Jharkhand Politics: झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के लिए नए साल की शुरुआत अच्छी नहीं हुई है. नए साल के पहले ही दिन पार्टी के एक विधायक डॉ.सरफराज अहमद के अचानक से इस्तीफा देने के बाद सियासी राजनीति में हलचल शुरु हो गयी है. विधायक के अचानक से इस्तीफा देने के बाद अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी भी डोलते दिख रही है. इसी के साथ सीएम बदलने की भी चर्चा होने लगी है. संभावना जताई जा रही है कि सोरेन की कुर्सी पर जल्द ही उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सौंपी जाएगी. हालांकि झामुमो ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
जल्द गिरफ्तार हो सकते हैं सोरेन
झारखंड की राजनीति में ये हलचल इसलिए भी है क्योंकि प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन जल्द गिरफ्तार हो सकते हैं. वजह है कि ईडी ने हेमंत को पूछताछ के लिए सात नोटिस भिजवाए थे लेकिन सीएम सोरेन ने उनमें से किसी का भी जवाब नहीं दिया है. अपने अंतिम नोटिस में ईडी ने दो दिन का समय दिया था लेकिन उसकी भी अवधि अब समाप्त हो चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि ईडी कभी भी सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है. ऐसे में बीजेपी ने दावा किया है कि अगर हेमंत सोरेन को गिफ्तार किया जाता है तो वे अपनी पत्नी कल्पना को सत्ता सौंप देंगे और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद की तरह सत्ता की बागड़ौर संभालेंगे. गौरतलब है कि जब चारा घोटाले में लालू प्रसाद यादव जेल में थे तो उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सीएम बनाया था और खुद जेल से सरकार चलायी थी.
कल्पना के लिए खाली करायी सुरक्षित सीट
गांडेय से विधायक डॉ.सरफराज अहमद का इस्तीफा दिए जाना इसी बात की पुष्टि करता है कि कल्पना को अब प्रदेश की कुर्सी पर बिठाया जा सकता है. दरअसल, गांडेय आदिवासी और अल्पसंख्यक बहुल लेकिन अनारक्षित सीट है. हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ओडिसा की रहने वाली है इसलिए उन्हें रिजर्व सीट से चुनाव नहीं लड़वाया जा सकता. ऐसे में अनारक्षित सीट से विधायक का इस्तीफा कराया गया है ताकि कल्पना को इसी सीट से चुनावी मैदान में उतारा जा सके. अल्पसंख्यक और आदिवासी बहुल होने के चलते झामुमो इस सीट को सुरक्षित मान रही है.
बीजेपी ने दिया लालू-राबड़ी मॉडल का उदाहरण
हेमंत सोरेन के जेल जाने की संभावना पर बीजेपी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने लालू-राबड़ी का उदाहरण देकर कहा कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना को सीएम बनाना चाहते हैं. इसके चलते झारखंड में भी बिहार के जंगल राज के जमाने का इतिहास दोहराने का प्रयास हो रहा है. चारा घोटालेबाज लालू प्रसाद जी के सारे पैंतरे फेल हो गए तो उन्होंने राबड़ी देवी को ‘खराऊं मुख्यमंत्री’ बनाकर लालू जेल चले गए. एक के बाद एक सजा हुई और जेल जाते-आते उनकी पूरी उम्र निकल गई.
मरांडी ने कहा कि घपले-घोटाले और आदिवासियों की जमीन-जायदाद, जल, जंगल, जमीन, पहाड़, लूटकर थोड़े समय में ही बेहिसाब धन-दौलत जमा करने की भूख के चलते केश-मुकदमे में फंसे सोरेन परिवार के एक्सीडेंटल राजकुमार हेमंत सोरेन के सारे पैंतरे फेल हो गए तो वे अब अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर खुद जेल जाने की योजना बना रहे हैं. मरांडी ने कहा कि हेमंत ने झारखंड को दौलत की भूख में लूटकर बर्बाद कर दिया है और सिर्फ अपने लिये बेहिसाब धन-दौलत जमा करने का काम किया है. हेमंत को पता है कि जितना घोटाला और गलत काम वो कर चुके हैं कि अब उनके बाकी का जीवन जेल जाने-आने और केश मुकदमों में ही कटेगा.
जनता लेगी किए कर्मों का पूरा हिसाब
बीजेपी झारखंड के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पर सोरेन परिवार को कोसते हुए कहा कि पार्टी के निष्ठावान सारे सीनियर विधायकों और राजनीति में वर्षों से सक्रिय परिवार के दूसरे सारे लोगों को ठेंगा दिखाकर राजनीति से दूर-दूर तक सरोकार नहीं रखने वाले अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर जेल से राजपाट चलाने की योजना को सफल बनाना हेमंत जी के लिये उतना आसान नहीं है? उन्होंने कहा कि समय बदल गया है. पब्लिक तक सारी बातें आसानी से पंहुच जाने की आधुनिक सुविधा के इस युग में ये सब मनमानी बहुत दिनों तक नहीं किया जा सकता. गांव देहात के लोगों तक यह बात पंहुच गई है कि जनता सही समय पर इनके किए का हिसाब लेगी और सोरेन परिवार के आतंक एवं लूट राज से झारखंड को मुक्त कराएगी.
गौरतलब है कि झारखंड में झामुमो और कांग्रेस की मिली जुली सरकार है. साल 2024 में झारखंड में विधानसभा चुनाव होने है. प्रदेश में लोकसभा की भी 14 सीटें हैं जिन पर अगले 4 से 5 महीनों में चुनाव होने हैं. ऐसे में सोरेन सरकार सत्ता हाथ से होने का जरा भी मौका छोड़ना नहीं चाहेगी.