राजस्थान में दिग्गजों के गढ़ में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त, टूटा 10 साल का मिथक:
अगले साल 3 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बजी खतरे की घण्टी, किसान सम्बंधी कृषि बिलों के विरोध के बीच गांवों की सरकार में कांग्रेस को मिली हार, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा, उदयलाल आंजना और अशोक चांदना के क्षेत्रों में मिली कांग्रेस को करारी हार, संगठन की गैर मौजूदगी-विधायकों पर अतिविश्वास और परिवारवाद इस हार के लिए जिम्मेदार.
देर रात तक पंचायत समिति की कुल 4371 में 4051 सीटों के नतीजे हुए घोषित, इनमें से 1836 में भाजपा, 1718 में कांग्रेस, 422 में निर्दलीय, 55 में आरएलपी, 16 में सीपीआईएम और 3 सीटों पर बसपा ने जीत की दर्ज, वहीं 21 जिला परिषदाें की 636 सीटाें में से 598 सीटाें पर नतीजे हुए घाेषित, इनमें बीजेपी 323, कांग्रेस 246, निर्दलीय 17, आरएलपी 10 व सीपीआईएम ने 2 सीटों पर जमाया कब्जा.
ऐसे में 14 जिलों में भाजपा, 5 जिलों में कांग्रेस और एक डूंगरपुर में बीटीपी का जिला प्रमुख बनना तय, वहीं बाड़मेर में हनुमान बेनीवाल बने किंगमेकर, ऐसे में इस बार टूटा पिछले दस सालों से बना मिथक, पिछले 2 बार के चुनावों में जिसकी प्रदेश में सत्ता उसी पार्टी के सबसे ज्यादा बनते रहे हैं प्रधान और जिला प्रमुख, लेकिन इस बार बीजेपी ने तोड़ा यह मिथक भी.