Politalks.News/Jharkhand. झारखंड पुलिस ने आज हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के लिए रची जा रही एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है. सोरेन सरकार में शामिल विधायकों को पैसे का लालच देकर सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही थी. जैसे ही इसकी भनक स्पेशल ब्रांच को हुई तो उसके बाद राजधानी रांची के कई बड़े होटलों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर साजिश में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. दरअसल, हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश का पर्दाफाश एक पत्र से हुआ था. थाना प्रभारी कोतवाली को लिखे इस पत्र में साजिश का पूरा खुलासा किया गया है. यह पत्र बेरमो के कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने कोतवाली पुलिस को लिखा है.
सोरेन सरकार कोअस्थिर करने की साजिश की मिली थी सूचना
कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने अपने पत्र में लिखा कि विगत कई महीने से उन्हें राज्य में सत्तारूढ़ गंठबंधन सरकार को अस्थिर किये जाने की साजिश रचे जाने की सूचना मिल रही थी. इस क्रम में उन्हें जानकारी मिली कि अलग-अलग जगहों से कुछ लोग राजनीतिक षडयंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में आकर कैंप कर रहे हैं. इसके साथ ही हवाला के जरिये बड़े पैमाने पर लेनदेन की सूचना भी मिली है.
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अनूप सिंह ने आगे लिखा कि उन्हें जानकारी मिली कि सत्तारूढ़ दल के विधायकों की खरीद-फरोख्त और लेनदेन के लिए बातचीत चल रही है. ताकि कुछ विधायकों को प्रलोभन से तोड़कर सरकार गिराई जा सके. ये रसूखदार लोग तथा फाइनेंसर छद्म नाम से कई होटलों में ठहरे हुए हैं और विधायकों से संपर्क की कोशिश कर रहे हैं. योजना थी कि उन्हें लालच देकर मौजूदा सरकार गिरायी जा सके.विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के इसी पत्र पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रांची के कई होटलों में छापामारी की और तीन लोगों को गिरफ्तार किया. उनके पास से नकदी, हवाई यात्रा समेत कई दस्तावेज बरामद किये गये हैं. पुलिस ने इनके खिलाफ राजद्रोह और आपराधिक षडयंत्र की धारा समेत कई धाराएं लगायी हैं.
आपको बता दें, रांची पुलिस की स्पेशल टीम ने रांची के लैंडमार्क और लीलैक होटल में छापेमारी की. साजिशकर्ता इन्हीं होटलों में ठहरे हुए थे. इनके पास से करीब 2 लाख रुपए भी बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के रूप में हुई है. तीनों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इन पर आईपीसी की धारा 419, 420 124-ए, 120 बी, 34 और पीआर एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 भी लगायी गयी है.
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सूत्रों की माने तो सत्तापक्ष के कई विधायक इनके सम्पर्क में थे. इन्ही विधायकों को साथ मिलाकर सरकार के खिलाफ साजिश रची जा रही थी. बता दें कि पिछले दिनों भी कई बार रांची, बोकरो और धनबाद में पुलिस ने हवाला कारोबार की सूचना पर छापेमारी की थी. लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी थी. हालांकि इस बार सफलता जरूर मिली है, लेकिन इस कहानी के पीछे कौन बड़े लोग शामिल हैं, पकड़ाए लोगों की क्या भूमिका है, इसपर फिलहाल पुलिस ने भी चुप्पी साध ली है.
जेएमएम ने लगाया बीजेपी पर आरोप
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर बताया की राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश भारतीय जनता पार्टी की है. प्रियो भट्टाचार्य ने कहा रांची पुलिस ने जो अब तक जानकारी दी है उसके मुताबिक होटल में कुछ लोग समान छोड़ भाग रहे थे जो संदेह पैदा करता है. अगर कोई होटल मे ठहरा है तो वे पुलिस को देख क्यों भागे समान छोड़कर. भट्टाचार्य ने कहा कि ये साधारण घटना नही है, जेएमएम गंभीरता से इस मामले को देख रही है. अगर भविष्य में कोई अलोकतांत्रिक साजिश हुई तो राज्य चुप नही बैठेगा.