उत्तरप्रदेश की प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी और सपा सुप्रीमो ‘छोटे नेताजी’ यानी अखिलेश यादव के लिए आज दिन हुआ बहुत अहम, एक तरफ मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में डिंपल यादव की हुई ऐतिहासिक जीत, तो वहीं चाचा के लौटने से समाजवादी पार्टी का कुनबा फिर से हुआ एक, उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की बंपर जीत के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव आज सपा में हो गए शामिल, यही नहीं शिवपाल ने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का भी विलय कर दिया सपा में, जैसे ही प्रसपा का सपा में विलय का हुआ ऐलान, उसके साथ ही शिवपाल यादव की गाड़ी का झंडा भी बदल दिया गया, शिवपाल यादव के समर्थकों ने उनकी गाड़ी पर से प्रसपा का झंडा हटाकर लगा दिया सपा का झंडा, शिवपाल के सपा में लौटने के बाद उनके समर्थकों ने कहा कि अब भाजपा की शुरू हो चुकी है उल्टी गिनती, चाचा और भतीजे के एक साथ आने से हो सकता है कि 2027 से पहले ही प्रदेश से भाजपा का हो जाए सफाया, इधर आज आए परिणामों में मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में डिंपल यादव ने 2 लाख 88 हजार से अधिक वोटों से बीजेपी उम्मीदवार को दी पटखनी, यहां तक कि बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य खुद अपने बूथ पर हार गए 187 वोटों से