Politalks.News/Rajasthan. कांग्रेस और NSUI के कार्यकर्ताओं द्वारा राजसमंद सांसद दीया कुमारी के घेराव का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में सांसद दीया कुमारी ने पुलिस में FIR दर्ज करवाई है. सांसद दीया कुमारी ने पॉलिटॉक्स न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बात करते हुए पूरे घटना क्रम की जानकारी दी. दीया कुमारी ने बताया कि कांग्रेस और NSUI के कार्यकर्ताओं ने उनके होटल पर पहुंचकर डराने घमकाने की कोशिश की. दीया कुमारी ने कहा कि पुलिस को सूचित करने के बावजूद भी इन असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार नहीं किया गया और पुलिस ने उन्हें भगाने का प्रयास किया. दिया कुमारी ने कहा राजसमंद वीरों की धरती है और मैं महावीर चक्र विजेता की बेटी हूँ, इनसे डरने वाली नहीं हूं. हर हाल में सामना करूंगी और ईंट का जवाब पत्थर से देने की हिम्मत रखती हूं.
सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि राजनीतिक दृष्टि से ऐसे प्रदर्शन को उचित नहीं ठहराया जा सकता. पिछले दो वर्ष से मैने पूरे क्षेत्र में प्रवास किया है और मेरी उपलब्धता हर जगह रही है. दीया कुमारी ने कहा ऐसा प्रदर्शन तो उनके खिलाफ भी नहीं किया जा सकता जो जनप्रतिनिधि लंबे समय से क्षेत्र में उपलब्ध नहीं हो. दीया ने आगे कहा कि इसमें एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का दोष नहीं है, यह दोष कांग्रेस की राजनीतिक परवरिश का है. जैसे संस्कार कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को देती वही संस्कार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित होते हैं. हार और जीत चुनाव के दो पहलू है लेकिन उपचुनाव में सम्भावित हार की बौखलाहट का प्रदर्शन इस तरह से किया जाएगा, ऐसी उम्मीद नहीं थी.
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इस मामले को लेकर दीया कुमारी ने एक ट्वीट भी किया- क्या हो गया मेरे राजस्थान को, अचंभित हूँ और अडिग भी. दीया कुमारी ने लिखा कि हिम्मत है तो लोकतांत्रिक तरीक़े से लड़े, मतदाता ने तो मन बना लिया है, मेवाड़ की भूमि का हर मतदाता बिना भय के अपने स्वाभिमान के लिए लड़ेगा. वहीं इस मामले में भाजपा चुनाव सम्पर्क विभाग के प्रदेश प्रमुख नाहर सिंह माहेश्वरी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की है. पत्र के साथ माहेश्वरी ने घटनास्थल के वीडियो फुटेज भी आयोग को उपलब्ध करवाए हैं. माहेश्वरी ने पत्र में मांग की है कि दीया कुमारी को सुरक्षा मुहैया करवाने के साथ दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर असामाजिक तत्वों को तुरन्त गिरफ्तार किया जाए.
मंत्री प्रमोद जैन भाया और कलेक्टर को राजसमंद से हटाने की मांग
भाजपा विधायक कालीचरण सराफ, चुनाव सम्पर्क विभाग के प्रदेश प्रमुख नाहर सिंह माहेश्वरी, प्रदेश मीडिया प्रभारी विमल कटियार ने अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल को एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें राजसमंद विधानसभा उपचुनाव 2021 में कैबिनेट मंत्री प्रमोद जैन भाया, राजसमंद जिलाधीश, अन्य अधिकारियों को विधानसभा चुनाव प्रक्रिया से तत्काल हटाने की मांग की गई है. सराफ ने आरोप लगाया कि कि भाया राजसमंद कलेक्टर अरविन्द पोसवाल और अन्य अधिकारियों के माध्यम से मतदाताओं को धमकी देकर मतदान को प्रभावित करने का कार्य कर रहे हैं. इन लोगों के रहते राजसमंद में निष्पक्ष चुनाव होना सम्भव नहीं है, इसलिए इन सभी को वहां से हटाया जाए.