Politalks.News/Rajasthan प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को छात्र हित में लगातार उठ रही मांगों को देखते हुए एक बडा निर्णय लिया है. सीएम गहलोत की अध्यक्षता में शनिवार को सीएम आवास पर आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि प्रदेश में कोरोना महामारी के संक्रमण की स्थिति के मद्देनजर इस वर्ष प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं आयोजित नहीं होंगीं.
बैठक के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि कोरोना महामारी के परिदृश्य को देखते हुए इस वर्ष उच्च एवं तकनीकी शिक्षा के स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं कराई जाएंगी. सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा. प्रमोट होने वाले विद्यार्थियों के अंकों के निर्धारण के सम्बन्ध में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आगामी कुछ दिनों में जारी होने वाले दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर समुचित निर्णय लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर आयोजित हुई इस बैठक में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त निरंजन आर्य, उच्च शिक्षा सचिव शुचि शर्मा, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेशभर में विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं आयोजित नहीं कराने व बिना परीक्षा करवाए अगली कक्षा में प्रमोट करने को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. इस मामले को लेकर गुरूवार को जयपुर कांग्रेस विधायकों ने भी सीएम गहलोत से मुलाकात मांग की थी.