पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर मंगलवार को जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की. इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने मीडिया से रूबरू होते हुए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर प्रकाश डाला. वहीं बिजली-पानी के बिल माफ करने सहित राज्यसभा चुनाव में सीएम गहलोत द्वारा भाजपा पर लगाए गए खरीद फरोख्त के आरोप को लेकर सीएम गहलोत पर निशाना साधा.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने लॉकडाउन के दौरान तीन महीने के बिजली-पानी के बिल माफी को लेकर कहा कि ना केवल बीजेपी के नेता पूरे प्रदेश में तीन महीने के बिल माफी को लेकर ज्ञापन दे रहे हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर पार्टी कार्यकर्ता एवं आमजन कैंपेन भी चला रहे हैं. इसके बावजूद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बिजली-पानी के बिल माफी पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
सतीश पूनियां ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेशभर से बिजली के बिलों को लेकर बहुत सारी विसंगतियां आ रही हैं, जिससे आम उपभोक्ता परेशान है. पूनियां ने बताया कि एक परचून दुकानदार उनके पास आया और उसने बताया कि तीन महीने से उनकी दुकान बंद थी, इसके बावजूद 78 हजार रुपये का बिल आया. इसी तरह बिलों को लेकर विसंगतियां सामने आ रही हैं, जिसका गहलोत सरकार को समाधान करने की जरूरत है.
पूनियां ने कहा कि प्रदेश में बिजली बिल बड़ा मुद्दा है, सरकार को समय रहते तीन महीने के बिल माफ करने चाहिये, जिससे प्रदेश के सभी उपभोक्ताओं को राहत मिल सके. पूनियां ने आगे मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के बिजली के बिल में राहत देने का फैसले करने की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह राजस्थान सरकार भी फैसला कर आमजन को राहत दे सकती हैं.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुये सतीश पूनियां ने कहा कि प्रियंका गांधी ने बिजली बिलों की माफी को लेकर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को पत्र लिखा था, इस पर मैंने प्रियंका गांधी को टवीट कर लिखा था कि वे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बिजली बिलों की माफी के लिए पत्र क्यों नहीं लिखती हैं?
देश में पेट्रोल-डीजल की लगातार बढती कीमतों और कांग्रेस द्वारा बढती कीमतों को लेकर किए जा रहे केंद्र सरकार के विरोध के सवाल पर पूनियां ने कहा कि कांग्रेस बेशक विरोध करे. लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों की बढोतरी की चिंता सभी हो है. इसकी मैथमेटिक्स एक अलग किस्म का है. कांग्रेस यदि पाक साफ होती तो कांग्रेस के जमाने में पेट्रोल-डीजल से लेके चांवल दाल की कीमते आंसमान छूती थी. उस समय फिल्में भी बनी थी तो गाना चलता था महंगाई डायन खाए जात है. कांग्रेस को विरोध करने का कोई हक नहीं है.
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वहीं राज्यसभा चुनावों में सीएम अशोक गहलोत द्वारा भाजपा पर लगाए गए विधायकों के खरीद फरोख्त के आरोप और उस पर खुद पूनियां द्वारा कांग्रेस पर विधायकों से बडी डील करने के आरोप के बाद मुख्य सचेतक महेश जोशी के मुकदमा दर्ज करवाने के बयान पर पूनियां ने पलटवार करते हुए कहा कि महेश जोशी चाहे तो मानहानि का केस कर दें. लेकिन पहले मुख्यमंत्री गहलोत भाजपा पर लगाए गए आरोपों का सबूत दें. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाए थे लेकिन आज तक सबूत नहीं दिया. पहले सीएम गहलोत बीजेपी पर लगाए गए आरोपों का सबूत दें फिर वह भी उनके दिए गए बयानों को लेकर सबूत दे देंगे. मुख्य सचेतक महेश जोशी चाहे तो उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करा दें. कानून अपना काम करेगा.