पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से अब प्रवासियों की सुगम आवाजाही शुरू हो गई है. शनिवार तक प्रदेश से करीब 45 हजार श्रमिकों को विभिन्न राज्यों में पहुंचाया जा चुका है वहीं 57 हजार श्रमिकों एवं प्रवासियों को प्रदेश में लाया जा चुका है. प्रवासियों के आवागमन के लिए शुक्रवार से विशेष ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया है. इन विशेष ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए एक बार में करीब 1200 लोगों को ही लाया ओर ले जाया जा रहा है. वहीं प्रदेश में अब तक 14 लाख प्रवासी राज्य सरकार के पोर्टल पर आवागमन के लिए पंजीयन करवा चुके है.
प्रवासियां की घर वापसी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रवासियों एवं श्रमिकों के सुरक्षित एवं सुगम आवागमन के लिए लगातार प्रयासरत है. संक्रमण से बचाव के लिए दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों एवं श्रमिकों के लिए संस्थागत क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई है, लेकिन जो व्यक्ति उसका उपयोग नहीं करना चाहते वे आवश्यक रूप से अपने घर में होम क्वारेंटाइन में रहें. इसके साथ ही, उनका पूरा परिवार सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें एवं घर से बाहर नहीं जाएं. इसमें किसी तरह की लापरवाही न हो अन्यथा हमारी अब तक की तपस्या व्यर्थ हो जाएगी.
राज्य सरकार प्रवासियों,श्रमिकों के सुरक्षित,सुगम आवागमन के लिए लगातार प्रयासरत है।संक्रमण से बचाव हेतु दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों,श्रमिकों हेतु संस्थागत क्वारेंटाइन की व्यवस्था की गई है,लेकिन जो उसका उपयोग नहीं करना चाहते वे आवश्यक रूप से घर में होम क्वारेंटाइन में रहें pic.twitter.com/xg0nOZ9iCN
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) May 2, 2020
सीएम गहलोत ने शनिवार को अपने निवास पर लॉकडाउन एवं प्रवासियों के आवागमन को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि प्रवासियों एवं श्रमिकों के सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित आवागमन के लिए ट्रेनों और बसों को सेनेटाइज करने के साथ ही सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए. उनके लिए मास्क, सेनेटाइजर, भोजन सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं भी सुचारू रूप से उपलब्ध हों.
प्रवासियों एवं श्रमिकों के सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित आवागमन के लिए ट्रेनों और बसों को सेनेटाइज करने के साथ ही सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए। उनके लिए मास्क, सेनेटाइजर, भोजन सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं भी सुचारू रूप से उपलब्ध हों।
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यात्रियों को समय पर सूचना देकर बुलाएं, स्टेशन पर नहीं हो भीड़
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि अब तक करीब 14 लाख लोगों ने आवागमन के लिए पंजीयन करवाया है. इन्हें अपने-अपने गृह स्थानों पर भेजा जाना बड़ी चुनौती है. ट्रेन से ये लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बिना किसी परेशानी के जा सकें, इसके लिए इन्हें एसएमएस के माध्यम से ट्रेन के शेड्यूल एवं किराये से सम्बन्धित सूचनाएं समय पर देकर ट्रेन की रवानगी से करीब 4 से 6 घंटे पहले बुलाया जाए, जिससे स्टेशन पर भीड़ नहीं हो. केवल वे ही यात्री स्टेशन पर आएं, जिन्हें एसएमएस प्राप्त हुआ है और जिन्होंने यात्रा के लिए सहमति प्रकट की है.
अब तक करीब 14 लाख लोगों ने आवागमन के लिए पंजीयन करवाया है। इन्हें अपने-अपने गृह स्थानों पर भेजा जाना बड़ी चुनौती है। ट्रेन से ये लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बिना किसी परेशानी के जा सकें,
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लॉकडाउन के तीसरे चरण की भी हो सख्ती से पालना
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि 4 मई से लॉकडाउन का तीसरा चरण प्रारम्भ हो जाएगा. इसके लिए जारी केन्द्र की गाइडलाइन और उस परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालना सुनिश्चित कराई जाए. सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं हो. इसके साथ ही जिन औद्योगिक गतिविधियों को तीसरे चरण में शुरू करने की अनुमति दी गई है, उनके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं.
4 मई से लॉकडाउन का तीसरा चरण प्रारम्भ हो जाएगा। इसके लिए जारी केन्द्र की गाइडलाइन और उस परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालना सुनिश्चित कराई जाए।
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