Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रदेश के बेरोजगारों को बड़ी सौगात दी है. मुख्यमंत्री गहलोत ने बुधवार को कॉलेज लेक्चरर (College Lecturers recruitment) के एक हजार और पदों पर भर्ती की स्वीकृति देने के साथ ही नए कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपए के बजट की मंजूरी दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘उत्कृष्ट मानव संसाधन तैयार करने की दृष्टि से प्रदेश में युवाओं को गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा मिले. इसके लिए अधिकारी ऐसा पुख्ता मैकेनिज्म तैयार करें जिससे सभी कॉलेजों में यूजीसी सहित अन्य मापदंडों की प्रभावी पालना सुनिश्चित हो’.
‘प्रदेश में उच्च शिक्षा का स्तर हो अव्वल दर्जे का’
सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘युवाओं के करियर निर्माण को ध्यान में रखते हुए हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है कि राज्य में उच्च शिक्षा का स्तर अव्वल दर्जे का हो. कॉलेजों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जाए. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी कॉलेजों की दैनिक गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जा सकती है’.
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भर्ती प्रक्रिया को जल्द किया जाए पूरा- गहलोत
उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम गहलोत ने निर्देश दिए कि, ‘राजकीय कॉलेजों में पढ़ाई की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए रिक्त पदों पर भर्ती एवं पदोन्नति की कार्रवाई को गति दें’. सीएम ने कहा कि, ‘राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से कॉलेज शिक्षकों के करीब एक हजार पदों पर चल रही भर्ती की प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाए’. साथ ही उन्होंने एक हजार और पदों पर भर्ती की स्वीकृति देते हुए इसकी प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि, ‘उच्च शिक्षा में तबादलों के लिए प्रभावी नीति भी बनाई जाए’.
‘मिशन भावना के साथ करें काम’
मुख्यमंत्री गहलोत ने निर्देश दिए कि, ‘जिन कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए भूमि का आवंटन हो चुका है, उनका निर्माण कार्य दो माह में आवश्यक रूप से शुरू हो. साथ ही शेष कॉलेजों के भूमि आवंटन प्रकरणों की मुख्य सचिव के स्तर पर समीक्षा की जाए’. सीएम ने कहा कि, ‘प्रदेश के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए दूरस्थ स्थानों पर नहीं जाना पड़े. इस उद्देश्य से सरकार ने विगत तीन वर्षों में 123 नए राजकीय महाविद्यालय खोले हैं. इन महाविद्यालयों के भवन–निर्माण, विभिन्न पदों पर भर्ती और अन्य आवश्यकताओं को पूरा करने की दिशा में मिशन भावना के साथ काम करें’.
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सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘ऐसा प्रभावी सिस्टम विकसित किया जाए कि निजी कॉलेजों में यूजीसी एवं अन्य निर्धारित मापदंड आवश्यक रूप से पूरा होना सुनिश्चित हो. साथ ही इन कॉलेजों में कार्यरत फैकल्टी यूजीसी के नियमों के अनुरूप पात्रता पूर्ण करने वाली हो तथा उन्हें उनकी पात्रता के अनुरूप उचित वेतन सीधे उनके बैंक खातों में मिले’. सीएम गहलोत ने महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेन्स एंड सोशल साइंसेज, हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय जयपुर तथा डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय जयपुर के भवन निर्माण का कार्य भी जल्द शुरू कराए जाने के निर्देश दिए.
उत्कृष्ट मानव संसाधन तैयार करने की दृष्टि से प्रदेश में युवाओं को गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा मिले। इसके लिए अधिकारी ऐसा पुख्ता मैकेनिज्म तैयार करें जिससे सभी कॉलेजों में यूजीसी सहित अन्य मापदंडों की प्रभावी पालना सुनिश्चित हो।
उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित किया। pic.twitter.com/AvE3V98NEK— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 1, 2021
इस बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि, ‘उच्च शिक्षा की बेहतर गुणवत्ता के लिए विभाग मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रभावी योजना के साथ काम करेगा. कॉलेजों के नियमित निरीक्षण के लिए कारगर व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. राजकीय कॉलेजों में भर्ती, पदोन्नति एवं भवन निर्माण के कार्यों को भी गति देकर राज्य में उच्च शिक्षा का बेहतर माहौल तैयार किया जाएगा’.