Politalks.news/Bihar. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय ने राजद का साथ छोड़ते ही तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव पर जोरदार हमला बोला है. चंद्रिका राय गुरुवार को ही जदयू में शामिल हुए हैं. चंद्रिका राय ने कहा कि बिहार में सरकार बनाने का दावा करने वाले लालू के दोनों लाल पहले यह तो बताएं कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगे? हमने सुना है कि दोनों अपने लिए सेफ सीट की तलाश कर रहे हैं, लेकिन जो हालात है, उसमें उन दोनों के लिए कोई भी सीट सुरक्षित नहीं है. चंद्रिका राय (Chandrika Roy) गुरुवार को राजद के विधायक फराज फातमी और विधायक जयवर्धन यादव के साथ जदयू में (JDU) शामिल हुए थे.
राजद द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों का दोषी मानते हुए कई विधायकों को पार्टी से निकालने पर चंद्रिका राय ने कहा कि लालू परिवार आजकल पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर विधायकों को निष्कासित कर रहा है. यह करवाई तो सबसे पहले तेजप्रताप पर होनी चाहिए. तेजप्रताप ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजद के कई उम्मीदवारों को हरवाया. चुनाव के बाद समीक्षा बैठक में जब मैंने तेजप्रताप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, पर इसे अनसुना कर दिया गया.
अपनी बेटी और तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय के चुनाव लड़ने का इशारा देते हुए चंद्रिका राय ने कहा कि 25 वर्ष की उम्र पूरी कर लेने वाला कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है. बशर्ते वह मानसिक तौर पर बीमार या दिवालिया न हो. वैसे ऐश्वर्या अभी जेडीयू का हिस्सा नहीं है लेकिन अगर वे चुनाव लड़ने का मन बनाती है तो उनको टिकट मिलना पक्का है. अगर वे चुनाव लड़ती हैं तो तेज प्रताप और ऐश्वर्या का एक ही सीट पर आमना सामना हो सकता है.
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जेडीयू में शामिल हुए राजद विधायक फराज फातमी और जयवर्धन यादव ने भी राजद पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी को व्यवसायी पार्टी कहा. दोनों ने कहा कि विधान परिषद से लेकर राज्यसभा तक की सीटों को लालू परिवार बेचता है. इधर, सरकार में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि लालू के लाल तेजस्वी यादव से खफा राजद के अन्य बागी विधायक भी एनडीए के संपर्क में हैं. ऐसे विधायकों की लंबी फेहरिस्त है और जल्द ही ऐसे विधायक जदयू-बीजेपी का दामन थामेंगे.
गौरतलब है कि अपनी बेटी ऐश्वर्या के साथ तेज प्रताप की शादी अब फैमेली कोर्ट में पहुंचने के बाद चंद्रिका राय के रिश्ते यादव परिवार से बिगड़ गए. उन्होंने पार्टी की बैठकों में भी जाना बंद कर दिया. पार्टी में रहकर वे कुछ नहीं बोल पा रहे थे लेकिन जदयू में शामिल होते ही उन्होंने तेजस्वी, तेज प्रताप और राजद पार्टी पर निशाना साधना शुरु कर दिया है. ये तो अभी शुरुआत है. आगे आगे चंद्रिका राय के कैसे कैसे तीखे हमले बिहार की राजनीति में सामने आएंगे, इन्हीं सब का सभी को इंतजार रहेगा.