चुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद सियासी गहमागहमी बढ़ गई है. नेताओं का इधर-उधर होना शुरू हो गया है. कांग्रेस के बड़े नेता टॉम वडक्कन ने भाजपा का दामन थाम लिया है. केरल से आने वाले टॉम वडक्कन कांग्रेस के प्रवक्ता थे. उनकी गिनती सोनिया गांधी के करीबी नेताओं में होती है. वे मीडिया में कांग्रेस के बड़े चेहरे रहे हैं और कई प्रेस कॉन्फ्रेंस, टीवी डिबेट्स में कांग्रेस का रुख रखते आए हैं. फिलहाल वे राष्ट्रीय प्रवक्ता और महासचिव के पद पर थे.
वडक्कन ने आज दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद मौजूद थे. भाजपा में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए वडक्कन ने कहा कि उन्होंने पुलवामा हमले के बाद भारत की ओर से की गई एयर स्ट्राइक पर राहुल गांधी के रुख से दुखी होकर पार्टी छोड़ी है.
वडक्कन ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी की तरफ से देश की सेना पर सवाल उठाया गया, जिससे मैं काफी निराश था. पाकिस्तान स्थित आतंकवादी शिविर पर हुई एयर स्ट्राइक पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया दुखद थी. कांग्रेस पार्टी की तरफ से देश की सेना पर सवाल उठाया गया, जिससे मैं काफी निराश था इसलिए आज मैं यहां हूं, क्योंकि देश से बड़ा कुछ नहीं है. मेरा विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच पर पूरा विश्वास है.’
वडक्कन ने भाजपा का दामन थामते हुए कांग्रेस पर वंशवादी होने के आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा, ‘मेरे पास कोई विकल्प नहीं था. पार्टी में कौन पावर सेंटर है, यह पता ही नहीं चल पा रहा था. कांग्रेस में यूज एंड थ्रो कल्चर है और मुझे यह स्वीकार्य नहीं है. मैंने अपने जीवन के 20 साल कांग्रेस को दिए, लेकिन मुझे सम्मान नहीं मिला. पार्टी में वंशवाद हावी होता जा रहा है.’
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