Politalks.News/Rajasthan. खबर जोधपुर और नागौर से जुड़ी है. ये खबर पूरे मारवाड़ में चर्चा का विषय बनी हुई है. करीब 4 वर्ष पुराने मर्डर और मर्डर की साजिश रचने के मामले में बुधवार को नागौर CO विनोद सीपा के नेतृत्व में पुलिस ने दबिश देकर खींवसर प्रधान के पति जगदीश बिडियासर को गिरफ्तार कर लिया है. इसी मामले में पुलिस ने एक अन्य आरोपी को भी पकड़ा है. दरअसल करीब 4 साल पहले भोजास गांव में एक होटल पर एक व्यक्ति की लाश मिली थी. मृतक के बेटे ने बिडियासर सहित 4 लोगों पर लेनदेन विवाद के चलते उसके पिता को नशीली चीज खिलाकर मारने का संगीन आरोप लगाते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था.
कौन है जगदीश बीडियासर
रालोपा से बागी होकर जगदीश बीडियासर ने कांग्रेस और निर्दलीयों की मदद से अपनी पत्नी सीमा बीडियासर को खींवसर का प्रधान बनवाया था. दरअसल भोजास से सरपंच जगदीश RLP की ओर से प्रधान बनवाना चाहता था. लेकिन टिकट नहीं मिलने पर जगदीश ने बागी होकर कांग्रेस की मदद से पत्नी को प्रधान बनवाया था. इस दौरान ही जगदीश का एक मारपीट से जुड़ा वीडियो भी चर्चाओं में रहा था. स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इन घटनाओं के बाद से ही जगदीश बिडियासर RLP की नजरों में खटक रहा था.
ये था मामला
विनीत पुत्र भींयाराम विश्नोई ने 25 मई 2017 को पांचौड़ी थाने में मामला दर्ज कराते हुए बताया था कि, ‘एक दिन पहले भजनलाल ने उसे फोन कर कहा कि उसका पिता भींयाराम भोजास गांव में उसकी होटल पर बेहोश पड़ा है. इसके बाद उन्हें JLN हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां देर रात उनकी मौत हो गई. इसके बाद उसे मालूम चला कि उसके पिता भींयाराम का डोडा पोस्त तस्कर नवल शर्मा, जगदीश बिडियासर, भागीरथ टाडा व भजनराम से लेनदेन का विवाद चल रहा था. घटना के समय उसका पिता भींयाराम गोविन्द व नैनाराम निवासी भोजास के साथ आरोपियों के पास भाजनराम की होटल गया था. गोविन्द और नैनाराम उसके पिता को वहां छोड़कर चले गए. इसके बाद नवल शर्मा, जगदीश बिडियासर, भागीरथ टाडा व भजनराम ने कोई नशीली चीज खिलाकर उसके पिता भींयाराम की हत्या कर दी और उनकी जेब से कागजात व रुपये निकाल लिए.
यह भी पढ़ें- कांग्रेस में रार: सिब्बल के घर पर हुए प्रदर्शन को आनंद शर्मा ने बताया गुंडागर्दी, सोनिया से की ये बड़ी मांग
दिव्या मदेरणा का बयान- राजनीतिक दबाव में काम नहीं करे पुलिस
अब इस पूरे में मामले को लेकर ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने सोशल मीडिया पर किया गया कमेंट चर्चा का विषय बना हुआ है. दिव्या ने लिखा है कि, ‘4 साल पुराने मामले में जिस पर 2 बार पुलिस ने जांच करके FR लगा दी थी. उसमें खींवसर विधानसभा क्षेत्र के गांव भोजास सरपंच और खींवसर प्रधान पति जगदीश बिडियासर को कल नागौर पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं’. दिव्या ने लिखा है कि, मैंने कल दोपहर को पुलिस अधीक्षक नागौर से फोन पर बात करके कहा था कि राजनीतिक दबाव में काम मत कीजिए. कल कि यह गिरफ़्तारी नागौर पुलिस की कार्यशैली पर गम्भीर सवाल खड़े करती है’. मदेरणा ने लिखा है कि, ‘आये दिन खींवसर में निर्दोषजनों को राजनीति द्वेष के कारण पुलिस द्वारा निशाना बनाया जा रहा है. पुलिस अगर खुद कठपुतली की तरह दबाव में काम करेगी तो लोकतंत्र में जनता न्याय की अपेक्षा किससे करेगी’.
दिव्या मदेरणा ने उठाया नागौर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल
नागौर पुलिस की इस कार्रवाई पर ओसियां से विधायक दिव्या मदेरणा ने सवाल उठाए और साथ ही पुलिस को राजनीतिक दबाव में काम नहीं करने की नसीहत भी दे डाली है. अब इस मामले को लेकर भाजपा और RLP का हमलावर होना तय है ही, क्योंकि जगदीश RLP से बगावत तो पहले ही कर चुका था. सवाल तो दिव्या मदेरणा से भी पूछा जा रहा है कि, क्या वो अपनी ही पार्टी के खिलाफ आवाज तो नहीं उठा रही हैं?
यह भी पढ़ें- बसपा से कांग्रेसी बने 4 विधायक पहुंचे दिल्ली, राहुल से करेंगे फाइनल बात, 2 ने जताया गहलोत में विश्वास
मदेरणा के बयान के बाद सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
दिव्या मदेरणा के इस बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि कांग्रेस विधायक क्या अपनी की सरकार के खिलाफ आरोप लगा रही हैं. मदेरणा किस पर राजनीतिक दबाव डालने का आरोप लगा रही है. सरकार तो उनकी ही पार्टी की है. और अगर वो ये कहना चाह रही हैं कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पुलिस पर दबाव बना रहे हैं तो ऐसा संभव नहीं है. सोशल मीडिया पर भी मदेरणा से ऐसे ही कई सवाल पूछे जा रहे हैं. कुछ RLP समर्थकों ने तो यहां तक लिख दिया कि,’दिव्या जी को कहा था कि आप बेनीवाल जी से मत भिड़ो, अब भुगतो.’
यह भी पढें- पंजाब संकट के बीच G-23 ने की ‘आवाज’ बुलंद, सिब्बल ने ‘आलाकमान’ पर ही उठाए गंभीर सवाल
मामले का राजनीतिक रंग लेना तय
अब दिव्या मदेरणा के द्वारा जगदीश बिडियासर की गिरफ्तारी पर सवाल उठाने के बाद ये मामला राजनीतिक रंग लेने वाला है. क्योंकि कांग्रेस विधायक ने अपनी ही कांग्रेस पार्टी की सरकार के खिलाफ ही आवाज उठाने को भाजपा और खासकर RLP संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल मुद्दा बना सकते हैं.