पॉलिटॉक्स न्यूज/श्रीनगर. डोडा जिले में हुई मुठभेड़ में ढेर आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दोनों आतंकवादियों में से एक की पहचान मोस्ट वांटेड आतंकी ताहिर अहमद भट उर्फ उकाब के रूप में हुई है. वह पुलवामा के मंगलपोरा इलाके का रहने वाला था और पिछले साल किश्तवाड़ में आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा की हत्या में शामिल था. मारा गया हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर हारून अब्बास वानी का करीबी था और उसके साथ कई आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा था. दूसरे आतंकी की पहचान मकसूद अहमद के रूप में हुई है. सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम के जाबाजों ने रविवार देर रात डोडा के खोत्र गांव में इस एनकाउंटर को अंजाम दिया. एनकाउंटर में आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए सेना का एक जवान शहीद हुआ है.
सामने आ रहा है कि एक सोची समझी चाल और जाल बिछाकर इन दोनों आतंकियों को सेना के जवानों ने ढेर किया है. आधी रात को कश्मीर जोन की पुलिस ने आतंकियों के बारे में टेक्निकल इनपुट सुरक्षाबलों को दिया कि दो आतंकी एक घर में छिपकर बैठे हैं. आतंकियों की लोकेशन की सटीक जानकारी सुरक्षाबलों को मिल गई थी. जैसे ही सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली, सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके को पूरी तरह से घेर लिया. सुरक्षाबलों ने कई आवासीय परिसरों को भी घेर लिया.
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पुलिस के विशेष इनपुट पर रविवार सुबह डोडा में सेना की 10 राष्ट्रीय राइफल और एसओजी ने सूचना के आधार पर डोडा शहर से 26 किलोमीटर दूर गुंडाना क्षेत्र के गांव खोत्री धारा में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना के उपरांत उनकी तलाशी के लिए अभियान छेड़ दिया. जब स्थानीय लोगों को इस बात की भनक लगी तो वे अचानक से बाहर आने लगे. घर के बाहर तैनात सुरक्षाबलों को इसके बाद और ज्यादा मुश्किलें सामने आने लगीं. आतंकी ताहिर और उसके सहयोगियों ने अपने हथियार छिपा दिए और आम नागरिकों की तरह ही बाहर आए. आतंकी स्थानीय लोगों में शामिल होकर भागना चाहते थे. आतंकियों को लगा कि वे सुरक्षाबलों को चकमा देकर फरार हो जाएंगे. सुरक्षाबलों ने सभी स्थानीय लोगों को अपने घरों में वापस लौटने को कहा. सुरक्षाबलों ने हर घर में सर्च ऑपरेशन चलाया.
सुरक्षाबलों के जवान जब एक संदिग्ध घर में घुसे तो आतंकी हरकत में आ गए. आतंकियों ने जहां हथियार छिपाए थे, उन्हें बाहर निकाल सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया और फायरिंग शुरू कर दी. सेना और एसओजी ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए आतंकवादियों को सबसे पहले आत्मसमर्पण करने के लिए कहा. आतंकवादियों ने इसे अनसुना करते हुए फायरिंग जारी रखी. इसके उपरांत सेना व एसओजी ने भी आतंकवादियों पर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. इसके दोनों आतंकी मार गिराए गए.
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जम्मू के आइजीपी मुकेश सिंह के अनुसार, डोडा में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता मिली है. मारे गए आतंकवादियों का संबंध हिजबुल मुजाहिदीन गुट से था. मारे गए आतंकवादी में से एक की पहचान ताहिर के रूप में हुई है जो पिछले साल किश्तवाड़ में आरएसएस नेता की हत्या की साजिश में संलिप्त था. आतंकी ताहिर हत्या के कई मामलों में वांछित था. उसका का नाम बनिहाल आईईडी ब्लास्ट केस में भी आया था जिसकी जांच एनआईए कर रही थी.
इसके बाद सुरक्षाबलों ने उक्त घर को खाली कराया. जैसे स्थानीय लोग और मुठभेड़ स्थल वाले घर के मालिक बाहर निकले, सुरक्षाबलों ने घर को आईईडी धमाके से उड़ा दिया. ताहिर अहमद भट भी उस आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा था जो घाटी में दक्षिणपंथी नेताओं की हत्या में शामिल था. नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी ने शुक्रवार को 6 लोगों के खिलाफ एक चार्जशीट तैयार की थी. इस चार्जशीट में हिज्बुल मुजाहिदीन के मारे गए तीन आतंकियों का भी जिक्र था.
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आईजीपी जम्मू ने इस मुठभेड़ को लेकर कहा कि डोडा के खोत्र गांव में आतंकवादी ताहिर अहमद भट की उपस्थिति के बारे में जानकारी मिली. हम जनवरी से इस आतंकवादी की तलाश में थे. पूर्व में मारे गए हिजबुल आतंकी हारून के मारे जाने के बाद से यह आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था. सेना का एक जवान आतंकियों का निशाना बन गया. गंभीर रूप से घायल होने के बाद जवान की मौत हो गई.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से घाटी में आतंकवादी सक्रिय हो गए हैं. पिछले शनिवार जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो विदेशी आतंकी मारे गए थे लेकिन इस एनकाउंटर में सेना के एक कर्नल और मेजर समेत पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके बाद सेना ने कुख्यात आतंकी रियाज नायकू को मार गिराया था.