सीएम गहलोत की स्वार्थ की राजनीति के कारण गई लोगों की जान- अरुण सिंह ने लगाए बड़े आरोप

अशोक गहलोत ने एकमात्र एजेण्डा यह बना रखा है कि हमको काम नहीं करना है केवल मोदी सरकार व भाजपा पर दोषारोपण करना है, ये दोषारोपण वाली सरकार है, काम करने वाली सरकार नहीं है- अरुण सिंह

सीएम गहलोत की स्वार्थ की राजनीति के कारण गई लोगों की जान
सीएम गहलोत की स्वार्थ की राजनीति के कारण गई लोगों की जान

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में भले ही कोरोना के आंकड़ों में लगतार कमी आ रही है लेकिन कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं के बीच कोरोना महाकाल में भी राजनीतिक बयानबाजी लगातार जारी है. कोरोना के इस महासंकट में सरकार जहां ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है तो वहीं प्रदेश भाजपा के नेता राज्य सरकार पर कोरोना महामारी के दौरान राजनीति करने का आरोप लगा रही है. भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह वर्चुअल प्रेस वार्ता कर राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना साधा और प्रदेश भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश में किये जा रहे सेवा कार्यों का भी उल्लेख किया.

भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने गहलोत सरकार पर काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अशोक गहलोत ने एकमात्र एजेण्डा यह बना रखा है कि हमको काम नहीं करना है केवल मोदी सरकार व भाजपा पर दोषारोपण करना है. ये दोषारोपण वाली सरकार है, काम करने वाली सरकार नहीं है. अरुण सिंह ने राज्य की गहलोत सरकार पर पीएम केयर्स फंड के माध्यम से सरकार को मिले वेंटिलेटर्स को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया.

अरुण सिंह ने कहा कि, पीएम केयर्स फंड के माध्यम से राजस्थान सरकार को वेंटिलेटर्स दिये गये थे, वो अब कहां हैं, इसका जवाब राज्य सरकार दें. जो वेंटिलेटर्स दिये गये, उनके बारे में मीडिया के माध्यम से पता चला कि कहीं जंग खा रहे हैं, कहीं कबाड़ में पड़े हैं, कहीं किराये पर दिये हैं, तो इस तरह का गहलोत सरकार का कोरोना कुप्रबंधन है. उन्होंने कहा कि, जो केन्द्र सरकार ने वेंटिलेटर्स राज्य के लिये दिये थे, उनमें से 1600 से अधिक सही हैं, उसके बाद भी यह कहते हैं कि काम नही कर रहे हैं, आप बताइए कि एक तरफ तो आप 1874 वेंटिलेटर्स के लिए कह रहे हैं कि ये ठीक काम कर रहे हैं और उसके बाद कह भी रहे हैं कि और राज्यों में तो वेंटिलेटर्स काम कर रहे हैं तो यहाँ पर क्यों नहीं काम कर रहा है?

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अरुण सिंह ने सरकार के मन में पाप होने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि शुद्ध रूप से सरकार के मन में पाप था, गहलोत के मन में चोर था, क्योंकि उन पर पीएम केयर फण्ड का नाम लिखा था कि मोदी की प्रसिद्धि होगी, लोगों की जान की परवाह किये बिना, लोगों की जान बचाने के लिये गहलोत ने उन वेंटीलेटर्स का उपयोग नहीं किया. बीकानेर में देखो, वहीं के कार्यकर्ताओं ने चालू कर दिया, अब वही वेंटिलेटर चालू कैसे हो रहे हैं. आपने सालभर में इन्हीं वेंटिलेटर्स को क्यों नहीं ठीक किया.

अरुण सिंह ने कहा कि अगर वेंटिलेटर पहले से ही रिपेयर कर दिये होते तो बहुत सारे लोगों की जान बच जाती. इसके लिए दोषी गहलोत सरकार है. गहलोत की स्वार्थ की राजनीति के कारण लोगों की जान गई है, इसके लिए वे दोषी हैं और जब केन्द्र ने पैसा दिया तो आपको इसके लिए क्या दिक्कत थी. 300 रूपये का फ्लों सेंसर्स लगाने से वेंटिलेटर्स ठीक हो जाता है, जब एक वेंटिलेटर 4 लाख रूपये का आता है, डीआरडीओ ने इसको बनाया, एक दो गड़बड़ थी तो उसको ठीक तो करा सकते थे. जब प्रधानमंत्री की तरफ से 60 करोड़ रूपये इसके लिए खर्च किया गया तो आप इसके लिए 300 रूपये खर्च नहीं कर सकते थे क्या? लेकिन मन में पाप था और इसी पाप के कारण यह नहीं कर पाये.

वहीं राजस्थान की गहलोत सरकार द्वारा केंद्र सरकार से ऑक्सीजन की मांग को लेकर अरुण सिंह ने कहा कि, ऑक्सीजन पर लगातार राजनीति होती रही, केन्द्र सरकार ने लगातार, पहले 5700 मीट्रिक टन का ऑॅक्सीजन का उत्पादन होता था उसको बढ़ाकर 9400 मीट्रिक टन किया. राजस्थान को लगातार 435 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने का काम किया, लेकिन कंटेनर आपके पास है नहीं, डिस्ट्रीब्यूशन व्यवस्था आपकी ठीक नहीं है, उसके लिए कौन दोषी है, वो तो आप ही दोषी हैं. स्वास्थ्य राज्य का सब्जेक्ट है, इस एक साल में गहलोत सरकार सोती रही, कुछ भी काम नहीं किया.

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अरुण सिंह ने आगे कहा कि इसी प्रकार से अगर आप देखें तो रेमडेसीवर की बात है, रेमडेसीवर के लिए मैं कहना चाहूंगा कि जब केन्द्र सरकार की तरफ से लगातार मई तक सरकार को 1 लाख 66 हजार रेमडेसवर इंजेक्शन दिये गये और अब इनकी संख्या 2 लाख 48 हजार तक पहुँच गई है तो सीएम गहलोत और उनके मंत्री बतायें कि 2 लाख 48 हजार रेमडेसिवर आपने दी किसको? कहीं ऐसा तो नहीं है कि अधिकारियों के घर में पड़े हों, कहीं ऐसा तो नहीं है कि उनकी कालाबाजारी हुई हो, कहीं ऐसा तो नहीं है कि दूसरे राज्य में चला गया हो. उन्होंने आगे कहा कि 2 लाख 48 हजार रेमडेसीवर इंजेक्शन दिये गये हैं और 11 मई तक 1 लाख 66 हजार रेमडेसीवर इंजेक्शन दिये गये थे, उनकी जानकारी सरकार को प्रदेश की जनता को देनी चाहिए, आखिर गये तो गये कहाँ? डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम फ्लोप, मंत्री जिलों में जाना बंद कर दिये, अधिकारियों के भरोसे छोड़ दिये, तो कैसे प्रदेश चलेगा. आपके इस प्रकरण से प्रदेश तो नहीं चलता.

कोरोना वैक्सीन को लेकर अरुण सिंह ने कहा कि दो स्वदेशी वेक्सीन विकसित करने पर देशवासियों ने हमारे वैज्ञानिकों एवं प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी है. लेकिन कांग्रेस के राहुल गांधी सहित तमाम लोगों ने वैक्सीन का मजाक बनाया, ये मोदी वैक्सीन है, ये इण्डिया की वैक्सीन है, इस तरह मजाक उड़ाया. अब उस वैक्सीन की डिमाण्ड कर रहे हैं, फिर टीएमसी के लोग हों, चाहे कांग्रेस के लोग हो, चाहे केजरीवाल के लोग, सभी सर्फ ओछी राजनीति कर रहे हैं.

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अरुण सिंह ने कहा कि, गहलोत ने टेंडर क्यों नहीं किया, किसी कम्पनी को ऑॅर्डर नहीं दिया, अब दोषारोपण करने का काम कर रहे हैं. लेकिन इतना बताना चाहूंगा कि को-वैक्सीन मई-जून में इसकी उत्पादन डबल हुई है और जुलाई-अगस्त में छः गुणा इसका उत्पादन हो जायेगा. उसी प्रकार कोविशील्ड 6.50 करोड़ डोज का अधिक उत्पादन हो रहा है, जुलाई में ये बढ़कर 11 करोड़ 50 लाख हो जायेगा. कुल मिलाकर के जुलाई के महीने में अगर देखें तो 16 से 17 करोड़ की वैक्सीन लोगों को मिलनी शुरू हो जायेगी. उन्होंने कहा कि, 18 से 45 साल के लोगों को वैक्सीन देने का काम किसका है? ये तो गहलोत का काम है, लेकिन इसमें भी राजनीति, हमको हमारा पावर दे दो, उसके बाद उस वैक्सीन नहीं खरीदा. इस ढ़ीली-ढ़ाली सरकार को, इस लीपापोती सरकार को प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी.

अरुण सिंह ने कहा कि, मैं अशोक गहलोत से मांग करना चाहूंगा कि तुरन्त रूप से लोगों को बेड देने का काम कीजिए, गाँवों में कोरोना जा रहा है शीघ्र से शीघ्र दवाई भेजने का काम कीजिए, पीने का पानी भेजिए, सैनेटाइजर की व्यवस्था कीजिए, जिससे गाँवों में लोगों को कोरोना से सुरक्षित रख सकें. वहीं मेरी दूसरी मांग है कि गहलोत अब लीपापोती में नहीं, आपको केन्द्र ने बहुत पैसा दिया है, अब आप जो वेंटिलेटर्स खराब हैं उन्हें तुरन्त ठीक करवाईये, उन्हें ठीक करवाकर के लोगों की जान बचाइए.

मेरी यह भी मांग है कि जहाँ एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने 2 दिन पहले ही किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत देश के 9.5 करोड़ से अधिक किसानों को पैसा दिया है, इसमें राजस्थान के 66 लाख से अधिक किसानों को सीधे पैसा पहुंचा है, किसानों से सम्पूर्ण कर्जा माफ करने का गहलोत ने वादा किया था, कम से कम इस संकट की घड़ी में आप सब किसानों के पास एक लेटर भेजिए, बैंकों के पास लेटर जाना चाहिए, बैंकों के माध्यम से लेटर जाना चाहिए कि आपका कर्जा माफ हो गया है. किसानों को बहुत बड़ा सुकून होगा, आपने वादा जो किया था उसे पूरा कीजिए, वादाखिलाफी मत कीजिए.

मेरी तीसरी मांग है कि गहलोत ने वादा किया था कि बेरोजगारी भत्ता देने का, उसे अविलंब शुरू कीजिये, और जिन लोगों के पास रोजगार नहीं हैं आर्थिक संबल दीजिये. अरुण सिंह ने प्रदेश सरकार से चौथी मांग करते हुए कहा कि इस कोरोना के संकट के समय में बिजली के फिक्स चार्जेज माफ कीजिए और जो बिजली का भुगतान नहीं किया गया है उस पर इंटेंस लगा रहे हैं इंटेंस को अविलम्ब माफ कीजिए और जो बिजली के बढ़े हुए दाम हैं उसको पुराने दाम पर ले आइए, क्योंकि यह आपका वादा था, कम से कम पहले तो नहीं किये, लेकिन अब इस संकट के समय तो लोगों को अपना लाभ देने का काम कीजिए.

अरुण सिंह ने पांचवी मांग करते हुए कहा कि जिन परिवारों में कोरोना के कारण मौत हो गई, उन परिवारों को अविलंब आर्थिक सहारा दीजिये. छठी मांग है कि लोगों को काम देने के लिये नरेगा शुरू कीजिये, मोदी सरकार ने मई-जून के लिए दो महीने अगर 5 किलो अनाज की घोषणा कर सकते हैं, किसानों को उनके अकाउन्ट में पैसा दे सकते हैं, तो राजस्थान सरकार क्यों नहीं कर सकती? राज्य सरकार को केन्द्र ने जो पैसा दिया है, अपने पास से इन चीजों में खर्च करने का काम कीजिए. ये सुझाव भी है, ये भाजपा की तरफ से मांग भी है, इसलिए इन्हें करें.

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने वर्चुअल प्रेस वार्ता में कहा कि, भाजपा के कार्यकर्ता प्रदेश एवं देशभर में अपनी चिंता किये बिना सेवा के कार्यों को कर रहे हैं, वहीं प्रदेश में सेवा ही संगठन अभियान-2 के अन्तर्गत निरन्तर सेवा कार्य किये जा रहे हैं, 6 लाख 31 हजार फेस कवर वितरण, जो कोरोना संक्रमित हैं उनके घर पर फोन करके अथवा फोन आने पर 3 लाख 73 हजार लोगों को भोजन देने का काम किया, 1 लाख 42 हजार लोगों को राशन देने का काम किया, रक्तदान की मदद के लिये 235 ब्लड डोनेशन कैम्प लगाये गये, प्लाज्मा डोनेशन का काम भी भाजपा राजस्थान के कार्यकर्ता कर रहे हैं.

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