Politalks.News/Puducherry: विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव, चुनावों से पहले राज्यों की प्रमुख पार्टियों के नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आवागमन तेज हो जाता है. अगले कुछ महीनों में देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले नेताओं की ‘PARTY TO PARTY जर्नी’ स्टार्ट हो गई है. बात चाहे बंगाल की हो या फिर असम की या फिर तमिलनाडु की सभी जगह नेताओं के बीच पार्टी बदलने की जैसे होड़ सी मची हुई है. पुडुचेरी में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के पुडुचेरी दौरे से पहले कांग्रेस को एक और झटका लग गया जिसके बाद नारायणस्वामी सरकार की नींव हिल सी गई है.
पुडुचेरी में कांग्रेस गठबंधन की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. कामराज सीट से कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार ने मंगलवार को कांग्रेस सरकार में असंतोष का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जॉन कुमार ने स्पीकर वी शिवकोलन्थु को अपना त्याग पत्र सौंपा. राहुल गाँधी के दौरे से ठीक पहले इस नेता के इस्तीफे से सरकार की नींद उड़ गई है. बताया जा रहा है कि ए जॉन कुमार जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बुधवार को पुडुचेरी के सोलाई नगर में मछुआरों को संबोधित करेंगे. इसके बाद फिर वो यहां के भारतीदासन गवर्नमेंट महिला कॉलेज में छात्राओं के साथ संवाद कर पार्टी के लिए चुनावी समीकरण साधने की कवायद करेंगे. हालांकि, राहुल गाँधी के पुडुचेरी दौरे से पहले कांग्रेस नेताओं के इस्तीफे के बाद कांग्रेस गठबंधन सरकार खतरे में है लेकिन मुख्यमंत्री नारायणस्वामी ने दावा किया है की उनकी सरकार सुरक्षित है. इस बाबत समाज कल्याण मंत्री कंधासामी ने कहा कि कांग्रेस-डीएमके गठबंधन सरकार के लिए कोई बाधा नहीं हैं, चूंकि चुनाव की तारीखों का ऐलान होने वाला है, इसलिए सीएम नारायणसामी ने सरकार को भंग करने के लिए कैबिनेट बैठक बुलाई है. 5 साल तक पीएम नरेंद्र मोदी और एलजी किरण बेदी ने कांग्रेस-डीएमके गठबंधन सरकार के लिए कई बाधाएं खड़ी की हैं.
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कंधासामी के बयान पर पलटवार करते हुए पुडुचेरी भाजपा के सह प्रभारी राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि अधिकांश कांग्रेसियों के लिए यह स्पष्ट हो गया है कि वे एक ऐसी पार्टी में हैं, जिसके नेतृत्व में भ्रष्टाचार, झूठ, पाखंड और विरासत की राजनीति है, कांग्रेसियों को समझ आ गया है कि भारत की जनता अब कांग्रेस के साथ नहीं है.
बता दें कि देश के जिन पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं उनमें से पुडुचेरी में कांग्रेस के समर्थन की सरकार है. 30 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 2016 के विधानसभा चुनावों में 15 विधानसभा सीटें जीती थीं. कांग्रेस को तीन डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिला था, लेकिन अब सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या 10 हो गई है. चार विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि एक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने के कारण निकाला जा चुका है. वहीं, 2016 के विधानसभा चुनाव में एआईएनआरसी को सात सीटें, जबकि एआएडीएमके को चार सीटें मिली थी. सदन में भारतीय जनता पार्टी के तीन नामित सदस्य हैं.