Politalks.News/Rajasthan. अन्य राज्यों के साथ पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा वैट घटाए जाने के बाद दबाव में आइ प्रदेश की गहलोत सरकार ने मंगलवार शाम मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पेट्रोल पर 4 रुपए और डीजल पर 5 रुपए लीटर वैट कम करने की घोषणा की. ये दरें प्रदेश में मंगलवार रात से लागू भी हो गईं. लेकिन अन्य राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में वैट की दरों में की गई कटौती से बीजेपी संतुष्ट नहीं है. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत सरकार पर जोरदार तंज कसते हुए निशाना साधा है.
बहुत देर कर दी मेहरबां आते-आते..- सतीश पूनियां
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट के जरिए तंज कसते हुए लिखा कि, ‘बहुत देर कर दी मेहरबां आते-आते.. राज्य की जनता की यह मांग तो 3 साल पुरानी है. कम से कम दूसरे राज्यों से ही प्रदेश सरकार सीख ले लेती.’ पूनियां ने लिखा कि बिजली के फ्यूल चार्जेस के बारे में भी प्रदेश सरकार को प्रकाश डालना चाहिए.
बहुत देर कर दी मेहरबाँ आते आते…राज्य की जनता की यह माँग तो तीन बरस पुरानी है।दूसरे राज्यों से सीख लेते;बिजली के फ़्यूल चार्जेज़ के बारे में भी प्रकाश डालिए;हाँ कांग्रेस के राजस्व की भरपाई का फ़ार्मूला तो आपने आज शिक्षकों के बीच कर उजागर कर ही दिया है। https://t.co/lEZ57FdkGh
— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) November 16, 2021
अपने ट्वीट में सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जोरदार तंज कसते हुए लिखा कि कांग्रेस के राजस्व की भरपाई का फार्मूला तो आपने शिक्षकों के बीच उजागर कर ही दिया है. पूनियां का यह तंज मंगलवार को बिरला सभागार में हुए राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में हुए घटनाक्रम की तरफ था. दरअसल, राज्यस्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए अचानक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शिक्षकों से पूछ बैठे, ट्रांसफर में पैसे देने पड़ते हैं क्या? इसका जवाब सभी शिक्षकों ने हां में दिया, उसे सुनकर मुख्यमंत्री गहलोत खुद ही झेंप गए. शिक्षामंत्री की उपस्थिति में हुए इस वाकये से एक बार तो सीएम गहलोत के चेहरे का रंग ही उड़ गया. हालांकि सीएम गहलोत ने इसे दुखदायी बताया, मगर मौके की ताक में बैठी भाजपा ने सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है.
CM @ashokgehlot51 जी, आपने 3 नवंबर को केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल एवं डीजल पर 5 व 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाने के 2 सप्ताह बाद सबसे आखिरी में जनाक्रोश को देखते हुए ऊंट के मुंह में जीरा समान वैट में कमी की है। कम से कम कांग्रेस शासित पड़ोसी राज्य पंजाब के समान तो वैट कम करते। https://t.co/uM8i0o356A
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) November 16, 2021
देर से ही सही दुरुस्त आए, खानापूर्ति के लिए शुक्रिया- राजेंद्र राठौड़
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पेट्रोल और डीजल पर गहलोत सरकार की ओर से की गई वैट की दरों में कमी को नाकाफी बताया. राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि, ‘आपने 3 नवंबर को केंद्र सरकार की ओर से 5 और 10 एक्साइज ड्यूटी घटाने के 2 सप्ताह बाद सबसे आखिरी में जनाक्रोश को देखते हुए ऊंट के मुंह में जीरा समान वेट में कमी की है. कम से कम कांग्रेस शासित पड़ोसी राज्य पंजाब के समान तो वैट कम करते.’ राजेंद्र राठौड़ ने लिखा कि, ‘देश में सर्वाधिक वैट वसूलने राजस्थान में सबसे कम राहत देना दुर्भाग्यपूर्ण है. खैर देर से आए दुरुस्त आए,खानापूर्ति के लिए धन्यवाद.’
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आपको बता दें, हाल ही में दीवाली की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बड़ी राहत देते हुए केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी कम की थी. तो वहीं उसके बाद चुनावी राज्यों सहित देश के कई राज्यों ने वैट कम कर और दरें कम कर दी थीं. जिसके बाद से प्रदेश भाजपा लगातार गहलोत सरकार पर वैट की दरों में कमी करने के लिए दबाव बना रही थी. इसी के चलते गहलोत मंत्रिमंडल ने मंगलवार को राजस्थान में पेट्रोल पर 4 रुपए और डीजल पर 5 रुपए प्रति लीटर वैट की दर में कमी करने का निर्णय लिया है जो मंगलवार रात 12 बजे बाद से ही लागू हो गई हैं.