पॉलिटॉक्स ब्यूरो. यूं तो कांग्रेस विधायक और मंत्रियों का मानदेय अच्छा खासा है लेकिन अजीब बात है कि बावजूद इसके पार्टी फंड में सालाना 300 रुपये जमा कराने में भी उन्हें जोर आ रहा है. यह बात कोई मजाक नहीं बल्कि सच है. पार्टी के 50 फीसदी नेताओं का नो ड्यूज अभी भी बाकी चल रहा है. इसके चलते मनमोहन कमेटी (Manmohan Committee) की सिफारिशों का साफ तौर पर उल्लंघन हो रहा है. इसके मुताबिक 31 दिसम्बर तक पार्टी फंड में मंत्री और विधायकों को पैसा जमा कराना था लेकिन अभी तक केवल 50 फीसदी नेताओं ने ही इस काम को अंजाम दिया है. हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम एवं पीसीसी चीफ सचिन पायलट एक महीने का वेतन पार्टी फंड में चैक के जरिए जमा करवा चुके हैं.