Politalks.News/Bihar. बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में अब केवल एक रात का वक्त शेष है. चुनाव प्रचार शाम 5 बजे समाप्त हो चुका है. उससे पहले पक्ष और विपक्ष की एक दूसरे पर छीटाकशी और तीखी बयानबाजी का दौर बदस्तूर जारी है. एनडीए से अलग होने से पहले ही लोजपा चीफ चिराग पासवान का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर होना जग जाहिर है. गठबंधन से अलग होने के बाद तो चिराग के तेवर पहले से कहीं ज्यादा तीखे हो चले हैं. हाल में चिराग ने एक चुनावी रैली में सीएम नीतीश कुमार को सत्ता में आने के बाद जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने की बात कही थी. इस पर पलटवार करते हुए जदयू ने कहा कि अगर चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव लड़ते तो अपनी सीट तक नहीं बचा पाते.
बता दें, चिराग पासवान लोजपा सांसद हैं और बिहार विधानसभा चुनावों में केवल उनकी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. चिराग पार्टी चीफ होने के नाते उनका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. बिहार के बक्सर में चुनाव प्रचार के दौरान चिराग पासवान ने प्रदेश में शराबबंदी और उसकी कालाबाजारी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा. चिराग का कहना है कि बिहार में शराबबंदी के फैसले की समीक्षा क्यों नहीं की गई? क्या शराब की तस्करी नहीं हो रही है? सभी को शराब मिल रही है. यह सरकार और प्रशासन की मिली-भगत से हो रहा है.
यह भी पढ़ें: चुनावी रैली में बोले सीएम नीतीश- हम काम करने में करते हैं विश्वास तो तेजस्वी ने सौंपी प्याज की माला
चिराग ने कहा कि बिहार सरकार में एक भी ऐसा मंत्री नहीं है, जिसे इसके बारे में ना पता हो. ऐसे में अगर आप इस फैसले की समीक्षा नहीं करना चाहते तो इसका मतलब है कि आप भी इसमें शामिल हैं. सभी जानते हैं कि पैसा कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री को चुनाव लड़ना है और भी कई सारी चीजें करनी हैं. यह जांच का विषय है. हमारी सरकार बनने पर इसकी जांच की जाएगी कि शराब तस्करी का सारा पैसा कहां गया, साथ ही सात निश्चय योजना और केन्द्र सरकार से मिला फंड भी कहां गया?
चिराग ने सीएम नीतीश कुमार की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर वह दोषी हैं तो जांच के बाद उन्हें जेल भेजा जाएगा. यह कैसे संभव है कि इतने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो और सीएम को पता ही ना हो? वह भी इसमें शामिल हैं और अगर नहीं है तो यह जांच के बाद साफ हो जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वह इसमें शामिल हैं और भ्रष्ट हैं.
चिराग पासवान के सीएम नीतीश कुमार को जेल भेजने के आरोप पर जदयू ने पलटवार किया. जदयू नेता राजीव रंजन ने चिराग के इस बयान को बेशर्मी भरा बयान बताया. एक तल्ख टिप्पणी करते हुए राजीव रंजन ने कहा कि अगर चिराग पासवान बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ते तो शायद अपनी सीट भी नहीं बचा पाते.
यह भी पढ़ें: सत्ता के दबाव के आगे बेबस निर्वाचन आयोग, चुनाव प्रचार के दौरान नेता दे रहे हैं खुली चुनौती
गौरतलब है कि चिराग पासवान अपने चुनाव प्रचार में सीएम नीतीश कुमार पर ही सबसे ज्यादा निशाना साध रहे हैं, जबकि तेजस्वी यादव के खिलाफ वह थोड़े नरम नजर आ रहे हैं. बीजेपी के खिलाफ चिराग पूरी तरह दोस्ती निभा रहे हैं. उन्होंने तो अपनी जन रैलियों में यहां तक कहा है कि जहां लोजपा का उम्मीदवार न हो, वहां जनता बीजेपी के लिए मतदान करें लेकिन जदयू के प्रत्याशी को जीतने न दें. बिहार में पहले चरण की 71 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 28 अक्टूबर को होना है.