मैडम राजे और सराफ को जिम्मेदार बता धौलपुर के युवक ने की आत्महत्या, CM गहलोत से की यह अपील

धौलपुर में बेरोजगार ने की आत्महत्या, पटवारी परीक्षा में फेल हुआ तो छोड़ा था खाना-पीना, सरकारी नौकरी नहीं लगने से आहत होकर की आत्महत्या, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम लिखा सुसाइड नोट, परिवार के लिए मांगी आर्थिक मदद, पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अन्य पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ, राजेंद्र राठौड़ पर भी आरोप, आयुर्वेद कंपाउंडर भर्ती को दबाने का आरोप, पॉलिटॉक्स नहीं करता है इस पत्र की पुष्टि

भर्ती, इंतजार और सुसाइड..
भर्ती, इंतजार और सुसाइड..

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान (Rajasthan) के धौलपुर (Dholpur) में रहने वाले युवक द्वारा आत्महत्या करने के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है. धौलपुर के सरमथुरा थाना क्षेत्र के नकद पुरा गांव के एक युवक नमो नारायण मीणा ने सरकारी नौकरी नहीं मिलने से तनाव में आकर आत्महत्या कर ली. यही नहीं युवक ने आत्महत्या के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) और पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ (Kalicharan Saraaf) को जिम्मेदार बताते हुए एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. वहीं, इस घटनाक्रम को लेकर झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे प्रमोद शर्मा ने पूर्व सीएम मैडम राजे पर पीड़ित परिवार को डराने-धमकाने व बंधक बनाने का आरोप लगाकर राजनीति को गरमा दिया है.

आयुर्वेद कंपाउंडर की भर्ती का इंतजार में नमोनाराण ने किया सुसाइड
दरअसल, सरमथुरा थाना क्षेत्र के नकद पुरा गांव के रहने वाले मृतक नमो नारायण मीणा ने मौत से पहले लिखे गए पत्र में लिखा कि वसुंधरा राजे सरकार ने आयुर्वेदिक कंपाउंडर की 1460 भर्तियां निकाली थी, जिनको हिटलर शाही तरीका अपनाते हुए दबा दिया गया. मृतक मीणा ने डिप्रेशन में जाने का जिम्मेदार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ और दूसरे चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ को बताते हुए सुसाइड नोट में लिखा कि दूसरे चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने भर्ती निकालने की कोशिश की, लेकिन वसुंधरा राजे ने उन भर्तियों को दबा दिया. सुसाइड नोट में नमो नारायण मीणा ने यह भी लिखा कि अशोक गहलोत सरकार के दौरान दो बार में 400 और 704 भर्तियां निकाली गईं.

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पांच भाइयों  में सबसे बड़ा था नमोनारायण
आपको बता दें, मृतक युवक नमो नारायण पांच भाइयों में सबसे बड़ा था, जिसकी दो बहनों की शादी कर दी गई थी. युवक नमो नारायण आयुर्वेद कंपाउंडर का कोर्स किया था. जिसके बाद से ही वह लगातार भर्तियां देख रहा था. उन्होंने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से पुत्र को कर्ज लेकर पढ़ाया जा रहा था, जिससे वह नौकरी न लगने से परेशान था.

नौकरी नहीं लगने से डिप्रेशन में था नमोनारायण
मृतक के गांव वालों ने बताया कि 2 महीने पहले एनआरएचएम और पटवारी परीक्षा देने के बाद भी युवक की नौकरी नहीं लगने पर वह कई दिनों से तनाव में था और कुछ दिनों से नमो नारायण ने खाना-पीना छोड़ दिया था. बुधवार को उसके साथ रहने वाले साथियों ने परिवार वालों को उसकी तबीयत खराब होने की सूचना दी, जिस पर युवक के परिजन उसे लेकर बीते बुधवार को गांव पहुंच गए, जहां उसने दम तोड़ दिया.

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नमोनारायण ने मुख्यंमत्री गहलोत से की परिवार के लिए आर्थिक मदद की मांग
मौत से पहले लिखे सुसाइड नोट में नमो नारायण मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपने और मौसी के परिवार को आर्थिक सहायता देकर मदद करने की गुहार लगाई. पत्र में युवक ने अपनी मौसी कमर पति और मौसा बनवारी मीणा को भी मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता देने की मांग की. मृतक के ताऊ रिटायर्ड प्रिंसिपल प्रेम सिंह ने बताया कि उसकी मौसी और मौसा की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिनके 4 बेटियां होने पर वह नमो नारायण को ही अपना पुत्र मानती थी. फिलहाल, पुलिस इस मामले में जांच के बाद ही कुछ बताने की बात कह रही है. पुलिस ने मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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