लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पहले भाषण में कहा कि 52 सांसद होने के बावजूद उनकी पार्टी अगले पांच वर्षों तक बीजेपी के खिलाफ इंच-इंच लड़ेगी और जीतेगी. संविधान और देश की संस्थाओं को बचाने के लिए कांग्रेस के कार्यकर्ता ‘बब्बर शेर’ की तरह काम करेंगे. गांधी ने यह बात शनिवार को नई दिल्ली में हुई कांग्रेस के संसदीय दल की बैठक में दिए भाषण में कही.
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे जरा भी संदेह नहीं है कि कांग्रेस फिर से मजबूत होगी. आगे ऐसी कोई संस्था नहीं है जो आपको सहयोग करेगी, कोई नहीं करेगी. यह ब्रिटिश काल जैसा है जब किसी एक संस्था ने भी कांग्रेस का सहयोग नहीं किया था, इसके बावजूद हम लड़े और जीते. हम फिर जीतेंगे. उन्होंने कहा, ‘आप स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहले ऐसे लोग हैं जो किसी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं, बल्कि देश की हर संस्था के खिलाफ चुनाव लड़े. ऐसी कोई संस्था नहीं थी जो लोकसभा चुनाव में आपसे लड़ी नहीं हो और आपको रोकने की कोशिश नहीं की हो.’
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने भाषण में कहा, ‘हम उस वक्त भी कांग्रेस पार्टी के लिए लड़े जब इसके 44 सांसद थे. पिछली बार मुझे लगा था कि बहुत कठिन रहने वाला है. मुझे लगा था कि भाजपा के पास 282 सांसद हैं और हमारे पास 44, ऐसे में हम क्या करेंगे. लेकिन कुछ सप्ताह के भीतर मुझे अहसास हो गया कि हमारे 44 सांसद भाजपा के 282 सदस्यों का मुकाबला करने के लिए काफी हैं. इसलिए मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार तो हमारे पास 52 सांसद हैं और ऐसे में हम 52 सांसद और मैं यह आपको गारंटी देते हैं कि इसका कोई मतलब नहीं रहेगा कि कौन सी संस्थाएं इन 52 सदस्यों के खिलाफ खड़ी रहेंगी. ये 52 सांसद इंच-इंच बीजेपी से लड़ेंगे.’
राहुल ने सांसदों को नसीहत देते हुए कहा, ‘आपको पहले समझना होगा कि आप क्या हैं. अगर आप लड़ने जा रहें तो यह पता होना चाहिए कि किसके लिए लड़ने जा रहे हैं? आप इस देश के संविधान के लिए लड़ रहे हैं. आप इस देश के हर नागरिक के अधिकार के लिए लड़ रहे हैं चाहे उसका रंग, धर्म, लिंग और राज्य कुछ भी हो. यह भी समझिए कि आपके खिलाफ कौन लड़ रहे हैं? घृणा, कायरता और गुस्सा आपके खिलाफ लड़ रही है. विश्वास का अभाव, आत्मविश्वास का अभाव आपके खिलाफ लड़ रहे हैं. जो लोग इस संसद में हमारा विरोध कर रहे हैं वो नफरत और गुस्से का इस्तेमाल करते हैं.’
लोकसभा में कांग्रेस की रणनीति के बारे में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘पिछली बार अगर स्पीकर हमें पांच मिनट का समय देती थीं तो इस बार यह दो मिनट भी हो सकता है, लेकिन इन दो मिनटों में भी हम उस बात को रखेंगे जिसमें कांग्रेस पार्टी विश्वास करती है. हम संविधान की रक्षा को सबसे आगे रखेंगे. अगर कुछ पुराने चेहरे चुनाव जीते होते तो मुझे खुशी होती क्योंकि पिछली बार 5-10 ऐसे लोग थे जिन्होंने हमारा शानदार ढंग से सहयोग किया. अगर आज वो हमारे साथ नहीं हैं तो मुझे बहुत दुख है. पंरतु वे वैचारिक रूप से हमारे साथ खड़े हैं.’
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