Ramesh Bidhuri
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Ramesh Bidhuri Video: संसद को लोकतंत्र का सबसे पवित्र मंदिर कहा जाता है. आज उसी मंदिर में खड़े होकर बीजेपी सांसद ने संसद की गरिमा और मर्यादा को तार तार करते हुए संसद को गालियों एवं धमकियों का अखाड़ा बना दिया. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सांसद रमेश बिधूड़ी ने बसपा सांसद दानिश अली को लेकर संसद की कार्यवाही के दौरान ही जमकर अपशब्द बोले और भद्दी गालियां दी. यहा तक की विपक्षी सांसद को उग्रवादी तक कहते हुए बाहर देख लेने की धमकी भी दी. इसके बाद विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा मचाया. हंगामा बढ़ते देख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बिधूड़ी के बयान पर माफी मांगनी पड़ी. बाद में इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटाने की बात पर सभी शांत हुए. बहराल इस विवादित बयान पर बीजेपी समर्थकों ने तो चुप्पी साध ली है. इसके विपरीत, विपक्ष के नेताओं ने इसे मोदी की देन बताया है. वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने इस कृत्य को देश का अमृतकाल नहीं बल्कि विषकाल का दर्जा दिया है. वहीं विपक्ष के एमपी दानिश अली ने सभापति से सांसद बिधूड़ी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग की है.

लालू ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

लोकसभा में बुलाए विशेष सत्र के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा विपक्ष के एमपी दानिश अली पर अमर्यादित भाषा की लालू प्रसाद यादव ने निंदा की है और इसके लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. लालू ने कहा, ‘बीजेपी का एक सांसद विपक्ष के एमपी के लिए तुच्छ और अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहा है, जो पीएम मोदी की विकृत सामाजिक और राजनीतिक संस्कृति की देन है. प्रधानमंत्री मोदी ने देश की समृद्ध संसदीय परंपराओं के विरूद्ध ऐसी विकृत समाजिक राजनीतिक संस्कृति को जन्म दिया है जिसमें इनकी एक सांसद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के हत्यारे आतंकवादी का महिला मंडन करती है. पीएम के इशारे पर एक बीजेपी सांसद पार्लियामेंट के भीतर विपक्ष के सांसद के लिए जिस अमर्यादित, असंसदीय और तुच्छ भाष का प्रयोग कर रहा है, वह घोर आपत्तिजनक, निंदनीय एवं लोकतंत्र तथा समाज के लिए चिंताजनक है. यह इनका अमृतकाल नहीं बल्कि विषकाल है.’

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कांग्रेस और टीएमसी ने बीजेपी को घेरा, कार्रवाई की मांग

रमेश बिधूड़ी के बयान को लेकर कांग्रेस और टीएमसी ने मोदी सरकार को घेरा है. कांग्रेस ने पीएम को निशाने पर लेते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, ‘मोदीजी, क्या आपने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी का ये बयान सुना? वो एक दूसरे सांसद को उनके धर्म के आधार पर ऐसी गालियां दे रहे हैं जो यहां लिखी नहीं जा सकतीं. पूरा विश्वास है आपने सुना ही होगा, और अब आप इनका प्रमोशन जरूर करेंगे.’ इधर, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने रमेश बिधूड़ी को पार्टी से निकालने की मांग की है. वहीं आप सांसद संजय सिंह ने भी रमेश बिधूड़ी पर कार्रवाई की मांग की है.

 

इधर, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है कि मुसलमानों, ओबीसी को गाली देना भाजपा की संस्कृति का अभिन्न अंग है. ज्यादातर को इसमें गलत नहीं दिखता. इसने भारतीय मुसलमानों को अपनी ही धरती पर डर की ऐसी स्थिति में जीने पर मजबूर कर दिया है कि वे मुस्कुराकर सब कुछ सह लेते हैं.

उद्दव ठाकरे समर्थित शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इशारों इशारों में सांसद बिधूड़ी को बेशर्म बताया. एमपी बिधूड़ी के भाषण का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए इन्होंने लिखा कि अब कोई शर्म नहीं बची है.
राजद सांसद मनोज झा ने तो सांसद बिधूडी के बहाने से पीएम मोदी को ही दोषी ठहरा दिया है. झा ने कहा, ‘मैं बिधूड़ी जी को इसके लिए दोषी नहीं मानता हूं क्योंकि इस तरीके की जुबान को शह कौन दे रहा है. मैं दुखी जरूर हूं लेकिन इस बात को लेकर के आश्चर्य नहीं हो रहा है. इस प्रकरण को ऐसे समझ सकते हैं कि एक सांसद अपने दूसरे सांसद को किस तरीके के शब्द का इस्तेमाल कर रहा है?’

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क्या है पूरा मामला, क्या है बिधूड़ी के विवादित बोल

दरअसल, दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा सांसद एवं पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस समिति के अध्यक्ष रमेश बिधूड़ी लोकसभा में चंद्रयान—3 की सफलता को लेकर बोल रहे थे. तभी बसपा के सांसद दानिश अली ने उन्हें किसी बात पर बीच में टोका. इस पर बिधूड़ी गर्म हो गए और दानिश अली को अपशब्द कहते हुए भद्दी भद्दी गालियां देने लगे. यहां तक कि उन्हें उग्रवादी कहते हुए बाहर देख लेने की धमकी तक दे दी. इस पर विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया. मामला बिगड़ते देख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बात को संभालते हुए पीठासीन सभापति कोडिकुन्नील सुरेश से कहा कि उन्होंने टिप्पणी नहीं सुनी. उन्होंने ये भी कहा कि अगर सांसद की टिप्पणी से विपक्ष आहत हुआ है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं. साथ ही साथ उन्होंने इस टिप्पणी को संसद के रिकॉर्ड से हटाने की मांग भी रखी, इसे मान लिया गया. बाद में संसद की कार्यवाही का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

इस संबंध में जब सांसद रमेश बिधूड़ी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. मामला संसद के अंदर हुआ. मैं उन चीजों पर चर्चा नहीं कर सकता जो संसद के अंदर हुईं.

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