राजसमंद-भीलवाड़ा में कई सियासी समीकरण साध लौटे सीएम गहलोत, इन वजहों से चर्चा में रहा मेवाड़ दौरा

सीएम गहलोत का राजसमंद और भीलवाड़ा दौरा, देवदर्शन के साथ जैन मुनियों का लिया सानिध्य, तो जनता से मंच पर किए वादे को तुरंत पूरा कर जीता दिल, योजनाबद्ध तरीके से एक के बाद एक जिले में जा रहे हैं सीएम गहलोत, इधर विधायक रामपाल जाट का शक्ति प्रदर्शन बना चर्चा का विषय

चर्चाओं में रहा सीएम गहलोत का सियासी दौरा
चर्चाओं में रहा सीएम गहलोत का सियासी दौरा

Politalks.News/Rajasthan. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज राजसमंद और भीलवाड़ा के दौरे पर रहे. सीएम गहलोत के साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और जिला प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना भी मौजूद रहे. जयपुर से चार्टर से रवाना हुए सीएम गहलोत ने राजसमंद से नाथद्वारा पहुंचकर अपने दौरे की शुरुआत श्रीनाथ जी के दर्शनों के साथ की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देव एकादशी पर श्रीनाथजी प्रभु की राजभोग झांकी के दर्शन किए. मंदिर में उनका परंपरा अनुसार समाधान (स्वागत) किया गया. इसके बाद सीएम गहलोत ने भीलवाड़ा जिले के चांखेड़ माण्डल में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत शिविर का निरीक्षण किया.

इस दौरान स्पीकर सीपी जोशी की राजसमंद की 6 स्कूलों के लिए कृषि व्याख्याता सहित कुछ अन्य मांगों को सीएम गहलोत ने मंच से पूरा करने का वादा किया. तो वहीं मांगों को पूरा करते हुए शिक्षा मंत्री डोटासरा ने तुरंत ही आदेश भी जारी करवा दिए. इसके बाद राजसमंद से भीलवाड़ा पहुंचकर सीएम अशोक गहलोत ने आचार्य श्री महाश्रमण से भेंट की. अपने दौरे के दौरान सीएम गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘जो पूछते हैं 70 साल में क्या हुआ उनको बता दूं की हमारे यहां सरकारी स्कूल में भर्ती के लिए लाइन लगती है’. तो वहीं भीलवाड़ा में सीपी जोशी के खास सिपहसालार रामपाल जाट का शक्ति प्रदर्शन भी चर्चा का विषय बना रहा.

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70 साल में क्या हुआ उनको बता दूं हमारे यहां सरकारी स्कूल में एडमिशन के लगती है लाइन
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गहलोत ने एक सभा को संबोधित करते हुए केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि,’कुछ लोग कहते हैं कि 70 साल में क्या किया, उन्हें राज्य के अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूलों को देखना चाहिए, जहां अब दाखिलों के लिए भी लॉटरी निकलती है. प्रवेश लेने के लिए लाइन लगी रहती है, कई निजी स्कूल बंद हो चुके हैं.आजादी के वक्त देश के क्या हालात थे, ये आज के बड़े-बुजुर्ग जानते हैं. पानी, बिजली, सड़क, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल… कुछ नहीं था. आधुनिक भारत, आधुनिक राजस्थान और आधुनिक राजसमंद में जो कुछ दिख रहा है, वह सब 70 सालों में हुआ है’.

इधर घोषणा, उधर सरपट दौड़ी फाइल
और आदेश जारी
राजसमंद में स्पीकर सीपी जोशी की मांग पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तुरंत आदेश जारी किए. तो वहीं सीएम गहलोत के आदेश पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा तुरंत एक्शन में आए और उनके आदेश पर शिक्षा विभाग में फाइल सरपट दौड़ी और थोड़ी ही देर में आदेश भी जारी हो गए. दरअसल, सीएम गहलोत ने स्पीकर की मांग पर राजसमंद की 6 स्कूलों में कृषि व्याख्याता के पद के साथ कृषि संकाय, 5 स्कूलों में इंग्लिश मीडियम रूपांतरित सहित अन्य घोषणाएं की थी. इस पर शिक्षा विभाग की ओर से तुरंत आदेश भी जारी किए गए.

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विधायक रामलाल जाट का शक्ति प्रदर्शन बना चर्चा का विषय

चांखेड़ में प्रशासन गांवों के संग अभियान के अवलोकन के बाद सभा में मांडल विधायक रामलाल जाट का शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला. सियासी गलियारों में चर्चा है कि उनका नंबर आने वाले मंत्रिमंडल पुनर्गठन में आ सकता है. इस सभा के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पहले रामलाल जाट ने अपने क्षेत्र की कई मांगे रखीं. जब मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि मांडल की सभी मांगों को पूरा करने की कोशिश की जाएगी तो वहां इकट्ठे जनसमूह ने मुख्यमंत्री से रामलाल जाट को मंत्री बनाने की मांग कर दी, इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुरा दिए. सीएम के मुस्कुराने के अंदाज को देख लोग भी काफी खुश हुए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी व पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी मौजूद रहे.

आचार्य महाश्रमण का लिया आशीर्वाद

चांखेड़ गांव में जनसमूह को संबोधित करने में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने काफी जल्दबाजी दिखाई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भीलवाड़ा में चतुर्मास कर रहे आचार्य महाश्रमण से मुलाकात और उनसे आशीर्वाद लेने का कार्यक्रम था. जब सीएम को यह पता लगा आचार्य महाश्रमण 4 बजे के बाद किसी से नहीं मिलने के नियम के तहत मुख्यमंत्री को भी चांखेड़ गांव में अपना कार्यक्रम जल्द समाप्त करना पड़ा और तुरंत वह भीलवाड़ा पहुंचे. जहां उन्होंने आचार्य महाश्रमण का आशीर्वाद लिया और उनसे कुछ समय चर्चा भी की.

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भामाशाह ने 3 करोड़ 70 लाख की लागत से बनाया स्कूल

बतादें, श्रीनाथ जी के दर्शनों के बाद सबसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजसमंद के गुड़ला में आमजन को बड़ी सौगात दी. सीएम गहलोत ने भामाशाह द्वारा निर्मित एक स्कूल का उद्घाटन किया. बदामबाई उदयलाल सिंयाल चेरिटेबल ट्रस्ट मुंबई की ओर से 3 करोड़ 70 की लागत से गुड़ला में स्कूल भवन का निर्माण करवाया है. स्कूल भवन के नव-निर्माण के लिए नवंबर 2019 में विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीपी जोशी और जिला प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना की मौजूदगी में भामाशाह ने नींव रखी थी. 2 साल में भवन बनकर तैयार हुआ है. शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में 270 स्टूडेंट अध्ययनरत है.

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