दौसा लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को लेकर कई दिनों से जारी संस्पेंस खत्म हो गया है. पार्टी ने राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को दरकिनार करते हुए पूर्व मंत्री जसकौर मीणा को प्रत्याशी घोषित कर दिया है. आपको बता दें कि बीते बुधवार को मीडिया में यह खबर सामने आई थी कि पार्टी ने जसकौर मीणा को टिकट दे दिया है, लेकिन इसकी अधिकृत घोषणा नहीं हुई. हालांकि प्रदेश बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जसकौर मीणा को उम्मीदवार बनाने की सूचना साझा की गई, जिसे बाद में हटा लिया गया.
इस बीच जसकौर ने दावा किया कि पार्टी ने उन्हें चुनाव की तैयारी करने की सूचना के साथ बधाई भी दे दी है. जसकौर ने यह भी कहा कि किरोड़ी लाल मीणा और ओमप्रकाश हुड़ला मेरे भाई हैं, हम तीनों मिलकर तीन गुना ताकत के साथ आएंगे और विश्वास है जीतेंगे. बकौल जसकौर वे चुनाव लड़ रही हैं.
आपको बता दें कि किरोड़ी लाल मीणा अपनी पत्नी गोलमा या परिवार में किसी को टिकट दिलाने चाहते थे, लेकिन प्रदेश नेतृत्व इससे सहमत नहीं हो पा रहा. वसुंधरा राजे निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला की पत्नी को टिकट देने के पक्ष में थीं. उनके नाम पर सहमति नहीं बनने पर राजे ने बीच जसकौर मीणा का नाम आगे किया.
सभी धड़ों में गतिरोध सुलझाने के लिए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पिछले मंगलवार को राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, विधायक ओम प्रकाश हुड़ला व पूर्व केंद्रीय मंत्री जसकौर मीणा को बुलाकर सहमति बनाने का प्रयास किया. तीनों से मुलाकात के बाद जावड़ेकर ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे से भी उनके आवास पर मुलाकात की. इसके बाद अपनी फाइनल रिपोर्ट पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह को भेज दी. इसमें जसकौर मीणा का नाम था, लेकिन किरोड़ी के खुलेआम विरोध के चलते घोषणा अटक गई.
जसकौर मीणा के बारे में बात करें तो उन्होंने बतौर शिक्षिका अपने करिअर की शुरूआत की थी. बाद में भाजपा की विचारधारा से प्रभावित होकर राजनीति में उतरी और सक्रिय भूमिका निभाई. वह बीजेपी सरकार में केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री रह चुकी हैं. वह 1999-2004 तक केंद्रीय राज्य मंत्री और सवाई माधोपुर से लगातार दो बाद 1998-1999, 1999-2004 तक सांसद रही.
जसकौर मीणा बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में शामिल रही हैं. मीणा लंबे समय तक केंद्रीय कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष के तौर पर भी कार्यरत रह चुकी हैं. जसकौर मीणा दौसा जिले के लालसोट के मंडावरी गांव की निवासी हैं और वसुन्धरा सरकार में मंत्री रहे वीरेन्द्र मीणा की बुआ हैं.