नीतीश को दिग्विजय का ऑफर, ‘देश बचाने बीजेपी का साथ छोड़ तेजस्वी का साथ दें’

बीजेपी पर निशाना साधते हुए बोले दिग्विजय सिंह- भाजपा व संघ अमरबेल के समान, उनकी विचारधारा छोड़ तेजस्वी को ​दीजिए मौका, ओवैसी पर लगाया बीजेपी को अंदरूनी तौर पर मदद करने का आरोप

Digvijay And Nitish Kumar
Digvijay And Nitish Kumar

Politalks.News/MP. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता देने के साथ ही तेजस्वी यादव का साथ देने की अपील की है. दिग्गी राजा ने बीजेपी और संघ को अमरबेल के समान बताया और कहा कि देश बचाने के लिए नीतीश कुमार बीजेपी और संघ का साथ छोड़कर तेजस्वी यादव को आशीर्वाद दें. इसके अलावा, बिहार परिणामों को लेकर असदुद्दीन ओवैसी पर हमलावर होते हुए उन्हें महागठबंधन की हार का उत्तरदायी बताया. साथ ही चुनाव लड़ते हुए बीजेपी को अंदरूनी तौर पर मदद करने का आरोप भी लगाया.

दिग्गी राजा ने बीजेपी और संघ को अमरबेल के समान बताया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये अमरबेल के समान हैं, जिस पेड़ पर लिपट जाती है वह पेड़ सूख जाता है और वह पनप जाती है. उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने लालू जी के साथ संघर्ष किया है, आंदोलनों मे जेल गए है. अब बीजेपी/संघ की विचारधारा को छोड़ कर तेजस्वी को आशीर्वाद दे दीजिए. इस ‘अमरबेल’ रूपी भाजपा/संघ को बिहार में न पनपने देने की बात कही.

दिग्गी राजा ने कहा कि बिहार चुनावों में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन को मिली सफलता के लिए मैं बधाई देता हूं. एक बार फिर औवेसी की AIMIM ने चुनाव लड़ कर भाजपा को अंदरूनी तौर पर मदद कर दी. अब देखना है कि वे बिहार में एनडीए का सहयोग करेंगे या फिर महागठबंधन की.

एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने अपनी कूटनीति से नितीश का क़द छोटा कर दिया व रामविलास पासवान की विरासत को समाप्त कर दिया. बीजेपी ने हर गठबंधन सरकारों में अपना क़द बढ़ाया है और सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाले राजनैतिक संघटनों को कमजोर किया है.

उन्होंने कहा कि मुझे इस बात का दुख है भारत की आज़ादी के बाद के राजनैतिक इतिहास में राजनेताओं की अपनी महत्वकांक्षाओं के कारण विचारधारा गौण हो जाती रही है. कांग्रेस ही एक मात्र दल है जिसने संघ की विचारधारा के साथ ना कभी समझौता किया और ना ही जनसंघ/भाजपा के साथ मिल कर कभी सरकार बनाई.

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राहुल गांधी के लिए दिग्गी राजा ने कहा कि आज देश में एक मात्र नेता राहुल गांधी हैं जो विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं. NDA के सहयोगी दलों को समझना चाहिए राजनीति विचारधारा की होती है. जो भी व्यक्ति अपनी महत्वाकांक्षा के कारण विचारधारा को छोड़कर अपने स्वार्थ के लिए समझौता करता है वह अधिक समय तक राजनीति में ज़िंदा नहीं रहता.

उन्होंने कहा कि मैं संघ की विचारधारा का घोर विरोधी हूं क्योंकि वह भारत की सनातनी परंपराओं व सनातन धर्म की मूल भावना के विपरीत है. यह देश सबका है लेकिन फिर भी मैं उनकी इस बात की प्रशंसा भी करता हूँ कि वे अपने लक्ष्य और अपनी विचारधारा के साथ समझौता नहीं करते, केवल समाज को बांटकर राजनीति करते हैं.

दिग्विजय सिंह ने नीतीश कुमार को कांग्रेस और महागठबंधन में आने का न्यौता देते हुए कहा कि भाजपा/संघ को छोड़िए और देश को बर्बादी से बचाइए. यही महात्मा गांधी व जयप्रकाश नारायण के प्रति सही श्रद्धांजलि होगी. दिग्गी राजा ने कहा कि आप उन्हीं की विरासत से निकले राजनेता हैं, वहीं आ जाइए. आपको याद दिलाना चाहूंगा जनता पार्टी संघ की दोहरी सदस्यता के आधार पर ही टूटी थी.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार से कहा कि बिहार आपके लिए छोटा हो गया है. अब आप भारत की राजनीति में आ जाएं. दिग्गी राजा ने कहा कि सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोगों को एकमत करने में मदद करते हुए संघ की अंग्रेजों के द्वारा पनपाई “फूट डालो और राज करो” की नीति ना पनपने दें और मेरे इन सभी बातों पर विचार ज़रूर करें. इधर कांग्रेस नेताओं ने दिग्विजय सिंह के इन बयानों को उनका निजी बयान करार दिया है.

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