गया था.

डी वाई चंद्रचूड़ 31 अक्टूबर 2013 से लेकर 13 मई 2016 तक इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे. उसी के बाद उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति मिली. डी वाई चंद्रचूड़ को 17 अक्टूबर 2022 को भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया किया गया. इससे पहले मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललित थे. उन्ही के स्थान पर चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर 2022 को भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी.

न्यायाधीश के अलावा एक प्रोफ़ेसर भी

एक वरिष्ठ वकील, न्यायाधीश के अलावे डी वाई चंद्रचूड़ मुंबई विश्वविद्यालय और संयुक्त राज्य अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ़ ओक्लाहोमा कॉलेज ऑफ़ लॉ में तुलनात्मक संवैधानिक कानून के विजिटिंग प्रोफेसर भी हुआ करते थे. उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, डीकिन विश्वविद्यालय , मेलबर्न लॉ स्कूल, हार्वर्ड लॉ स्कूल, येल लॉ स्कूल , हवाई विश्वविद्यालय में विलियम एस रिचर्डसन स्कूल ऑफ़ लॉ और दक्षिण अफ़्रीका के विटवाटरसैंड विश्वविद्यालय में व्याख्यान दिया है.

डी वाई चंद्रचूड़ के कुछ महत्वपूर्ण जजमेंट

चंद्रचूड़ के कई फैसले ऐतिहासिक रहे है. उन्होंने रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को ज़मानत दिया था. उस मामले के अनुसार मुंबई पुलिस ने एक व्यक्ति और उसकी माँ की आत्महत्या के के लिए उन्हें गिरफ़्तार किया था, जिसमे दावा किया था कि गोस्वामी ने उन्हें कुछ अनुबंध कार्यों के लिए बकाया पैसे नहीं दिए थे. जिसके कारण आत्महत्या जैसी स्थिति बन गई. अपने फ़ैसले में, चंद्रचूड़ ने कहा था कि बॉम्बे उच्च न्यायालय प्रथम दृष्टया यह मूल्यांकन करने में विफल रहा है कि गोस्वामी के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला बनता है या नहीं.

चंद्रचूड़ ने शिवराज सिंह चौहान बनाम मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष मामले में भी ऐतिहासिक निर्णय सुनाया था. उन्होंने कहा था कि विधानसभा के चालू सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा बुलाने की राज्यपाल की शक्ति का प्रयोग यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से वैध था कि सामूहिक जिम्मेदारी के मानदंड को विधिवत संरक्षित किया जाए. उन्होंने इस दलील को स्वीकार किया कि राज्यपाल के पास फ्लोर टेस्ट का आदेश देने की शक्ति है यदि राज्यपाल के पास कोई ठोस आधार हो.

इस लेख में हमने आपको भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की जीवनी (DY Chandrachud Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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