बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी संगठन में बीते दिनों बड़े फेरबदल किए. उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार को एक बार फिर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भतीजे आकाश आनंद को राष्ट्रीय संयोजक बनाया है. भाई और भतीजे को पार्टी में अहम पद दिए जाने के बाद मायावती के परिवारवाद को लेकर आलोचना हो रही है.
मैंने चुनाव से पहले बार बार कहा था कि प्रमोशन में रिज़र्वेशन बिल पर अखिलेश यादव को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए तब आप चुप रही अब जब चुनाव हार गए तो अब आपको प्रमोशन में रिज़र्वेशन बिल याद आ रहा है बहुजन समाज अब आपके #Mayawati बहकावे में नही आने वाला है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) June 24, 2019
इसी संबंध में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने ट्वीट कर मायावती पर परिवारवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया है. चंद्रशेखर ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘कांशीराम राजनीति राजकुमार बनाने की नहीं बल्कि राजकुमारों के, रजवाड़ो को गिराने की थी, पंक्ति में आखिरी में खड़े बहुजन समाज के व्यक्ति को नेता बनाने की थी. चाहते तो वो भी अपनी विरासत अपने परिवार को दे सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया था. उन्होंने बसपा के विरासत आपको सौंपी थी लेकिन आपने तो बहुत गलत किया है. बाकी कहने को ज्यादा कुछ बचा नहीं है. बस आकाश आनंदजी को बधाई.’
मा साहेब कांशीराम जी की राजनीति राजकुमार बनाने की नही बल्कि राजकुमारों को,रजवाड़ो को गिराने की थी,पंक्ति में आखिरी में खड़े बहुजन समाज के व्यक्ति को नेता बनाने की थी चाहते तो वो भी अपनी विरासत अपने परिवार को दे सकते थे बाकी कहने को ज्यादा कुछ बचा नही है बस आकाश आनंद जी को बधाई
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) June 24, 2019
इसके बाद चंद्रशेखर ने कहा कि मैंने चुनाव से पहले बार-बार कहा था कि पदोन्नति में आरक्षण बिल पर अखिलेश यादव को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए, लेकिन चुनाव के समय आप शांत रही. अब जब आपको चुनाव में हार का सामना करना पड़ा तो आपको वापस प्रमोशन में रिजर्वेशन बिल याद आ रहा है. बहुजन समाज आपको अच्छी तरह से जान चुका है. वो अब आपके बहकावे में नहीं आने वाला है.
बता दें, लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद हाल ही में ट्वीट करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा था कि सपा और अखिलेश यादव के व्यवहार के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ रहा है.