Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच राजस्थान की पूर्व राज्यपाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्ग्रेट अल्वा ने सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा और पूछा कि क्या भाजपा में जाकर वह 45 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनना चाहते थे क्या? अल्वा ने आगे कहा जब सारा देश कोविड-19 महामारी से लड़ रहा है और चीन के साथ सीमा पर गतिरोध बना हुआ है, ऐसे में मुख्यमंत्री बनाए जाने की सचिन पायलट की मांग कहां तक जायज है?
बीजेपी में जाकर क्या 45 साल में प्रधानमंत्री बनना चाहते थे क्या पायलट
मार्ग्रेट अल्वा ने कहा कि 25 साल की उम्र में सचिन पायलट कांग्रेस में शामिल हुए और 26 साल की उम्र में सांसद बन गए. दो बार केंद्रीय मंत्री रहे, प्रदेश अध्यक्ष बने, फिर उप मुख्यमंत्री बने. उन्होंने सवाल किया, ‘25 से 41 साल तक की उम्र के सफर में क्या किसी और को इतना सबकुछ मिला है? अब आप बोल रहे हो कि मुझे मुख्यमंत्री बनाओ.’ अल्वा ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ अगर वह काम नहीं करना चाहते थे तो उन्हें उपमुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देकर बतौर प्रदेश अध्यक्ष काम करते रहना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि किसी ‘स्टार’ को धैर्यवान होना चाहिए. इतनी जल्दी में आप कहां पहुंचना चाहते थे? 42 साल की उम्र में मुख्यमंत्री और 45 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बनना चाहते थे, आप भाजपा में जाकर?
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्ग्रेट अल्वा ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान में चुनाव बाद बहुमत की सरकार बनाई थी जिसमें सचिन पायलट को न सिर्फ उपमुख्यमंत्री बनाया गया बल्कि चार महत्वपूर्ण विभाग दिए गए. इसके साथ ही उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद पर भी बरकरार रखा गया. फिर ऐसे समय में जब कोविड-19 जैसा संकट हमारे सामने है, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध चल रहा है, देश में हलचल है और आप कह रहे हो मुझे मुख्यमंत्री बनाओ. क्या ये उचित है? क्या यह सही समय है? वहीं, उन्होंने पायलट का जिक्र करते हुए कहा कि आप पढ़े लिखे हो, आप पॉप्यूलर हो, सब ठीक है. लेकिन धैर्य भी तो होना चाहिए. 15 विधायक लेकर आप मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं.
CWC वरिष्ठ नेता कर क्या रहे हैं? आप नहीं कर सकते तो छोड़ दीजिए, युवाओं को आगे आने दीजिए
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए मार्ग्रेट अल्वा ने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी युवा टीम बनाने का मौका दिया जाना चाहिए, तभी पार्टी में नया दृष्टिकोण” और ‘नया जोश’ आएगा. अल्वा ने कहा कि आज देश की आबादी में 50 फीसद हिस्सा 25 साल से कम उम्र के युवाओं का है और इन युवा मतदाताओं की अपनी आशाएं व आकांक्षाएं हैं. अल्वा ने कहा कि हमारी पार्टी में आज जो वर्किंग कमेटी में बैठे हैं, जो तथाकथित ‘डिसिजन मेकर्स’ हैं, उनकी उम्र क्या है. उनकी औसत उम्र क्या है? चार, पांच को छोड़ दें तो सब 75, 80 और 85 के आसपास हैं. ये लोग तो राहुल को कभी आगे नहीं आने दे रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी के अंदर यदि कोई मतभेद या विवाद है तो उसका समाधान निकाला जाना चाहिए और इसके लिए उचित मंच भी है. उन्होंने कहा, ‘अनुशासनात्मक समिति है… वर्किंग कमेटी है… महासचिव हैं. क्या कर रहे हैं सब? प्रत्येक चीज सोनिया के सिर पर डालकर…आप लोग क्या कर रहे हो भैया. जब पांच राज्यों में राहुल के नेतृत्व में सरकार आई तब तो कुछ नहीं बोले, एक कहीं हार गया तो राहुल का हो गया… ये वरिष्ठ नेता कर क्या रहे हैं? आप नहीं कर सकते तो छोड़ दीजिए. युवाओं को सामने आने का मौका दीजिए.’
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वहीं कांग्रेस में पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मार्ग्रेट अल्वा ने सवालिया लहजे में कहा कि किसने मना किया है? अल्वा ने कहा, ‘कोई भी अध्यक्ष पद के लिए खड़ा होना चाहता है तो खड़ा होने दीजिए… चुनाव होने दीजिए… कोई खड़ा होने को तैयार नहीं है. कोई नहीं चाहता है यह जिम्मेदारी लेना. किसने मना किया है? अल्वा ने बताया कि उन्होंने पार्टी में उत्तर, दक्षिण और पूर्वोत्तर के लिए तीन उपाध्यक्ष बनाए जाने का सुझाव दिया था लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया.
मोदी सरकार के खिलाफ कोई बोलेगा तो तो जेल जाएगा और देशद्रोही बना दिया जाएगा
दिग्गज कांग्रेस नेता मार्ग्रेट अल्वा ने केंद्र की मौजूदा सरकार पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह सिर्फ ‘मन की बात’कर रही है. अल्वा ने कहा कि देश में क्या हो रहा है. पहले ऑल इंडिया रेडियो था, अब है ‘मन की बात’. देश की आज हालत क्या है? अर्थव्यवस्था की क्या स्थिति है? सारी दुनिया सैटेलाइट के हवाले से कह रही है कि चीन हमारी सीमा में घुस आया है और आप कह रहे हो कि कोई हमारी सीमा में नहीं आया. दल-बदल कानून मजाक बन कर रह गया है. कोई बोलेगा तो जेल जाएगा… देशद्रोही बना दिया जाएगा. वहीं अल्वा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को निशाने पर लेते हुए उन्हें ‘‘आया राम, गया राम’’ यानी कथित दल-बदल का निर्देशक बताया और कहा, ‘‘वक्त आएगा, ये जो सब छोड़कर भाग गए हैं, सब वापस आएंगे.’
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कांग्रेस को खत्म करने वाला कोई नहीं हुआ
इसके साथ ही मार्ग्रेट अल्वा ने भाजपा के कांग्रेस मुक्त नारे की ओर इशारा करते हुए दावे के साथ कहा कि कांग्रेस कभी खत्म नहीं होगी. अल्वा ने कहा, ‘इसका 150 साल पुराना इतिहास रहा है. कभी हारे, कभी जीते, कभी जेल गए तो कभी गद्दी पर भी बैठे, लेकिन कांग्रेस को खत्म करने वाला कोई नहीं हुआ है.’