पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को आॅनलाइन संवाद के दूसरे चरण में जयपुर और अजमेर संभाग के सांसदों और विधायकों से चर्चा की. इस चर्चा के दौरान सांसदों और विधायकों ने प्रमुख रूप से प्रवासियों को दूसरे राज्यों से लाने, शराब पर टैक्स बढाने, बिजली, पानी, मनरेगा की तर्ज पर शहरों में भी रोजगार देने, प्रदेश में लंबे समय से अटकी हुई विभिन्न विभागों की भर्तियों में नियुक्ति देने सहित विभिन्न मांगे सीएम गहलोत के समक्ष रखी. करीब साढे आठ घंटे चली इस चर्चा में सीएम गहलोत ने सभी के द्वारा कही गयी बातों को गंभीरता से सुना.
चर्चा की शुरूआत में सीएम गहलोत ने कोरोना की इस लडाई में राज्य सरकार द्वारा अब तक किये गए राहत कार्यों की जानकारी दी. इसके साथ ही कहा कि कोई भी संक्रमित हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है. प्रवासी लोग जो प्रदेश में आ रहे है वो 14 दिन अपने और अपने परिवार सहित समाज के लिए क्वारेंटाइन में रहे. सीएम गहलोत ने कहा कि जिनके घर बड़े है जहां सुविधाएं है वो लोग आसानी से अपने घर में अपने आप को क्वारेंटाइन कर सकते है. प्रदेश में कोरोना की स्थिति अभी नियंत्रण में है.
संवाद की शुरूआत में जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि सोडाला के ईएसआई अस्पताल में सिर्फ कोरोना का ईलाज चल रहा है. अन्य किसी भी तरह की बीमारियों का इलाज नहीं चल रहा है ऐसे में लोग परेशान हो रहे है. इस पर सीएम गहलोत ने कहा चिकित्सा मंत्री कह रहे है जल्द ही वहां से कोरोना मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है. यह अस्पताल जल्द ही अन्य मरीजों के लिए सुचारू होगा.
सांसद बोहरा ने इसके साथ ही कहा कि जयपुर के रामगंज सहित परकोटे में लोग आसानी से जा रहे है. परकोटे में और अधिक सख्ती करने की जरूरत है ताकि संक्रमण फैलने से बचे. इस पर सीएम गहलोत ने कहा कि हमें कोरोना के साथ रहना सीखना होगा पता नहीं कोरोना कब तक चलेगा. सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के बिना काम नहीं चलेगा. रामगंज और जोधपुर के बारे में अफवाह फैलाई गई, कहा गया मुसलमानों को छूट दी गयी कौन छूट देगा ? जो छूट देगा वह मरेगा. इस तरह की बाते करना गलत है, अगर छूट देते तो संकमण सभी में फैलता किसी समुदाय विशेष में नहीं, कोरोना की लडाई हम सभी को मिलकर लडनी है.
इस दौरान परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि सोमवार को मुझसे जयपुर के मैरिज होम संचालकों ने मुलाकात की उनका कहना है केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार हमें मैरिज होम संचालन की अनुमती दें. ये लोग 50 लोगों की अनुमति के साथ मैरिज होम चलाने के लिए तैयार है. एक बार इन्हें मैरिज होम संचालन की अनुमति देनी चाहिए ताकि काफी लोगों को रोजगार मिल सके.
मुख्य सचेतक महेश जोशी ने प्रतिपक्ष के नेताओं से आग्रह करते हुए कहा कि प्रतिपक्ष के नेता जनता को बताएं कि उन्होंने केंद्र से राजस्थान की जनता के लिए कितना पैसा अब तक मांगा है. वो केंद्र से एक रुपया भी मांगेंगे तो भी हम संतुष्ट हैं, हम इस पर कोई टीका टिप्पणी नहीं करेंगे लेकिन वो केंद्र से कुछ मांग कर बताएं तो सही, ये आपकी हमारी सबकी राजस्थान की जनता के प्रति जिम्मेदारी है. इसके साथ ही जोशी ने कहा कि प्रदेश के थानों में जप्त वाहनों की छोडा जाए, अन्यथा लोगों के वाहन थानों में पडे पडे खराब हो जाएंगे जिससे काफी नुकसान होगा. इसके साथ ही बिजली और पानी के बिल माफ करने की मांग भी जोशी ने की.
जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन राठौड ने सीएम गहलोत का धन्यवाद देते हुए कहा वायरस दल, जाति के अनुसार हमला नहीं करता. कोरोना की इस जंग में हमे एक होकर लडना पडेगा. कोरोना की लडाई के बाद राजनीति फिर से कर लेंगे. राठौड ने सीएम गहलोत से मांग करते हुए कहा कि प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलना चाहिए. प्रदेश में बाहर से आने वाले लोगों को उनके स्किल के अनुसार रोजगार दिया जाना चाहिए इसके लिए एक ऐसा प्लेटफॉम बनाना चाहिए जहां सभी के स्किल्स का डाटा एक जगह मिल सके ताकि जरूरत पडने पर काम के अनुरूप लोगों की पहचान हो सके.
संवाद के दौरान सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने कांग्रेस के विधायकों पर राशन वितरण में भेदभाव के आरोप लगाए. इस पर विधायक अमीन कागजी ने पलटवार करते हुए कहा कि मैं रोजा किया हुआ बोल रहा हूं, राशन वितरण में कोई भेदभाव नहीं हुआ है. मैंने विधायक कोष से डेढ़ करोड़ रुपए राशन के लिए जिला कलेक्टर को दिए. भाजपा विधायकों ने अपने कोष से क्षेत्र के लिए पैसे नहीं दिए. भाजपा विधायक भी अपने क्षेत्र में राशन बंटवाए कौन मना करता है, सिर्फ राजनीति करने के लिए भाजपा विधायक आरोप लगा रहे हैं.
विराटनगर विधायक इंद्रराज गुर्जर ने कहा कि शराब पर टैक्स बढाना चाहिए ताकि गरीब लोग शराब की तरफ नहीं भागे. विधायक ने बताया कि मुझे एक गरीब महिला मिली बोली मुझे राशन के लिए कुछ पैसे दे दो तो मैंने कहा 500 रूपये सरकार ने दिए वो कहां गए, तो महिला ने कहा मेरे पति ने जबरदस्ती वो पैसे छीन लिए और उनकी शराब पी गए. इस पर सीएम गहलोत ने चौंकते हुए कहा पूछा कि शराब की बिक्री पर क्या करना चाहिए. इस पर विधायक ने कहा कि शराब पर टैक्स को बढा देना चाहिए जिससे गरीब लोग इससे दूर रहें. इससे पहले बीजेपी विधायक कालीचरण सर्राफ ने भी सीएम गहलोत से शराब पर टैक्स बढाने की मांग की.
संवाद के दौरान सीएम गहलोत गुस्से में भी नजर आए. दरअसल, नवलगढ विधायक राजकुमार शर्मा ने कहा कि प्रवासी लोग किसी भी तरह अपने घरों की ओर जाने के लिए मजबूर है. आज भी मैंने दिखा कि हजारों लोग गुजरात और मध्यप्रदेश की ओर पैदल जा रहे है. इस पर सीएम गहलोत ने कहा कि कहां पैदल जा रहे है लोग, पर्याप्त बसें लोगों को प्रदेश के बॉर्डर तक छोडने के लिए लगा रखी है, कौन पैदल जा रहा है आपकों किसने इतला दी है. इस पर विधायक ने कहा अभी यहां के भामाशाह सेंटर के आगे 500 लोग इक्टठा है. आपकों वीडियों बना के भेज दूंगा. साथ ही विधायक ने सीएम गहलोत से कहा कि आप गुस्सा मत होइये, जो सुनता है उसकों ही समस्या बताई जाती है. आप सबकी सुनते हो इसलिए आपको समस्या बताते है. इस पर सीएम गहलोत ने मुस्कुराते हुए कहा कि आप हीरो हो आपसे कौन गुस्सा हो सकता है. विधायक शर्मा ने आगे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए कहा कि आपसे पहले जो मुख्यमंत्री थी उनके सामने तो मुंह खोलने से भी विधायक कतराते थे.
अलवर सांसद बाबा बालकनाथ ने कहा कि कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए बाहर से आने वाले लोगों की मॉनिटरिंग अच्छी तरह से की जाए. लॉकडाउन में छूट देना भी हमारी मजबूरी है. दिल्ली के आॅड इवन फार्मूले का सुझाव देते हुए सांसद ने कहा कि इस फामूर्ले के अनुसार लोगों को अपने नाम के हिसाब से घर से बाहर निकलने की अनुमती दे ताकि बाजारों में भीड भाड नहीं हो और सोशल डिस्टेंसिग बनी रहे.
दौसा सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि आपने सांसदों और विधायकों से जो संवाद शुरू किया है यह काबिले तारीफ है. सांसद मीणा ने आगे कहा कि मेरे जिले की सभी विधानसभाओं में सबसे बडी समस्या पीने के पानी की है इसका समाधान करें. इसके साथ ही सुझाव दिया कि मेक इन इंडिया, खादी, लघु उद्योगों को बढावा देने, श्रमिक कानून और लघु उद्योगों के कानून के सरलीकरण में फोकस करे.
महुआ विधायक ओमप्रकाश हुडला ने कहा कि आपरेशन भोजन सेवा अभियान मैंने मेरे महुआ विधानसभा क्षेत्र में चला रखा है. ओमप्रकाश हुडला को फोन घुमाओं और घर बैठे भोजन पाओ. आज 52 वा दिन है रोजाना करीब 5 हजार लोगों को घर बैठे भोजना पहुंचाया जा रहा है. विधायक हुडला ने आगे कह कि जब तक सब कुछ ठीक नहीं होगा मेरे विधानसभा क्षेत्र में किसी को भूखा नहीं रहने दूंगा. इसके साथ ही विधायक हुडला ने मांग करते हुए कहा कि जो विधायक और सांसद कोरोना पर काम नहीं कर रहे हैं उनका 3 महीने का वेतन काटा जाए.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और आमेर विधायक सतीश पूनियां ने कहा कि सभी आपकी बडाई कर रहे है तो मुझे आश्चर्य है. आज 49वें दिन हम संवाद कर रहे है इससे पहले करते तो ओर बेहतर कर सकते थे. पूनियां ने आगे कहा कि आपकी पार्टी के लोग पीएम मोदी पर प्रश्न उठाते है यह ठीक नहीं है. बीजेपी के लोग कुछ बोलते है तो बीजेपी के कार्यकर्ताओं और विधायकों पर मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं. पूनियां ने आगे सुझाव देते हुए कहा कि प्रवासी मजदूर जो प्रदेश में वापस आए है उनको स्किल के अनुसार काम दिया जा सकता है. इसके साथ ही पूनियां ने प्रदेश में काफी समय से लंबित भर्तियों को सृजित करने, सवाई माधोपुर और टोंक की घटना पर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने करने की मांग की. पूनियां ने सरकार पर राशन वितरण में तुष्टीकरण ओर भेदभाव का भी आरोप लगाया. पूनियां की बात पर सीएम गहलोत ने जवाब देते हुए कहा कि आपको जो फीडबैक मिला है वह तथ्यों से विपरीत है, पहले अपने तथ्यों को करेक्ट करें फिर बात करेंगे.
राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने कहा कि आपके निर्देशन में बहुत अच्छा काम हो रहा है लेकिन नीचे के स्तर पर कुछ अधिकारी अच्छा काम नहीं कर रहे हैं. इस दौरान सांसद दीया कुमारी ने टिडडीयों के प्रकोप पर उचित कदम उठाने, किसान कल्याण कोष में लगाए गए टैक्स को हटाने, बिजली और पानी के बिल को माफ करने और क्वारेंटाइन सेंटर्स में एक साथ ज्यादा लोगों को नहीं रखने की मांग सीएम गहलोत से की. इसके साथ ही मीडिया कर्मियों को 50 लाख रूपये का बीमा देने और आशा सहयोगनियों का वेतन दोगुना करने की भी मांग की.
भीलवाडा सांसद सुभाष महरिया ने कहा कि भीलवाडा में लंबे समय से कफ्र्यू है इसे हटाया जाए. भीलवाडा संक्रमण से मुक्त है इसके बावजूद यहां कफ्र्यू लंबे समय से जारी है. अन्य जगह पर लोगों को क्वारेंटाइन में 14 दिन के लिए रखा जा रहा है लेकिन भीलवाडा में 21 दिन से भी ज्यादा लोगों को क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है. कफ्र्यू होने से उदयोग ठप्प है लोगों के पास रोजगार नहीं है. कफ्र्यू को जल्द नहीं हटाया गया तो यहां कभी उदयोग शुरू नहीं हो पाएंगे. उदयोगों को जल्द शुरू करने की जरूरत है.
भीलवाडा विधायक विठल शंकर अवस्थी ने कहा कि पिछले दो दिन से हजारों मजदूर शहर में प्रदर्शन कर रहे है. मार्च का भी वेतन लोगों को नहीं मिला है अप्रैल, मई की बात तो दूर है. भीलवाडा में करीब बाहर के 40 हजार मजदूर काम करते है, इन्हे कुछ भी प्रयास करके वेतन दिलवाइए, इन मजदूरों को मकान मालिकों द्वारा भी किराए के लिए परेशान किया जा रहा है. विधायक ने सीएम गहलोत से आगे मांग करते हुए कहा कि कुछ भी करके भीलवाडा से कफ्र्यू हटाए.
सीएम गहलोत से संवाद के दौरान यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और लाडनूं विधायक मुकेश भाकर ने कहा कि कोरोना की इस लडाई में प्रशासन ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है. नागौर जिला रेड जोन घोषित हो गया है, नागौर में कोरोना जांच सुविधा विकसित की जानी चाहिए. इसके साथ ही विधायक भाकर ने बाहर से आ रहे लागों को घरों में क्वारेंटाइन करने और नागौर में जल आपूर्ति को सुचारू करने की मांग की.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि आज सभी सांसदों और विधायकों ने अब तक किए हुए कार्यों पर सकारात्मक रूख संवाद के दौरान रखा. कोरोना के लिहाज से आने वाले 15-20 दिन बडे चुनौतीपूर्ण है क्योंकि आने वाले दिनों में लाखों लोग प्रदेश में आएंगे. इसके लिए सभी जिलों में क्वारेंटाइन की उचित व्यवस्था करनी होगी. पायलट ने आगे कहा कि मनरेगा में राजस्थान देश में अव्वल रहा है यह आप सभी की मेहनत है. पायलट ने बताया कि बाहर से आने वाले मजदूरों को भी आने वाले समय में मनरेगा के तहत रोजगार दिया जाएगा. प्रदेश में जहां कोरोना संकम्रण के हॉट स्पॉट बने हुए है वहां कफ्र्यू के नियमों का लोगों को पालन करना पडेगा, आने वाले समय में हमें और सर्तकता करनी होगी. टेस्ट की संख्या का टारगेट भी जो 25 हजार प्रतिदिन का हमने रखा है इतने टेस्ट हमें रोजाना करने पडेंगे.
खेतड़ी विधायक डॉ. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण पर काबू करने के लिए झुंझुनूं एवं भीलवाड़ा में उठाये गए कदमों की तारीफ यूएसए के ह्यूस्टन में भी हुई है. ह्यूस्टन में डॉक्टर के तौर पर काम कर रही उनकी बेटी ने बताया कि भीलवाड़ा का क्वारंटीन मॉडल वहां के डॉक्टरों में अशोक गहलोत मॉडल के नाम से चर्चा में है.
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विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसी वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के लिए सभी दलों को साथ लेकर एक अच्छी परम्परा स्थापित की है. हमारा प्रयास हो कि पंचायत स्तर तक हम जनप्रतिनिधियों को इस लड़ाई में भागीदार बनाएं. हमें कोरोना के साथ रहना सीखना होगा और इसके लिए विधायकों सहित सभी को अपनी कार्य प्रणाली में बदलाव भी करना पडे़गा. आमजन में इस महामारी को लेकर पैदा हुए भय को दूर करने में जनप्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका है.