राजस्थान के बहुचर्चित कथित फोन टैपिंग मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, लोकेश शर्मा फोन टैपिंग मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को दिल्ली पुलिस के सामने हुए पेश, विभागीय सूत्रों की मानें तो सीएम गहलोत के विशेषाधिकारी से लगभग चार से पांच घंटे तक की गई पूछताछ, वहीं दिल्ली में मीडिया के सवालों के जवाब में लोकेश शर्मा ने कहा- ‘मैं छठी बार आज जांच के लिए हुआ हूं पेश, दिल्ली पुलिस ने मुझसे 4-5 घंटे तक की है पूछताछ, मैंने दिल्ली पुलिस को दिए हैं सभी सवालों के जवाब, पुलिस की जांच में कर रहा हूं मैं पूरा सहयोग, हमने इस एफआईआर को रद्द करने के लिए लगाई है रिट भी, जिस पर आगामी पर 20 फरवरी को होगी सुनवाई,’ बीते सप्ताह दिल्ली पुलिस ने सीएम गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा को भेजा था नोटिस, वहीं इससे पहले लोकेश शर्मा 6 दिसंबर, 2021 और 14 मई, 2022 को पूछताछ के लए हो चुके हैं हाजिर, इस दौरान उन्होंने यह भी बताया था कि वो अन्य तीन तारीखों पर क्यों नहीं हो सके थे उपस्थित, सीएम के OSD लोकेश शर्मा के खिलाफ दर्ज FIR में आपराधिक साजिश रचने, और गैरकानूनी तरीके से फोन टैप करने का लगाया गया है आरोप, जब लोकेश शर्मा ने इस मामले में अपने ऊपर दर्ज एफआईआर को रद्द करने की एक याचिका हाईकोर्ट में दायर की थी तब अदालत ने 3 जून, 2021 को अपने एक आदेश में उन पर किसी दंडात्मक कार्रवाई पर लगा दी थी रोक, वहीं दिल्ली पुलिस का दावा है कि लोकेश शर्मा के साथ-साथ राजस्थान पुलिस उच्च न्यायालय द्वारा दी गई अंतरिम सुरक्षा का कर रही है गलत इस्तेमाल, इसकी वजह से मामले की जांच में हो रही है देरी, वही लोकेश शर्मा ने अपनी याचिका में अपने ऊपर दर्ज एफआईआर को रद्द करने की की थी मांग, केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से सासंद गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने दर्ज की थी FIR