CM गहलोत की 11 जिलों को सौगात, कहा- ‘स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में पायनियर बनकर उभरा राजस्थान’

कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सतर्क गहलोत सरकार, सीएम ने ICU, NICU, PICU का किया शिलान्यास,  11 जिलों के 17 अस्पतालों में बढ़ी स्वास्थ्य सेवाएं, मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- 'राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों से राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में पायनियर बनकर उभर रहा है'

कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सतर्क गहलोत सरकार
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सतर्क गहलोत सरकार

Politalks.News/Rajasthan.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिकित्सा व्यवस्थाओं को और अधिक मजबूती देते हुए प्रदेश के अस्पतालों को कई सौगातें दी हैं. सीएम गहलोत ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए प्रदेश के 11 जिलों के 17 चिकित्सालयों में आईसीयू, नवजात गहन चिकित्सा इकाई , शिशु गहन चिकित्सा इकाई और मदर केयर यूनिट के शिलान्यास करते हुए कहा कि- ‘राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों से राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में पायनियर बनकर उभर रहा है. देश के दूसरे राज्यों के लोग भी हमारी चिकित्सा सुविधाओं का लाभ लेने राजस्थान आ रहे हैं. इस मौके पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि- ‘राजस्थान में एक हजार मेट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता हासिल करने की दिशा में हम अग्रसर हैं’.

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 11 जिलों की 17 चिकित्सालयों में आईसीयू नवजात गहन चिकित्सा इकाई शिशु गहन चिकित्सा इकाई और मदर केयर यूनिट का शिलान्यास किया. करीब 94 करोड़ 10 लाख रूपये की लागत से होने वाले इन कार्यों के पूरा होने से 531 बैड की बढ़ोतरी होगी. इसमें आईसीयू के 270 एनआईसीयू के 208 पीआईसीयू के 33 बैड तथा मदर केयर यूनिट के 20 बैड शामिल हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- ‘हमने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर का मुकाबला किया. हमारे भीलवाड़ा और रामगंज मॉडल को देश-दुनिया में पहचान मिली और दूसरे राज्यों ने भी इसे अपनाया. दूसरी घातक लहर में ऑक्सीजन एवं दवाओं की आपूर्ति तथा बैड्स को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ा. इससे सबक लेते हुए हमारी सरकार मेडिकल कॉलेजों से लेकर सीएचसी-पीएचसी स्तर तक चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत कर रही है ताकि तीसरी लहर आए तो हमें इस महामारी के मुकाबले में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. आज हुए शिलान्यासों से इन जिलों में चिकित्सा व्यवस्था और मजबूत होगी’.

सीएम अशोक गहलोत ने दीं ये सौगातें

  • जोधपुर के उम्मेद अस्पताल 480 लाख से 30  बैड  एनआईसीयू
  • मथुरादास माथुर अस्पताल में 650 लाख से  बैड  आईसीयू और 920 लाख से 60  बैड  एनआईसीयू
  • महात्मा गांधी अस्पताल में 650 लाख से 30 बैड आईसीयू
  • अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में 750 लाख से 50 बैड आईसीयू
  • झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल में 450 लाख से 20 बैड आईसीयू और जनाना अस्पताल में 307 लाख से 20 बैड एनआईसीयू एवं 250 लाख से 23  बैड  पीआईसीयू
  • कोटा के जेके लोन अस्पताल में 579 लाख से 36 बैड एनआईसीयू एवं 250 लाख से 20 बैड मदर केयर यूनिट
  • चूरू के डी. बी. एच. अस्पताल में 456 लाख से 20 बैड आईसीयू और 167 लाख से 10 बैड एनआईसीयू
  • बाड़मेर के जिला अस्पताल में 456 लाख से 20 बैड आईसीयू और 167 लाख से 10 बैड एनआईसीयू
  • सीकर के एस.के. जिला अस्पताल में 456 लाख से 20  बैड  आईसीयू एवं मातृ शिशु अस्पताल में 200 लाख से 12 बैड एनआईसीयू
  • भीलवाड़ा के महात्मा गांधी जिला अस्पताल में 455 लाख से 20 बैड आईसीयू एवं मातृ शिशु अस्पताल में 167/ लाख से 10 बैड एनआईसीयू
  • डूंगरपुर के हरिदेव जोशी अस्पताल में 456 लाख से 20 बैड आईसीयू और 167 लाख से 10  बैड  एनआईसीयू
  • पाली के राजकीय बांगड़ अस्पताल में 456 लाख से 20  बैड  आईसीयू और 167 लाख से 10 बैड एनआईसीयू
  • भरतपुर के राजबहादुर मेमोरियल अस्पताल में 456 लाख से 20  बैड  आईसीयू और जनाना अस्पताल में 167 लाख से 10 बैड पीआईसीयू

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इस अवसर पर सीएम गहलोत ने कहा- ‘राजस्थान ऐसा प्रदेश है जो सभी जिलों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. देश में अधिकाधिक मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए यूपीए सरकार के समय योजना बनी थी. राजस्थान ने इस दिशा में पूरी तैयारी के साथ आवश्यक शर्तों को पूरा किया, जिसके चलते 30 जिलों में सरकारी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की ओर हमारे कदम बढ़ सके. शेष तीन जिलों में भी सरकारी मेडिकल कॉलेज स्वीकृत कराने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं’. मुख्यमंत्री ने कहा कि- ‘कोरोना से जान गंवाने वाले परिवारों को सम्बल देने के लिए हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री कोरोना बाल कल्याण योजना लागू की है. इससे अनाथ बच्चों एवं विधवा महिलाओं के जीवन की राह आसान हो सकेगी. इसके साथ ही प्रदेशवासियों को इलाज के भारी भरकम खर्च से मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की गई है’ सीएम गहलोत ने सभी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और एनजीओ से हर पात्र परिवार को इस योजना से जोड़ने में अपनी भागीदारी निभाने का आह्वान किया.

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इस मौके पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा- ‘दूसरी लहर के कटु अनुभवों से सबक लेते हुए हमारी सरकार ऑक्सीजन उत्पादन एवं शिशु चिकित्सा इकाइयों में बढ़ोतरी की योजना पर तेजी से काम कर रही है. राज्य में एक हजार मेट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता हासिल करने की दिशा में हम अग्रसर हैं‘. चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा- ‘पिछले डेढ वर्ष में राज्य सरकार ने पूरे समर्पण भाव और मुस्तैदी के साथ कोरोना का प्रबंधन किया है. उन्होंने कहा कि संक्रामक रोगों के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप सुविधाएं विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं’.

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